झांसी स्थापना दिवस : 31 जनवरी 1618 को किले की नींव के साथ शुरू हुई ऐतिहासिक यात्रा, हर साल मनाया जाएगा स्थापना उत्सव

31 जनवरी 1618 को किले की नींव के साथ शुरू हुई ऐतिहासिक यात्रा, हर साल मनाया जाएगा स्थापना उत्सव
UPT | झांसी की स्थापना तिथि का ऐलान

Jan 19, 2025 16:27

झांसी की स्थापना तिथि का ऐलान आखिरकार हो गया है। नगर निगम द्वारा गठित विशेषज्ञ समिति ने ऐतिहासिक दस्तावेजों के आधार पर 31 जनवरी 1618 को झांसी की स्थापना तिथि घोषित किया है। ओरछा गजेटियर के मुताबिक, इसी दिन राजा वीर सिंह जूदेव ने झांसी किले की नींव रखी थी। जानिए कैसे "झाईं सी" देखने की कहानी झांसी के नामकरण से जुड़ी और किन तिथियों पर हुआ विचार। अब हर साल इसी दिन झांसी स्थापना दिवस का जश्न मनाया जाएगा।

Jan 19, 2025 16:27

Jhansi News : लंबे इंतजार और दो साल से चल रहे गहन मंथन के बाद झांसी की स्थापना तिथि का ऐलान आखिरकार कर दिया गया है। नगर निगम द्वारा गठित विशेषज्ञ समिति ने झांसी की स्थापना तिथि 31 जनवरी 1618 तय की है। इस निर्णय का आधार ओरछा गजेटियर को बनाया गया, जिसमें उल्लेख है कि इसी दिन ओरछा के राजा वीर सिंह जूदेव ने झांसी किले की नींव रखी थी। अब हर साल इस तारीख को झांसी का स्थापना दिवस भव्य रूप से मनाया जाएगा।

झांसी किले की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
विशेषज्ञों के अनुसार, ओरछा के राजा वीर सिंह जूदेव ने झांसी के बंगरा पहाड़ी पर एक किले का निर्माण कराया था, जिसे आज झांसी किला के नाम से जाना जाता है। यह किला राज्य की सुरक्षा के लिए 52 गढ़ियों के साथ बनाया गया था। ओरछा गजेटियर के मुताबिक, किले की नींव जिस दिन रखी गई, उस दिन बसंत पंचमी थी और तिथि 31 जनवरी 1618 थी।

"झाईं सी दिखने से बना झांसी"
गजेटियर में दर्ज एक रोचक कहानी के अनुसार, एक दिन राजा वीर सिंह जूदेव ओरछा की सबसे ऊंची छत पर जैतपुर के राजा के साथ बैठक कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने बंगरा पहाड़ी की ओर इशारा करते हुए कहा कि वहां "झाईं सी" कुछ दिखाई दे रही है। यही "झाईं" शब्द धीरे-धीरे बदलकर "झांसी" हो गया और इस स्थान को झांसी के नाम से पहचाना जाने लगा।



अन्य तिथियों पर भी हुआ विचार
विशेषज्ञ समिति की बैठक में 14 मार्च 1729, 20 मार्च 1729 और 18 नवंबर 1817 जैसी तिथियों पर भी चर्चा हुई। इसके अतिरिक्त, रानी लक्ष्मीबाई के क्षेत्र को सिंधिया महाराज को सौंपने और इसे वापस लेने के 1886 के करार पर भी तर्क दिए गए। लेकिन समिति ने ऐतिहासिक दस्तावेजों और प्रमाणों के आधार पर 31 जनवरी 1618 को ही झांसी की स्थापना तिथि के लिए सबसे उपयुक्त माना।

विशेषज्ञों की टीम
इस ऐतिहासिक निर्णय के लिए गठित टीम में अंतरराष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान के उपाध्यक्ष हरगोविंद कुशवाहा, पुरातत्व विशेषज्ञ अनुभा श्रीवास्तव, इतिहासकार मुकुंद मेहरोत्रा, पर्यटन अधिकारी कीर्ति, पुरातत्व विशेषज्ञ एसके दुबे, शिक्षाविद नीति शात्री और मनोज गौतम जैसे अनुभवी विशेषज्ञ शामिल रहे।

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