अंतिम चरण में कई दिग्गजों के भाग्य का होगा फैसला : उत्तर प्रदेश से पीएम, कैबिनेट मंत्रियों समेत मैदान में कई बड़े चेहरे

उत्तर प्रदेश से पीएम, कैबिनेट मंत्रियों समेत मैदान में कई बड़े चेहरे
UPT | लोकसभा चुनाव

May 27, 2024 17:11

अंतिम चरण में उत्तर प्रदेश की 13 सीटों पर मतदान होने हैं। जिनमें महराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर और रॉबर्ट्सगंज शामिल है।

May 27, 2024 17:11

Short Highlights
  • 1 जून शनिवार को अंतिम और सातवें चरण का मतदान होना है।
  • अंतिम चरण में ही प्रधानमंत्री की वाराणसी सीट पर भी मतदान होना है।
Loksabha Chunav : लोकसभा चुनाव के छ चरणों का मतदान समाप्त हो गया है। 1 जून शनिवार को अंतिम और सातवें चरण का मतदान होना है। इस चरण में उत्तर प्रदेश की 13 सीटों पर मतदान होने हैं। जिनमें महराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर और रॉबर्ट्सगंज शामिल है। अंतिम चरण में ही प्रधानमंत्री की वाराणसी सीट पर भी मतदान होना है। इसके अलावा कई बड़े चेहरों के भाग्य का फैसला इस चरण में होना है। जिसमें दो केंद्रीय मंत्री भी शामिल हैं।

नरेंद्र मोदी 
देश के प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के सबसे बड़े नेता नरेंद्र मोदी लगातार दो बार से वाराणसी सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।इस चुनाव में भी पीएम मोदी वाराणसी सीट से मैदान में हैं। पिछले चुनाव में प्रधानमंत्री ने इस सीट से समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार शालिनी यादव को चुनाव में हराया था। शालिनी यादव को 4 लाख 79 हजार 505 मतों से  हार का सामना करना पड़ा था। वहीं कांग्रेस के उम्मीदवार अजय राय तीसरे नंबर पर रहे थे। 2019 के चुनाव में कांग्रेस और सपा ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था। लेकिन इस बार के चुनाव में दोनों पार्टियां मिलकर चुनाव लड़ रही हैं। गठबंधन में यह सीट कांग्रेस के खाते में गई है। कांग्रेस ने फिर से उत्तर प्रदेश ईकाई के अध्यक्ष अजय राय को मैदान में उतारा हैं। साथ ही बहुजन समाज पार्टी ने अतहर जमाल लाड़ी को वाराणसी सीट से टिकट दिया है। पीएम मोदी इस बार भी चुनाव जीतते हैं तो लगातार इस सीट से तीन बार चुनाव जीतने वाले वो दूसरे नेता बन जाएंगे। इससे पहले इस सीट से बीजेपी के ही शंकर प्रसाद जयसवाल लगातर तीन बार चुने जा चुके हैं। 

अनुप्रिया पटेल 
अनुप्रिया पटेल मोदी सरकार में कॉमर्स और इंडस्ट्री राज्य मंत्री हैं। अनुप्रिया पटेल अपना दल (सोनेलाल) की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। अनुप्रिया उत्तर प्रदेश में बीजेपी की एक मजबूत गठबंधन साथी हैं। पिछले सरकार में भी अनुप्रिया पटेल मोदी सरकार में मंत्री थीं। 2014 के बाद से लगातार एनडीए में बनी हुई हैं। अनुप्रिया पटेल मिर्जापुर लोकसभा सीट से  लगातर दो बार से सांसद चुनी जा रही हैं। पूर्वांचल में भाजपा की मजबूत सहयोगी के रूप में अनुप्रिया पटेल उभर कर आई हैं। इस लोकसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन में मिर्जापुर लोकसभा सीट से अपना दल (सोनेलाल) के पास गई है। इस सीट से अनुप्रिया खुद चुनाव लड़ रही हैं। समाजवादी पार्टी ने भदोही लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के सांसद रमेश चंद बिंद को उम्मीदवार बनाया है। रमेश चंद बिंद कुछ ही दिनों पहले भाजपा छोड़कर सपा में शामिल हो गए थे। रमेश चंद बिंद के आ जाने से यह चुनाव बहुत रोचक हो गया है। अनुप्रिया पटेल अगर इस बार भी चुनाव जीतने में सफल होती हैं तो इस सीट से लगातार तीन बार जीतने वाली वो पहली नेता बन जाएंगी। 

