Indian Railway : उत्तर प्रदेश का ऐसा रेलवे स्टेशन जहां एक समय पर दो जिलों में रुकती है ट्रेन

उत्तर प्रदेश का ऐसा रेलवे स्टेशन जहां एक समय पर दो जिलों में रुकती है ट्रेन
UPT | Kanchausi Railway Station

Jul 09, 2024 16:57

यह स्टेशन दिल्ली-हावड़ा रेल मार्ग पर स्थित है और इसकी विशेषता यह है कि जब कोई ट्रेन यहां खड़ी होती है, तो उसका एक हिस्सा कानपुर देहात में और दूसरा हिस्सा औरैया जिले में होता है।

Jul 09, 2024 16:57

Short Highlights
  • एक ऐसा अनोखा रेलवे स्टेशन है जो दो जिलों की सीमा पर स्थित है
  • यह कानपुर देहात और औरैया जिलों के मध्य में है
  • इसका प्रशासनिक कार्यालय कानपुर देहात में स्थित है
Kanpur News : उत्तर प्रदेश में एक ऐसा अनोखा रेलवे स्टेशन है जो दो जिलों की सीमा पर स्थित है। दरअसल, कंचौसी रेलवे स्टेशन, जो कानपुर देहात और औरैया जिलों के मध्य में है, अपनी अनूठी स्थिति के कारण चर्चा में है। यह स्टेशन दिल्ली-हावड़ा रेल मार्ग पर स्थित है और इसकी विशेषता यह है कि जब कोई ट्रेन यहां खड़ी होती है, तो उसका एक हिस्सा कानपुर देहात में और दूसरा हिस्सा औरैया जिले में होता है।

कानपुर देहात में है प्रशासनिक कार्यालय
इस स्टेशन की एक और दिलचस्प बात यह है कि इसका प्रशासनिक कार्यालय कानपुर देहात में स्थित है, जबकि प्लेटफॉर्म दोनों जिलों की सीमा पर फैला हुआ है। यह भारत का तीसरा ऐसा रेलवे स्टेशन है जो इस तरह की अनोखी भौगोलिक स्थिति में है। हाल ही में, इस स्टेशन के महत्व को देखते हुए, फरक्का एक्सप्रेस को यहां छह महीने के लिए प्रायोगिक आधार पर रुकने की अनुमति दी गई है।

महत्वपूर्ण परिवहन केंद्र है यह स्टेशन
कंचौसी स्टेशन प्रयागराज रेल मंडल के अंतर्गत आता है और कानपुर देहात के मुख्यालय से लगभग 45-50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह स्टेशन दोनों जिलों के कई गांवों के लिए महत्वपूर्ण परिवहन केंद्र है, जहां से स्थानीय लोग अपनी यात्रा शुरू करते हैं। कानपुर देहात जिले में परिवहन की सुविधाएं काफी विकसित हैं। यहां से दो प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरते हैं - कानपुर-झांसी और कानपुर-इटावा। इसके अलावा, जिले में दो महत्वपूर्ण रेल मार्ग भी हैं - दिल्ली-हावड़ा और कानपुर-झांसी। ये परिवहन सुविधाएं क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों का प्रतीक
कंचौसी रेलवे स्टेशन की यह अनोखी स्थिति न केवल एक भौगोलिक विशेषता है, बल्कि यह दो जिलों के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों का भी प्रतीक है। यह स्टेशन क्षेत्रीय एकता और सहयोग का एक उदाहरण प्रस्तुत करता है, जहां दो जिलों के लोग एक ही प्लेटफॉर्म पर मिलते और अपनी यात्रा शुरू करते हैं।

Also Read

कानपुर के पनकी मंदिर में 21 जातियों के 31 युवाओं ने सशस्त्र सन्यास दीक्षा ली, एक हाथ में गदा-दूसरे में गीता लेने की नसीहत

23 Oct 2024 03:16 PM

कानपुर नगर धर्म रक्षा: कानपुर के पनकी मंदिर में 21 जातियों के 31 युवाओं ने सशस्त्र सन्यास दीक्षा ली, एक हाथ में गदा-दूसरे में गीता लेने की नसीहत

कानपुर के पनकी मंदिर में शिव शक्ति अखाड़ा ने सशस्त्र सन्यास दीक्षा वृति का आयोजन किया। जिसमें 31 युवाओं को सशस्त्र दीक्षा दी गई। सन्यास दीक्षा लेने वाले युवा गांव-गांव जाकर हिन्दू सम्मलेन करेंगे। इसके साथ ही हर एक गांव से 10 हिन्दू सन्यासी तैयारी करेंगे। और पढ़ें