शिक्षा अभियान-2024 : बेसिक स्कूलों में 15,338 नए बच्चों ने लिया दाखिला

बेसिक स्कूलों में 15,338 नए बच्चों ने लिया दाखिला
UPT | बेसिक शिक्षा।

Jul 23, 2024 01:30

झांसी में 2024 के शिक्षा अभियान के तहत बेसिक स्कूलों में 15,338 नए बच्चों का प्रवेश हुआ। जानें स्कूल चलो अभियान, बच्चों की संख्या में गिरावट, और शिक्षा अधिकारी के बयान के बारे में।

Jul 23, 2024 01:30

Jhansi News : झांसी में इस साल एक महत्वपूर्ण शिक्षा अभियान चलाया। बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में 15,338 बच्चों ने नवीन शिक्षण सत्र में प्रवेश लिया है, जिससे विद्यालयों में कुल बच्चों की संख्या 1,17,279 हो गई है। हालांकि, पिछले तीन सालों में यह संख्या सबसे कम है, जो एक चिंताजनक स्थिति को दर्शाती है।

स्कूल चलो अभियान की शुरुआत
शिक्षा से वंचित बच्चों को स्कूल में लाने के लिए, एक जुलाई से 15 जुलाई तक ‘स्कूल चलो अभियान’ चलाया गया। इस अभियान के तहत, शिक्षकों को घर-घर जाकर पात्र बच्चों को चिह्नित कर विद्यालयों में दाखिला कराने के निर्देश दिए गए थे। इस अभियान ने कई बच्चों को शिक्षा के मुख्यधारा में लाने का काम किया।

अभियान के परिणाम और बच्चों की संख्या
स्कूल चलो अभियान के दौरान 15,338 बच्चों ने बेसिक स्कूलों में प्रवेश लिया। इस प्रकार, जिले के 1452 बेसिक स्कूलों में कुल बच्चों की संख्या 1,17,279 हो गई है। हालांकि, यह संख्या पिछले तीन सालों की तुलना में कम है। साल 2022-23 में 1,56,299 बच्चे बेसिक स्कूलों में पढ़ रहे थे, जबकि 2023-24 में यह संख्या 1,42,320 थी।

सुविधाओं के बावजूद संख्या में गिरावट
बेसिक स्कूलों में बच्चों को कई सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। इनमें नि:शुल्क शिक्षा, मुफ्त पाठ्यपुस्तकें, मिड-डे मील, यूनिफार्म और जूते आदि के लिए धनराशि शामिल है। इसके बावजूद, बच्चों की संख्या साल दर साल कम हो रही है। यह एक गंभीर मुद्दा है, जो जांच का विषय बनता है।

शिक्षा अधिकारी का बयान
बेसिक शिक्षा अधिकारी, विपुल शिव सागर ने कहा, "सभी पात्र बच्चों का विद्यालयों में दाखिला कराया गया है। वंचित बच्चों की एक बार फिर से जानकारी जुटाई जाएगी और उनके दाखिले की भी व्यवस्था की जाएगी। बच्चों की संख्या में कमी के कारणों का पता कर उन्हें दूर किया जाएगा।"

बच्चों की शिक्षा में रुकावटें
हालांकि सरकार और शिक्षा विभाग की ओर से कई प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन बच्चों की संख्या में कमी के पीछे कई कारण हो सकते हैं। इनमें सामाजिक और आर्थिक समस्याएं, परिवार की स्थिति, शिक्षा के प्रति जागरूकता की कमी आदि शामिल हैं।

शिक्षा का महत्व और जागरूकता
शिक्षा न केवल बच्चों के व्यक्तिगत विकास के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि समाज के समग्र विकास के लिए भी आवश्यक है। इसलिए, शिक्षा के महत्व को समझाना और इसके प्रति जागरूकता बढ़ाना आवश्यक है। इसके लिए समुदाय, परिवार और सरकार को मिलकर काम करना होगा।

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