कानपुर कमिश्नरेट पुलिस और आईआईटी कानपुर के बीच आज एक अहम समझौता हुआ है। जिसके तहत अब कानपुर आईआईटी शहर की पुलिसिंग व्यवस्था और स्मार्ट व बेहतर करेगी। इसके तहत आईआईटी कानपुर साइबर सिक्योरिटी फॉरेंसिक या आने वाली हर एक नई टेक्नोलॉजी जिसका पुलिसिंग को बेहतर करने में इस्तेमाल हो सकता है।
आईआईटी और कानपुर पुलिस के बीच हुआ एमओयू: अब शहर की पुलिसिंग होगी और बेहतर,ऐसे करेगी काम...
Jan 23, 2025 20:14
Jan 23, 2025 20:14
Kanpur News: कानपुर कमिश्नरेट पुलिस और आईआईटी कानपुर के बीच आज एक अहम समझौता हुआ है। जिसके तहत अब कानपुर आईआईटी शहर की पुलिसिंग व्यवस्था और स्मार्ट व बेहतर करेगी। इसके तहत आईआईटी कानपुर साइबर सिक्योरिटी फॉरेंसिक या आने वाली हर एक नई टेक्नोलॉजी जिसका पुलिसिंग को बेहतर करने में इस्तेमाल हो सकता है। इसके साथ ही ट्रैफिक को ए आई के इस्तेमाल से और बेहतर कैसे बनाया जा सकता है इस पर भी काम किया करेगा।
आईआईटी और कानपुर पुलिस के बीच हुआ समझौता
बता दें कि आज गुरुवार को कानपुर पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने आईआईटी कानपुर से एक अहम समझौता हस्ताक्षरित किया है।जिसके तहत अब शहर की पुलिसिंग व्यवस्था और बेहतर व स्मार्ट बनेगी।कानपुर पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने बताया कि विकास पर विरासत प्रगति पर उत्तर प्रदेश की थीम पर यह एमओयू हुआ है।इसका मुख्य उद्देश्य पुलिसिंग के सभी स्तरों में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके उसे और बेहतर बनाना है। इसमें जैसे कि साइबर सुरक्षा, स्मार्ट पुलिसिंग, सामुदायिक भागीदारी, ट्रैफिक मैनेजमेंट जैसे तमाम क्षेत्रों पर आईआईटी कानपुर पुलिस के साथ काम करेगी।इससे की साइबर ठगी को रोका जा सके। लोगों की समझ साइबर सिक्योरिटी के प्रति बड़े इसके साथ ही एआई का इस्तेमाल करके शहर के ट्रैफिक को स्मूथ बनाया जा सके। इस तरह से हर दिशा में आईआईटी कानपुर पुलिस के साथ काम करेगा।
एमओयू के तहत प्रमुख पहल
ऑपरेशन त्रिनेत्र और प्रिडेक्टिव पुलिसिंग: आईआईटी कानपुर की सहायता से ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत शहर में स्थापित सीसीटीवी नेटवर्क का उपयोग करते हुए प्रिडिक्टिव पुलिसिंग तकनीक विकसित करेंगे। इसका उद्देश्य अपराध रोकथाम और प्रभावी निगरानी सुनिश्चित करना है।
ड्रोन का उपयोग और प्रशिक्षण: आईआईटी कानपुर द्वारा निर्मित ड्रोन का उपयोग निगरानी सुरक्षा अपराध रोकथाम के लिए किया जाएगा। इन ड्रोन का उपयोग पुलिस बल की क्षमता बढ़ाने और वास्तविक समय में निगरानी के लिए किया जाएगा।आईआईटी की टीम ड्रोन उड़ाने का प्रशिक्षण भी पुलिस को देगी।
छात्र पुलिस सहभागिता: छात्रों और शिक्षकों की विशेषज्ञता का उपयोग साइबर अपराध जांच में किया जाएगा। इससे की कानपुर के लोगों को साइबर फ्रॉड से बचाया जा सके। एक वालंटियर सेल का गठन किया जाएगा।जिसमें छात्रों को पुलिसिंग प्रक्रियाओं में शामिल होने और इंटर्नशिप के अवसर प्राप्त होंगे।
प्रशिक्षण कार्यक्रम: आईआईटी कानपुर पुलिस अधिकारियों के लिए नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करेगा।इसमें ओपन सोर्स इंटेलिजेंस डाटा प्रबंधन और तकनीक कौशल का विकास शामिल होगा।
सेंटर आफ एक्सीलेंस: आईआईटी कानपुर में एक सेंटर आफ एक्सीलेंस की स्थापना का प्रस्ताव रखा गया है। जो अनुसंधान और विकास कार्यों के साथ पुलिसिंग में सुधार के लिए तकनीक समाधान विकसित करेगा।