एबीवीपी ने जेआरएफ शोधार्थियों की बायोमेट्रिक उपस्थिति, विभागीय पुस्तकालय के संचालन और टैगोर पुस्तकालय की समय सीमा बढ़ाने जैसी मांगों के लिए प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने शोधार्थियों की बायोमेट्रिक उपस्थिति के फैसले को वापस लेने की मांग की।
लखनऊ विश्वविद्यालय : एबीवीपी ने प्रशासनिक भवन में ताला लगाकर किया प्रदर्शन, कुलपति समेत कई अधिकारी हुए बंद
Sep 07, 2024 20:31
Sep 07, 2024 20:31
प्रशासनिक भवन पर लगाया ताला
एबीवीपी के छात्र लखनऊ विश्वविद्यालय के गेट नंबर चार पर इकट्ठे हुए और पैदल मार्च करते हुए प्रशासनिक भवन पहुंचे। छात्रों ने प्रशासनिक भवन पर ताला बंद कर प्रदर्शन किया, जिससे कुलपति और रजिस्ट्रार समेत कई अधिकारी अंदर बंद हो गए। प्रॉक्टोरियल टीम ने पहुंचकर छात्रों से बातचीत की, जिसके बाद कुलपति को ज्ञापन सौंपा गया।
फेलोशिप की मांग
एबीवीपी एलयू इकाई के अध्यक्ष जयव्रत राय ने कहा कि देश के कई विश्वविद्यालयों में नेट शोधार्थियों को फेलोशिप मिलती है, लेकिन लखनऊ विश्वविद्यालय में यह सुविधा उपलब्ध नहीं है। एबीवीपी ने इसे लागू करने की मांग की। इकाई मंत्री जतिन शुक्ला ने बुनियादी सुविधाओं की कमी जैसे पानी, पंखे, और शौचालय की व्यवस्था को सुधारने की बात कही। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के छात्रावास में बंद लाइब्रेरी को पुनः शुरू किया जाए और कक्षाओं में बैठने की उचित व्यवस्था की जाए।
यूजीसी गाइडलाइन का उल्लंघन
प्रांत सहमंत्री राजाराम कुशवाहा ने मांग की कि व्यायामशालाओं में आधुनिक उपकरण और प्रशिक्षकों की सुविधा दी जाए और खेलों के लिए बुनियादी ढांचा तैयार किया जाए। शोधार्थी प्रत्यूष पाण्डेय ने आरोप लगाया कि लखनऊ विश्वविद्यालय यूजीसी गाइडलाइन का उल्लंघन कर रहा है। उन्होंने कहा कि शोधार्थियों से हफ्ते में 8-10 घंटे के बजाय सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक बायोमेट्रिक उपस्थिति की मांग की जा रही है, जो अन्यायपूर्ण है।
आंदोलन की चेतावनी
प्रांत शोध कार्य संयोजक प्रियंका ठाकुर ने कहा कि अगर प्रशासन ने छात्रों की समस्याओं का समाधान नहीं किया, तो एबीवीपी आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी। इस प्रदर्शन में सैकड़ों छात्र शामिल थे, जिनमें तान्या तिवारी, अमन सिंह, अनुराग काकराण, क्षमा श्रीवास्तव, और कई अन्य प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
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