झांसी के समथर में अवैध पटाखा फैक्ट्री विस्फोट में घायल सुखदेवी की 17 दिन बाद लखनऊ में मौत हो गई। शव पहुंचने पर परिजनों ने हंगामा किया। विस्फोट में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है।
Jhansi News : झांसी के समथर में एक अक्टूबर को हुए भीषण पटाखा फैक्ट्री विस्फोट का दर्द अब भी ताजा है। इस हादसे में घायल सुखदेवी (46) ने 17 दिन तक जिंदगी और मौत से संघर्ष किया, लेकिन अंततः लखनऊ के केजीएमयू में दम तोड़ दिया।
अवैध पटाखा फैक्ट्री का हादसा, चार लोगों की मौत
यह विस्फोट अवैध रूप से संचालित एक पटाखा फैक्ट्री में हुआ था। हादसे में सुखदेवी के अलावा नसरीन, लक्ष्मी और शिवानी की भी जान चली गई है।
पुलिस कार्रवाई और प्रशासनिक जांच
इस घटना के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए थानाध्यक्ष समेत चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। साथ ही, पटाखा कारोबारी बन्ने खान को भी गिरफ्तार किया गया है।
सुरक्षा मानकों की अनदेखी का परिणाम
यह हादसा एक बार फिर सुरक्षा मानकों की अनदेखी का परिणाम है। अवैध पटाखा फैक्ट्रियों पर लगाम लगाने के लिए प्रशासन को सख्त कदम उठाने होंगे।