कानपुर की सीसामऊ विधानसभा सीट पर प्रचार बंद होने के बाद भी पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। सपा विधायक ने बीजेपी पर 26 बूथों का रास्ता बंद कराने का आरोप लगाया है। रास्ते को गड्ढा खोदकर मलबा डलवाकर बंद करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि लोकतान्त्रिक रास्ते को बंद किया किया गया है।
Sisamau By-Election: सपा का आरोप 26 बूथों का रास्ता गड्ढा खोदकर बंद कराया गया, 27 हजार मतदाता होंगे प्रभावित, अखिलेश ने एक्स पर पोस्ट कर दर्ज कराई आपत्ति
Nov 19, 2024 19:33
Nov 19, 2024 19:33
- सपा विधायक अमिताभ वाजपेई का आरोप लोकतान्त्रिक रास्ता बंद किया गया।
- जिस रास्ते को बंद किया गया है, वहां से 26 बूथों के मतदाता मतदान करने के लिए पोलिंग सेंटर पहुंचते थे।
- सपा मुखिया अखिलेश यादव ने रेड कार्ड जारी करने पर एक्स पर किया पोस्ट।
आर्यनगर विधानसभा सीट से सपा विधायक अमिताभ वाजपेई ने कहा कि लोकतंत्र का दमन करने पर आमादा भारतीय जनता पार्टी की सरकार जब जनता के बीच में चुनाव प्रचार कर के भी जीत नहीं पा रही है। उसने अब गड्ढा खोदने का काम शुरू कर दिया है। आज जीआईसी और जीडीआईसी पोलिंग जिसमें 26 बूथ हैं। जिसके अंतर्गत 27,000 वोटर आते हैं। पोलिंग सेंटर तक जाने का जो परमपरागत रास्ता है, उसे जेसीबी से गड्ढा खोदकर मलबा लगाकर बंद कर दिया गया है, सीमेंट के पाइप डालकर रास्ता बंद कर दिया गया है।
स्थानीय मतदाताओं ने जताई नाराजगी
उन्होंने कहा कि यह लोकतांत्रिक रास्ते को बंद किया गया है। इसका वीडियो बनाकर चुनाव आयोग को अवगत करा दिया गया है। इसके बाद कानपुर का सियासी पारा चढ़ा हुआ है। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि मतदाताओं का रास्ता रोकने का काम किया गया है। यदि इसी तरह से चुनाव जीतना है, तो उपचुनाव कराने का ढोंग क्यों किया जा रहा है। रास्ता बंद करने से मतदान केंद्र एक पहुंचने के लिए कई किलोमीटर का लंबा रास्ता तय करना पड़ेगा।
अखिलेश यादव का पहला पोस्ट
अखिलेश यादव ने सीसामऊ सीट को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर दो पोस्ट किए हैं। उन्होंने पहले पोस्ट में लिखा है कि चुनाव आयोग तुरंत इस बात का संज्ञान ले कि उप्र में शासन-प्रशासन पक्षपात पूर्ण रवैया अपना रहा है और मतदान को बाधित करने के लिए ‘नोटिस-चेतावनी’ के लाल कार्ड बाँटकर मतदाताओं पर दबाव बना रहा है। ये एक तरह से संविधान द्वारा दिये गये वोटिंग के अधिकार को छीनने का ग़ैर-क़ानूनी कृत्य है। इसे एक अपराध की तरह दर्ज करके तुरंत कार्रवाई की जाए अन्यथा माननीय सर्वोच्च से ये अपील होगी कि वो स्वतः संज्ञान लेते हुए पक्षपाती शासन-प्रशासन को निष्पक्ष चुनाव कराने का निर्देश दे।
अखिलेश यादव का दूसरा पोस्ट
वहीं, सपा मुखिया ने दूसरे पोस्ट में लिखा है कि ये मणिपुर नहीं है, ये उप्र के सीसामऊ विधानसभा सभा क्षेत्र के उपचुनाव से आई तस्वीरें हैं। सवाल ये है कि क्या उप्र सरकार की नाकामी की वजह से जनता में अब इतना विश्वास नहीं रह गया है कि वो बेख़ौफ़ वोट डालने बाहर निकल सके, इसीलिए इस (तथाकथित) विश्वास को उपजाने के लिए ये क़वायद की जा रही है। जनता सब समझती है कि ये क्यों किया जा रहा है। लोकतंत्र ‘दलबल’ से नहीं ‘जनबल’ से चलता है और हमेशा चलता रहेगा। किसी से न डरें, जमकर वोट करें! इस पोस्ट किए गए वीडियो में बड़ी संख्या में पुलिस के वाहन गलियों में गस्त करते हुए देखे जा सकते हैं।