राज्य अध्यापक पुरस्कार : बेसिक शिक्षा विभाग करेगा यूपी के शिक्षकों को सम्मानित, जानिए क्या है प्रक्रिया...

बेसिक शिक्षा विभाग करेगा यूपी के शिक्षकों को सम्मानित, जानिए क्या है प्रक्रिया...
UPT | बेसिक शिक्षा विभाग कार्यालय

Jun 14, 2024 00:32

राज्य अध्यापक पुरस्कार बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षकों को दिया जाता है। इसके लिए विभाग ने ऑनलाइन प्रक्रिया 15 जून से शुरू कर दी जाएगी...

Jun 14, 2024 00:32

Lucknow News : राज्य अध्यापक पुरस्कार बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षकों को दिया जाता है। इसके लिए विभाग ने ऑनलाइन प्रक्रिया 15 जून से शुरू कर दी जाएगी। आवेदन करने के लिए अंतिम तिथि 10 जुलाई रखी गई है। शिक्षकों को इसके लिए अवेदन करने के लिए विभाग की ऑफिशल वेबसाइट www.prernaup.in  से जाकर आवेदन कर सकते हैं।

इन शिक्षकों का आवेदन नहीं होगा मान्य- बेसिक शिक्षा विभाग
बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा ये पुरस्कार उन शिक्षकों को दिया जाता है। जिनकी स्कूल में उपस्थित 100 प्रतिशत होती है। ऐसे शिक्षक जिनकी सेवानिवृत होने में 5 साल से काम का समय हो, वह आवेदन नहीं कर सकते हैं। इस पुरस्कार के लिए वे शिक्षक भी आवेदन नहीं कर सकते हैं। जिनकी कभी कोई आपराधिक पृष्ठभूमि रही हो।

बेसिक शिक्षा निदेशक प्रताप सिंह बघेल ने दी जानकारी 
बेसिक शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश की ओर से इस पुरस्कार को देने के लिए चयन समितियां को का गठन किया गया है। सभी आवेदनों का जनपदी स्तर से चयन समिति अभिलेखों के आधार पर 15 जुलाई से लेकर 25 जुलाई 2024 तक वेरिफिकेशन करेगी। चयन प्रक्रिया में अंत में शिक्षकों का चयन होगा। उसके बाद पोर्टल के माध्यम से जिला स्तरीय समिति की ओर से दोनों नाम राज्य चयन समिति को भेजा जाएगा। राज्य चयन समिति 26 जुलाई 2024 से 10 अगस्त 2024 तक प्राप्त अभिलेखो का फिर से मूल्यांकन कर अंतिम शिक्षकों का नाम चयन करेगी।

अपराधिक मामले होने पर नहीं मिलेगा सम्मान
उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा निदेशक प्रताप सिंह बघेल ने आगे जानकारी देते हुए बताया की वेरिफिकेशन के बाद विशेष रूप से इस बात पर ध्यान रहेगा कि सत्यापित किया हुआ कोई भी अध्यापक या अध्यापिका आपराधिक पृष्ठभूमि का ना हो। इसके संबंध में जिला अधिकारी की ओर से प्रमाण पत्र भी अनिवार्य किया जाएगा।

इन शिक्षकों और विद्यालयों का आवेदन मान्य नहीं
इस पुरस्कार के लिए वही शिक्षक आवेदन कर सकते हैं, जिनका स्कूल में उपस्थित 100 प्रतिशत रही है। ऐसे शिक्षक जिनकी सेवा निवृत्ति होने में 5 साल से काम का समय हो वह आवेदन नहीं कर सकते हैं। प्राथमिक विद्यालय, उच्च प्राथमिक विद्यालय में छात्र-छात्राओं का कम नामांकन नहीं होना चाहिए। संविदा शिक्षक, शिक्षा मित्र, सेवानिवृत शिक्षक, शैक्षिक प्रशासक, विद्यालय निरीक्षक एवं प्रशिक्षण प्रदान करने वाली संस्थाओं के शिक्षक इस पुरस्कार के लिए मान्य नहीं है। राज्य व राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त कर चुके शिक्षकों के भी आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा। पुरस्कार प्राप्त करने के लिए आवेदक शिक्षकों की सेवा अभिलेख उत्कृष्ट कोटि के होने चाहिए।

इन महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चयन समिति करेगी जांच
शिक्षक द्वारा नामांकन बढ़ाने या ड्रॉप आउट घटाने के उपाय किए गए हों। विद्यालयों में तैनाती के वर्तमान एवं पहले विद्यालयों में विगत 15 वर्षों में छात्रों का नामांकन कितना रहा बताना होगा। शिक्षक नियमित है इसकी जांच करनी होगी। शैक्षिक सत्र 2023-24 में शिक्षक द्वारा नामांकन और उपस्थिति बढ़ाने के लिए शिक्षक द्वारा किए गए कार्यों की जांच होगी।

शिक्षा के क्षेत्र में अनुपम योगदान के लिए सम्मान
राज्य अध्यापक पुरस्कार बेसिक शिक्षा विभाग के द्वारा शिक्षकों को दिया जाता हैं। राज्य अध्यापक पुरस्कार की व्यवस्था का उद्देश्य प्रदेश एवं जनपदों के सर्वोत्तम शिक्षकों के अनुपम योगदान को प्रोत्साहित करना है। इसका उद्देश्य ऐसे शिक्षकों को सम्मानित करना, जिन्होंने अपनी प्रतिबद्धता एवं परिश्रम के माध्यम से न केवल विद्यालय शिक्षा की गुणवत्ता में अपना योगदान दिया है, बल्कि उन्होंने अपने विद्यार्थियों के जीवन को समृद्धशाली भी बनाया है।

Also Read

गरीब परिवारों के बच्चों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुलभ कराने में जुटी योगी सरकार  

19 Sep 2024 11:22 PM

लखनऊ Lucknow News : गरीब परिवारों के बच्चों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुलभ कराने में जुटी योगी सरकार  

योगी सरकार की यह तैयारी सत्र 2025-26 में अलाभित और दुर्बल परवारों के होनहारों को अच्छी और नि:शुल्क शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा द्वारा जारी दिशा निर्देश के मुताबिक यह प्रक्रिया चार चरणों में पूरी कराई जाएगी। और पढ़ें