अफजाल अंसारी 
अफजाल अंसारी का गाजीपुर और उसके आस-पास के इलाकों में काफी दबदबा रहा हैं। अफजाल 1985 से 2002 तक लगातार विधायक रहे हैं। साथ ही  दो बार गाजीपुर लोकसभा सीट से सांसद चुने जा चुके हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में अफजाल अंसारी ने भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेता मनोज सिन्हा को चुनाव में हराया था। मनोज सिन्हा को 1 लाख से ज्यादा मतों से हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि 2019 के चुनाव में अफजाल ने बहुजन समाज पार्टी ने चुनाव लड़ा था। लेकिन इस बार समाजवादी पार्टी के टिकट पर मैदान में है। अफजाल अंसारी के सामने भारतीय जनता पार्टी ने अपने पुराने कार्यकर्ता पारस नाथ राय को मैदान में उतारा है। पारस नाथ राय पार्टी के बड़े चेहरे नहीं हैं लेकिन संघ के कार्यकर्ता के रूप में वो गाजीपुर में काफी सक्रिय रहे हैं। दूसरी तरफ अफजाल के भाई मुख्तार अंसारी की मौत के बाद यह पहला चुनाव है, जिसमें अफजाल अंसारी अपने भाई की गैरमौजूदगी में चुनाव लड़ रहा है। इस सीट पर पूरे प्रदेश की नजर हैं। गाजीपुर लोकसभा सीट पर तकरीबन 10 प्रतिशत मुसलमान है तो अनुसूचित जाति 20 प्रतिशत के ज्यादा है। यह देखना दिलचस्प होगा कि अफजाल अंसारी तीसरी बार इस सीट का प्रतिनिधित्व कर पाएंगे या नहीं।

महेंद्र नाथ पांडेय 
महेंद्र नाथ पांडेय मोदी सरकार में भाड़ी उद्योग मंत्रालय के मंत्री हैं। महेंद्र नाथ पांडेय लगातर दो बार से चंदौली लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। 2014 और 2019 के चुनाव में उनको इस सीट से जीत हासिल हुई थी। पिछले चुनाव में महेंद्र नाथ पांडेय ने सपा के संजय सिंह चौहाण को चुनाव में हराया था। हालांकि 20 हजार से भी कम वोट से महेंद्र नाथ पांडेय ने यह चुनाव जीता था। जबकि 2014 के चुनाव में 1 लाख से ज्यादा मतों से जीत हासिल हुई थी। इस बार समाजवादी पार्टी ने वीरेंद्र सिंह को चंदौली लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। वीरेंद्र सिंह कई बार उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य रह चुके हैं। साथ ही बहुजन समाज पार्टी ने सत्येंन्द्र मौर्य को मैदान में उतारा है। चंदौली लोकसभा वाराणसी लोकसभा क्षेत्र से सटा हुआ है। इस सीट पर यादव समुदाय के लोग सबसे ज्यादा हैं। यादव इस सीट पर ढ़ाई लाख से ज्यादा है। वहीं ब्राह्मण, राजपूत, मुस्लिमों की जनसंख्या भी एक लाख से ज्यादा है।

रवि किशन 
उत्तर प्रदेश की सबसे हॉट सीटों में से एक हैं गोरखपुर लोकसभा सीट। वर्तमान में इस सीट से भोजपुरी स्टार रवि किशन सांसद हैं। 2019 में हुए चुनाव में रवि किशन ने सपा के रामभुल निषाद को चुनाव में हराया था। रवि किशन ने इस चुनाव को 3 लाख से ज्यादा मतों से जीता था। पिछले चुनाव में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी ने मिलकर चुनाव लड़ा था। लेकिन इस बार समाजवादी पार्टी ने काजल निषाद गोरखपुर लोकसभा सीट से टिकट दिया है। तो वहीं बहुजन समाज पार्टी ने जावेद सिमनानी को मैदान में उतारा है। उत्तर प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 16 साल तक इस सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद 2018 में हुए उप-चुनाव में यह सीट समाजवादी पार्टी के पास चली गई थी। लेकिन 2019 में हुए आम चुनाव में भाजपा के टिकट पर रवि किशन ने भारी वोटों के अंतर से चुनाव जीता था।

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