झांसी में एनआईए की हिरासत से मुफ्ती खालिद नदवी को छुड़ाने के बाद हुए हंगामे ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में महिलाओं समेत 110 लोगों पर केस दर्ज किया है।
Jhansi News : झांसी में NIA की हिरासत से मुफ्ती खालिद नदवी को छुड़ाने पर हंगामा, पुलिस ने 110 लोगों पर दर्ज किया केस
Dec 13, 2024 10:11
Dec 13, 2024 10:11
Jhansi News : झांसी में एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) की हिरासत से मुफ्ती खालिद नदवी को छुड़ाने के मामले में गुरुवार देर रात कोतवाली पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया। इस घटना में शामिल महिलाओं समेत 110 लोगों पर केस दर्ज किया गया है, जिसमें 10 लोग नामजद हैं।
भीड़ ने मस्जिद में छुड़ाया मुफ्ती को
एनआईए की टीम ने बुधवार रात मुफ्ती खालिद के घर पर विदेशी फंडिंग और आतंकी गतिविधियों से जुड़े मामलों में छापेमारी की थी। 8 घंटे की तलाशी और पूछताछ के बाद, गुरुवार सुबह जब टीम मुफ्ती को हिरासत में लेकर बाहर निकली, तो समर्थकों ने उग्र विरोध करते हुए मुफ्ती को छुड़ा लिया। भीड़ ने मुफ्ती को पास की फातिमा मस्जिद में ले जाकर बंद कर दिया।
इस दौरान मस्जिद से एनाउंसमेंट किया गया, जिससे बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए। भीड़ ने एनआईए और यूपी पुलिस की टीम से झड़प और धक्का-मुक्की की।
पुलिस का एक्शन
कोतवाल शैलेंद्र सिंह की शिकायत पर पुलिस ने यह कार्रवाई की। इस घटना के वीडियो की मदद से आरोपियों की पहचान की जा रही है।
मुफ्ती खालिद नदवी कौन हैं?
मुफ्ती खालिद नदवी झांसी में एक इस्लामिक शिक्षक हैं, जो ऑनलाइन कोचिंग क्लासेस चलाते हैं। उनके स्टूडेंट्स इंग्लैंड, सऊदी अरब और भारत के कई राज्यों से जुड़े हुए हैं। एनआईए ने उनसे विदेशी फंडिंग और आतंकी संगठनों से संपर्क को लेकर पूछताछ की।
एनआईए की पूछताछ
जांच एजेंसियों ने मुफ्ती से बैंक डिटेल, ऑनलाइन पेमेंट और पाकिस्तान से संपर्कों को लेकर सवाल किए। पूछताछ में मुफ्ती ने बताया कि वे वॉट्सऐप ग्रुप्स और ऑनलाइन एड्स के जरिए छात्रों से जुड़ते हैं।
मोहल्ले के लोगों की प्रतिक्रिया
मोहल्ले के लोगों ने मुफ्ती के पक्ष में बयान दिए। उनका कहना है कि मुफ्ती बच्चों को पढ़ाने और गरीबों की मदद करने का काम करते हैं। स्थानीय महिलाओं ने आरोप लगाया कि जब कोई अवैध गतिविधि नहीं मिली, तो एनआईए ने मुफ्ती को हिरासत में क्यों लिया।
एनआईए का बड़ा ऑपरेशन
एनआईए ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में विदेशी फंडिंग और आतंकी गतिविधियों से जुड़े मामलों में छापेमारी तेज कर दी है। झांसी की यह घटना इसी कड़ी का हिस्सा है।
यह मामला संवेदनशील बन चुका है, और पुलिस वीडियो फुटेज के आधार पर आरोपियों पर कार्रवाई कर रही है।