फर्रुखाबाद में किसान सहकारी समितियों के चक्कर काटने को मजबूर हैं। गेहूं की फसल के लिए आवश्यक यूरिया की मांग बढ़ने से समितियों पर लंबी कतारें लग रही हैं। किसानों को दो-दो घंटे लाइन में लगने के बाद ही यूरिया मिल पा रहा है।
डीएपी के बाद यूरिया की किल्लत : एक सप्ताह से यूरिया का स्टॉक खत्म, सहकारी समितियों के चक्कर काट रहे किसान
Jan 02, 2025 16:44
Jan 02, 2025 16:44
पिछले महीने गेंहू की बोआई के समय किसानों को डीएपी खाद नहीं मिल रही थी। बहुत से किसानों ने हमेशा की तरह खाद की किल्लत को देखते हुए यूरिया खरीद कर रख ली थी। ऐसे में उन किसानों का तो काम चल रहा है। कुछ ऐसे भी किसान हैं, जिन्हें यूरिया की जरूरत है। अब गेहूं की बोआई के बाद यूरिया की किल्लत हो गई है। इफको केंद्र पर भीड़ जुट रही है।
डीएपी लेने को मजबूर
खाद नहीं मिलने से गेहूं की फसल प्रभावित हो रही है। इफको केंद्र पर यूरिया खाद को लेकर किसानों की भीड़ जुट गई। पता चला कि केंद्र पर यूरिया खाद नहीं है।लाइन में लगे किसान यूरिया की जगह डीएपी खाद ही लेकर चले गए। किसानों का कहना है कि हमें यूरिया खाद की जरूरत है, लेकिन मज़बूरी में डीएपी खाद लेकर जाना पड़ रहा है।
यूरिया की किल्लत से किसान परेशान
किसानों का कहना है कि पहले डीएपी की मार झेलनी पड़ी। अब यूरिया की किल्लत से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। केंद्र प्रभारी सुधीर कुमार ने बताया कि एक सप्ताह यूरिया का स्टॉक निल है। डिमांड लगी है, जैसे ही खाद आएगी उसका वितरण किया जाएगा। फिलहाल डीएपी का स्टॉक है, उसका वितरण किया जा रहा है।
Also Read
4 Jan 2025 08:59 PM
यूपी के कानपुर जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहा एक नवविवाहिता ने अपने पति और ससुरालीजन पर गंभीर आरोप लगाए है।नवविवाहिता का आरोप है... और पढ़ें