इटावा में सराफा कारोबारी की पत्नी और तीन बच्चों के शव कमरे में मृत पड़े मिले हैं। कारोबारी ने पत्नी-बेटी के फोन पर स्टेटस लगाया, और पुलिस को डायल 112 पर सूचना दी। इसके बाद फोन स्विच ऑफ कर रेलवे ट्रैक पर सुसाइड करने पहुंच गया। उसे जीआरपी के जवानों ने बचा लिया। तब जाकर घटना का खुलासा हुआ।
क्या है चार मौतों का सच...? : कारोबारी ने फोन स्टेटस पर लिखा... यह सब खत्म हो गया, कमरे में बिखरी पड़ी थीं चार लाशें
Nov 12, 2024 18:42
Nov 12, 2024 18:42
- सराफा कारोबारी के पारिवारिक सदस्यों की हत्या की गई या आत्महत्या की
- एसएसपी का कहना है कि सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच की जा रही है
- पुलिस को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार
पुलिस जब सराफा कारोबारी के घर पहुंची, तो अंदर का नजारा देखकर हैरान रह गई। कमरे में चारों तरफ लाशें बिखरी पड़ी थीं। फोरेंसिक टीम ने घटना स्थान से साक्ष्य इकट्ठे किए। इसके साथ ही पुलिस और जिला प्रशासन के अलाधिकारीयों ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। फोरेंसिक टीम का मानना कि प्रथम दृष्टया जहर खाने से मौत की वजह सामने आ रही है।
सुसाइड की वजह स्पष्ट नहीं
कोतवाली क्षेत्र के लालपुरा में रहने वाले मुकेश वर्मा (45) सराफा कारोबारी हैं। मुकेश वर्मा तीन भाई हैं, और संयुक्त परिवार एक साथ एक मकान में रहता है। मुकेश अपने परिवार के साथ भूतल पर रहता था। कारोबारी के परिवार में पत्नी रेखा, बेटी भाव्या (19), काव्या (17), अभीष्ट (13) थे। एक साथ परिवार के चार सदस्यों की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। लेकिन सबसे ज्यादा हैरानी की बात है कि पूरे परिवार के सुसाइड करने की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है।
परिवार ऐसा क्यों किया सब के मान में यही सवाल
सराफा कारोबारी के बड़े भाई अवधेश वर्मा ने बताया कि परिवार में सब कुछ सामान्य था। किसी भी तरह का तनाव और दिक्कत समस्या नहीं थी। लेकिन बहु और बच्चों ने ऐसा क्यों किया इसकी जानकारी नहीं है। सोमवार शाम चार बजे मुकेश नगर पालिका चौराहे पर मिला था, उस वक्त भी वह ठीक और सामान्य दिख रहा था।
कमरों में लगे थे ताले
उन्होंने बताया कि बड़ी बेटी भाव्या दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ती है। उसे मंगलवार को दिल्ली जाना था। बाकी बच्चे इटावा में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। फिलहाल मुकेश वर्मा कुछ बताने की स्थित में नहीं है। एसएसपी संजय वर्मा का कहना है कि पूरे घटना क्रम की जांच की जा रही है। जब पुलिस घटना स्थल पर पहुंची तो कमरों में ताला लगा हुआ था। ताला तोड़कर पुलिस अंदर दाखिल हुई।
Also Read
21 Nov 2024 06:08 PM
कानपुर के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान ने ‘सॉइल नूट्रीअन्ट सेंसिंग डिवाइस एंड मेथड देयर ऑफ’* नामक एक सफल तकनीक लॉन्च की है, जिसे कानपुर आईआईटी के केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर जयंत कुमार सिंह और उनकी टीम ने विकसित किया है। और पढ़ें