जूही सिंह ने कहा कि हमारा एकमात्र लक्ष्य विधानसभा चुनाव 2027 में उत्तर प्रदेश में सरकार को बदलना है और राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनना है। क्योंकि उत्तर प्रदेश के लिए ये बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी जनता के बीच जाकर लोगों को जोड़ने की प्रभावी कोशिश करेगी।
सपा की 2027 की तैयारी : अखिलेश यादव ने तैयार की खास रणनीति, चौपाल से बनाएंगे माहौल, आधी आबादी पर फोकस
Jan 04, 2025 17:27
Jan 04, 2025 17:27
घर-घर जाकर चौपाल लगाकार अपनी बात पहुंचाएगी सपा
पार्टी की महिला सभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष जूही सिंह ने बताया कि आज की बैठक में हमारे सारे संगठन के राष्ट्रीय व प्रदेश अध्यक्ष मौजूद रहे। इसके अलावा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय, राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव सहित अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। इस दौरान विधानसभा 2027 को लेकर रणनीति तय हुई। हम लोग घर-घर जाकर चौपाल लगाकार लोगों तक राष्ट्रीय अध्यक्ष का संदेश पहुंचाएंगे और भारतीय जनता पार्टी की सरकार में जो भी भ्रष्टाचार, अत्याचार और अनाचार चल रहा है, उसको उजागर करेंगे।
यूपी के लिए अखिलेश यादव का मुख्यमंत्री बनना जरूरी
जूही सिंह ने कहा कि मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव ही नहीं हमारा लक्ष्य हमेशा से हर चुनाव को जीतना रहा है। इसलिए संगठन के स्तर पर इसे लेकर काम किए जा रहे हैं। हमारा एकमात्र लक्ष्य विधानसभा चुनाव 2027 में उत्तर प्रदेश में सरकार को बदलना है और राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनना है। क्योंकि उत्तर प्रदेश के लिए ये बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी जनता के बीच जाकर लोगों को जोड़ने की प्रभावी कोशिश करेगी। संविधान को लेकर भाजपा का जो चेहरा देखने को मिला है, उसे लेकर भी हम जनता के बीच अपनी बात रखेंगे। चौपाल, आंदोलन, धरना आदि में डॉक्टर आंबेडकर के अपमान का मुद्दा उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सपा के आंदोलनों में महिलाओं की अहम भूमिका रही है। वर्ष 2027 को लेकर आंदोलन और कार्यक्रमों में भी आधी आबादी की बड़ी जिम्मेदारी है, ये बात राष्ट्रीय अध्यक्ष ने स्वयं कही है। महिलाओं की सहभागिता से आंदोलन को आगे बढ़ाया जाएगा।
'महिला वीरांगना' और 'संविधान प्रहरी' होंगे सपा की ताकत
पार्टी नेताओं के अनुसार, सपा ने महिलाओं को सशक्त बनाने और उन्हें अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए 'महिला वीरांगना' और 'संविधान प्रहरी' की योजना बनाई है। यह संगठन बूथ स्तर पर काम करेंगे। सपा महिला सभा की प्रदेश अध्यक्ष रीबू श्रीवास्तव ने बताया कि यह योजना न केवल महिलाओं को सपा से जोड़ने का प्रयास है, बल्कि महिलाओं के मुद्दों को समझते हुए उन्हें हल करने का वादा भी है। सपा लगातार अपने पीडीए यानी पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक फॉर्मूले पर जोर देती रही है, जिसमें अब आधी आबादी को भी प्राथमिकता दी जा रही है।
महिलाओं का वोट बैंक : सपा का मुख्य फोकस
समाजवादी पार्टी समझती है कि महिलाओं का समर्थन किसी भी राजनीतिक दल के लिए सत्ता का रास्ता आसान बना सकता है। भारतीय जनता पार्टी ने महिलाओं के मुद्दों, जैसे गैस सिलेंडर योजना और महिला सशक्तीकरण को केंद्र में रखकर अपने मजबूत वोट बैंक का निर्माण किया है। सपा अब 'महिला वीरांगना' और 'संविधान प्रहरी' जैसे अभियानों के माध्यम से भाजपा के इस प्रभाव को कम करने की कोशिश कर रही है। सियासी विश्लेषकों के मुताबिक, सपा यह समझती है कि महिलाओं को प्राथमिकता देने से पार्टी को बड़े पैमाने पर समर्थन मिल सकता है। इसके लिए महिला सभा को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है।
2027 में चित्त हो जाएगी भाजपा
पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के अध्यक्ष राज्यपाल कश्यप ने कहा कि आज बैठक में ऐसी रणनीति बनी है कि 2027 में भाजपा चित्त हो जाएगी। मिशन 2024 की रणनीति की तरह इस बार भी प्लानिंग हो रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा हारेगी और समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी। भाजपा लूट का केंद्र और भ्रष्टाचारियों की पार्टी है। उन्होंने प्रदेश सरकार में मंत्री आशीष पटेल के ताजा बयानों को लेकर मची सियासी हलचल पर कहा कि वर्तमान में भाजपा में दिल्ली और लखनऊ का झगड़ा चल रहा है। ये बात प्रदेश की जनता अच्छी तरह जान रही है।
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