Kanpur Dehat News: फोम फैक्टरी में आग से छह मजदूरों की मौत, तीन जिंदा जले-डीएनए टेस्ट से होगी पहचान, चार झूलसे हालत गंभीर

फोम फैक्टरी में आग से छह मजदूरों की मौत, तीन जिंदा जले-डीएनए टेस्ट से होगी पहचान, चार झूलसे हालत गंभीर
UPT | फोम फैक्टरी में आग

Sep 22, 2024 11:13

कानपुर देहात के रनियां में फोम गद्दा फैक्टरी में आग लग गई। इस आग ने कई परिवारों को बर्बाद कर दिया। छह मजदूरों की मौत हो गई, जबकि चार मजदूरों का उपचार चल रहा हैं। पुलिस और अग्निशमन विभाग घटना की जांच में जुटे हैं

Sep 22, 2024 11:13

Kannauj News: यूपी के कानपुर देहात से एक खौफनाक घटना सामने आई है। शनिवार सुबह फोम फैक्टरी में आग लगने से छह मजदूरों की मौत हो गई। जबकि चार मजदूर गंभीर रूप से झुलस गए। सर्च ऑपरेशन में तीन शव फैक्टरी के अंदर जले हुए मिले हैं। पूरी तरह से जलने की वजह से सिर्फ हड्डियां बची हैं। इनकी शिनाख्त के लिए डीएनए टेस्ट कराया जाएगा। वहीं कुछ मजदूरों के फंसे होने की आशंका के चलते देररात तक सर्च ऑपरेशन चलता रहा।

कानपुर के स्वरुप नगर निवासी अजय अग्रवाल की पॉलीपैक नाम से कानपुर देहात के रनियां खानचंद्रपुर में फोम गद्दा फैक्टरी है। शनिवार सुबह सात बजे मजदूर काम कर रहे थे, इसी दौरान अचानक फोम में आग लग गई। आग ने कुछ ही पलों में विकराल रूप ले लिया। जिसकी चपेट में आकर  रोहित, सुरेंद्र, अजीत, उसका भाई शिवम, विशाल, रवि और अमित झुलस गए।

तीन शव फैक्टरी के अंदर जले मिले 
जबकि तीन मजदूर फैक्टरी के अंदर मलबे में दब गए। जिसमें लवकुश और उसका ममेरा भाई प्रांशु और मनोज (17) जिंदा जल गए। वहीं अमित और विशाल 90 फीसदी से ज्यादा झुलस गए थे, इन्हे कानपुर के उर्सला अस्पताल भेजा गया। जहां इलाज के दौरान अमित ने दम तोड़ दिया, देररात लखनऊ में अजीत और विशाल की भी मौत हो गई। फोम फैक्टरी में लगी आग बुझाने के लिए कानपुर और आयल डिपो से भी फायर बिग्रेड की गाड़ियों को बुलाया गया था। आग पर काबू पाने के बाद शाम के वक्त सर्च ऑपरेशन में तीन शव फैक्टरी के अंदर जले हुए मिले हैं।

मृतक के परिवारों को आर्थिक सहायता राशि 
कानपुर देहात एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति के मुताबिक फोरेंसिक टीम ने जांच की है। अग्निशमन विभाग भी आग लगने के कारण का पता लगाएगा। डीएम अलोक सिंह ने बताया कि मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता राशि दी जाएगी। वहीं इस घटना में 90 फीसदी झूलसे विशाल और सुमित उर्फ अजीत उर्सला पहुंचे तो उन्हें केजीएमयू लखनऊ रेफर कर दिया गया। विशाल के भाई जगदीश ने बताया कि उन्नाव और लखनऊ के बीच आधे घंटे जाम में फंसे रहे। जिसकी वजह से इलाज मिलने में देरी हुई और दोनों ने दम तोड़ दिया।

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