उत्तर प्रदेश के झांसी मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार रात नवजात शिशु गहन चिकित्सा कक्ष (एसएनसीयू) में हुए अग्निकांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हृदयविदारक घटना में अब तक...
झांसी अग्निकांड : एक और नवजात की हुई मौत, मरने वालों मासूमों की संख्या पहुंची 11
Nov 17, 2024 14:10
Nov 17, 2024 14:10
कैसे हुआ हादसा?
शुक्रवार की रात एसएनसीयू में शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लग गई। यह वार्ड उन नवजात शिशुओं के लिए बनाया गया था, जिन्हें जन्म के तुरंत बाद विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है। हादसे के वक्त वार्ड में 50 नवजात शिशु भर्ती थे, जिनमें से 37 को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, लेकिन 10 शिशु मौके पर ही दम तोड़ बैठे। रविवार को उपचार के दौरान एक और नवजात की मौत हो गई, जिससे मृतकों की संख्या बढ़कर 11 हो गई।
झांसी के जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने बताया
एसएनसीयू में उपकरणों के अत्यधिक लोड की वजह से शॉर्ट सर्किट हुआ। जिससे चिंगारी निकलकर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर तक पहुंच गई। इससे आग तेजी से फैल गई। पुलिस और प्रशासन अन्य पहलुओं की जांच कर रहे हैं।"
अस्पताल की लापरवाही उजागर
शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि एसएनसीयू में क्षमता से तीन गुना अधिक नवजातों को भर्ती किया गया था। उपकरणों और वार्मरों को लगातार चलाए रखने के कारण विद्युत लोड अत्यधिक बढ़ गया था। जो हादसे का प्रमुख कारण बना। अस्पताल प्रशासन की लापरवाही इस बात से भी साफ है कि विद्युत उपकरणों के अत्यधिक गर्म होने के बावजूद लोड कम करने के लिए समय पर इन्हें बंद नहीं किया गया। परिणामस्वरूप, शॉर्ट सर्किट हुआ और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की चपेट में आने से आग बेकाबू हो गई।