कानपुर की सीसामऊ सीट पर नसीम सोलंकी को हिंदू आबादी वाले बूथों से बंपर वोट मिले हैं। यही वोट उनकी जीत का आधार बना है। इसके साथ ही मुस्लिम बाहुल इलाकों से मिलने वाले वोटों से नसीम ने बढ़त बना ली। इसके साथ ही नसीम की जीत के पीछे रणनीतिकारों की सबसे अहम भूमिका रही है।
Sisamau By-Election Result: हिंदू बाहुल इलाकों से नसीम सोलंकी को झोली भर के मिले वोट... 275 बूथों में से 261 बूथों में मिले 50 से अधिक मत, ऐसे बना जीत का आधार
Nov 25, 2024 15:42
Nov 25, 2024 15:42
- शिवपाल ने रातभर रुक कर रणनीति तैयारी की थी, जिसकी वजह से डिंपल के रोड शो में भीड़ जुट पाई थी।
- नसीम सोलंकी को हिंदू आबादी वाले क्षेत्रों से झोली भर के वोट मिले हैं।
- मुस्लिम आबादी से मिले वोट की वजह से नसीम ने बीजेपी प्रत्याशी पर बढ़त बना ली।
सीसामऊ क्षेत्र के चमनगंज, बेकनगंज, कंघी मोहाल, तलाक महल ही नहीं सीसामऊ, पीरोड, जवाहर नगर, रामबाग, आनंदबाग, ग्वालटोली में भी समाजवादी पार्टी का जादू चला। इसके पीछे मुलायम सिंह यादव के समय से ही पार्टी सियासी रणनीतिकार शिवपाल सिंह यादव का प्रबंध रहा। उन्होंने तीन बार कानपुर आकर रणनीति बनाई। जिसका नतीजा यह रहा कि सीसामऊ के 275 बूथों में से 261 बूथों में पार्टी प्रत्याशी नसीम सोलंकी ने हर एक बूथ में 50 से अधिक मत हासिल किए हैं।
दलित वोटर हुए नाराज
सीसामऊ क्षेत्र में 60 हजार के आसपास दलित मतदाता है। इतने ही ब्राह्मण वोटर हैं, जबकि मुस्लिम मतदाताओं की संख्या 1.10 लाख के आसपास है। बाकी मतदाताओं में सिख, पंजाबी, सिंधी, वैश्य समेत अन्य जातियां हैं। पूर्व विधायक राकेश सोनकर का टिकट कटने से दलित वर्ग नाराज था। इसका असर परिणामों में स्पष्ट देखा जा सकता है। समाजवादी पार्टी को 14 बूथों में ही 50 या इससे कम वोट मिले हैं। बाकी 261 बूथों में 50 से अधिक वोट हासिल किए, जिसमें अधिकांश बूथों में 100 से अधिक वोट मिले हैं।
शिवपाल ने रातभर रुक कर बनाई रणनीति
पहली बार जब शिवपाल सिंह यादव जब कानपुर आए थे, तो उन्होंने पार्टी के प्रदेश सचिव आशीष चौबे के साथ सपा के गढ़ में तीन दर्जन से अधिक नुक्कड़, चौराहों, गलियों के साथ ही छोटी-छोटी बैठकें की थीं। शिवपाल ने दूसरे दौरे में सिखों से लेकर अन्य लोगों से मुलाकात की और गुमटी गुरुद्वारा भी गए थे। अखिलेश की सभा में कम भीड़ जुटने पर तीसरी बार शिवपाल को भेजा गया। इस बार अपने बड़े भाई स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव की तरह रात में रूक कर पूरी बजी पलट दी।
डिंपल के रोड शो में जुटी भीड़
शिवपाल सिंह जानते थे कि मुस्लिम इलाकों से उन्हें भरपूर समर्थन मिल रहा है। बस बाकी इलाकों में प्रबंध करना है। उनसे मिलने वालों में अधिकांश सपा शासन काल से उनसे किसी ना किसी तरह से जुड़े रहे हैं। इसका असर डिंपल के रोड शो में जुटी भीड़ और मतदान के बाद परिणाम साफ देखा जा सकता है। होटल में रात भर की रणनीति से सिंपल के रोड शो में भीड़ पहुंची।