बहराइच हिंसा में बुलडोजर कार्रवाई पर 4 नवंबर तक रोक जारी : हाईकोर्ट ने दोनों पक्षों से मांगे दस्तावेज

हाईकोर्ट ने दोनों पक्षों से मांगे दस्तावेज
UPT | Bahraich Violence

Oct 23, 2024 17:33

इस बीच बहराइच में अब हालात सामान्य होने लगे हैं। हिंसापूर्ण माहौल के बीच कई दिनों बंद दुकानें अब खुलने लगी हैं और ग्राहकों की आावाजाही शुरू हो चुकी है। लोगों के खरीदारी करने से दुकानदारों को भी राहत मिली है। शासन प्रशासन अभी भी स्थिति पर नजर बनाए हुए है। महराजगंज में पुलिस सतर्कता बरत रही है।

Oct 23, 2024 17:33

Lucknow News : बहराइच हिंसा के आरोपियों के मकानों पर बुलडोजर एक्शन पर रोक फिलहाल जारी रहेगी।  हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने बुधवार को दोनों पक्षों को सुना। इसके बाद दोनों पक्षों सरकार और पीड़ितों को मामले में अपने-अपने साक्ष्य और दस्तावेज पेश करने के आदेश दिए हैं। मामले में अगली सुनवाई 4 नवंबर को होगी। तब तक जारी बहराइच में लोक निर्माण विभाग के दिए नोटिस पर एक्शन को लेकर रोक जारी रहेगी। इस तरह 4 नवंबर तक बहराइच में बुलडोजर कार्रवाई पर रोक लग गई है। 

23 मकानों को नोटिस जारी करने के बाद कोर्ट में पहुंचा मामला
इससे पहले लोक निर्माण विभाग की ओर से बीते शुक्रवार की शाम 23 मकानों पर अतिक्रमण हटाने का नोटिस चस्पा किए जाने के बाद से लोगों में हड़कंप मच गया था। शनिवार सुबह से ही लोग अपना अतिक्रमण हटाने में जुटे थे, वहीं रविवार को इस मामले में दायर पीआईएल पर सुनवाई करते हुए उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने 23 अक्टूबर को होने वाले अगली सुनवाई तक इस कार्रवाई पर रोक लगा दी थी। 



हालात होने लगे सामान्य, पटरी पर दौड़ने लगा जनजीवन
इस बीच बहराइच में अब हालात सामान्य होने लगे हैं। हिंसापूर्ण माहौल के बीच कई दिनों बंद दुकानें अब खुलने लगी हैं और ग्राहकों की आावाजाही शुरू हो चुकी है। लोगों के खरीदारी करने से दुकानदारों को भी राहत मिली है। शासन प्रशासन अभी भी स्थिति पर नजर बनाए हुए है। महराजगंज में पुलिस सतर्कता बरत रही है। कस्बों व चौराहों पर पुलिस की टीम की गश्त जारी है। वहीं महराजगंज कस्बे के अलावा, महसी तहसील गेट, महेशपुरवा, रमपुरवा, सधुवापुर, सिकंदरपुर, भगवानपुर, महसी कस्बा, राजी चौराहा, चंदपइया, खरचहा चौराहा, सोतिया भट्ठा तिराहा पर पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं। प्रभावित कस्बे में जनजीवन पटरी पर लौटने से लोग खुश हैं। 

4 नवंबर के बाद ही पीडब्ल्यूडी के अधिकारी करेंगे आगे की कार्रवाई
हाईकोर्ट ने यूपी सरकार की ओर जारी किए गए तोड़फोड़ नोटिस का जवाब देने के लिए अवैध निर्माणकर्ताओं को 15 दिन का समय भी दिया है। इस तरह हाईकोर्ट में बुधवार को सुनवाई होने के बाद हिंसा के आरोपियों को एक बार फिर राहत मिली है। अब 4 नवंबर के बाद ही लोक निर्माण विभाग के अधिकारी आगे की कार्रवाई करेंगे। 

अवकाश होने के बावजूद हाईकोर्ट कर चुका है मामले की सुनवाई 
बहराइच हिंसा के प्रकरण को लेकर हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ रविवार को अवकाश होने के बावजूद सुनवाई कर चुकी है। एसोसिएशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स के उपाध्यक्ष उत्तर प्रदेश पूर्वी, सैयद महफूजुर रहमान के जरिए दायर जनहित याचिका पर बुलडोजर एक्शन की प्रस्तावित कार्रवाई को चुनौती दी गई है। जस्टिस अताउ रहमान मसूदी और जस्टिस सुभाष विद्यार्थी की बेंच ने प्रभावित लोगों को यूपी सरकार की ओर जारी किए गए तोड़फोड़ नोटिस का जवाब देने के लिए 15 दिन का समय दिया है। 

सुप्रीम कोर्ट ने इस पर लगाई है रोक
याचिकाकर्ता के वकील इससे पहले कह चुके हैं कि सरकार की कार्रवाई सुप्रीम कोर्ट के 17 सितंबर के अंतरिम आदेश के विपरीत है। इसमें कहा गया था कि देश में सार्वजनिक सड़कों, फुटपाथों, रेलवे लाइनों या जलाशयों पर अतिक्रमण को छोड़कर उसकी अनुमति के बिना कोई भी तोड़फोड़ नहीं की जानी चाहिए। इस पर अदालत ने मौखिक रूप से टिप्पणी की कि उसके पास यह मानने का कोई कारण नहीं है कि राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन नहीं करेगी। खंडपीठ ने राज्य के वकील को संबंधित सड़क पर निर्माण के लिए स्वीकृत मानचित्रों की संख्या निर्दिष्ट करने के लिए तीन दिन का समय दिया, जो पूरा हो चुका है। 

पीडब्ल्यूडी ने इस आधार पर जारी किया है नोटिस
इस प्रकरण में पीडब्ल्यूडी के जिस नोटिस के बाद मामला अदालत की चौखट में पहुंच गया है, उसमें कहा गया है कि ये निर्माण अवैध हैं, क्योंकि इन्हें ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क के केंद्रीय बिंदु से 60 फीट के भीतर बनाया गया है। विभाग के मुताबिक महराजगंज में सड़कें चौड़ी करने के लिए अतिक्रमण हटाया जा रहा है। नोटिस में कहा गया है कि यदि निर्माण कार्य बहराइच के जिला मजिस्ट्रेट की अनुमति या विभागीय पूर्व अनुमोदन से किया गया है, तो ऐसी अनुमति की मूल प्रति तत्काल उपलब्ध कराई जानी चाहिए। इसके अलावा नोटिस में कब्जाधारियों से तीन दिन के भीतर अवैध निर्माण हटाने को कहा गया। ऐसा नहीं करने पर निर्माण हटाने की चेतावनी दी गई। साथ ही कहा गया कि इसमें होने वाले खर्च की वसूली भी संबंधित लोगों से की जाएगी।

13 अक्टूबर को हिंसह झड़प के बाद हालात हुए तनावपूर्ण
बहराइच में विगत 13 अक्टूबर को मूर्ति विसर्जन के दौरान दो समुदाय के बीच हिंसक झड़प के बाद हालात तनावपूर्ण हो गए थे। इस दौरान रामगोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। जिसके बाद भीड़ आक्रोशित हो गई। अगले दिन 14 अक्टूबर को भीड़ ने आगजनी की घटना को अंजाम दिया। इस मामले में अब तक 11 एफआईआर दर्ज करते हुए लगभग 1000 लोगों का आरोपी बनाया गया है। मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद, फहीम, अफजल, अफजल और रिंकू उर्फ सरफराज सहित 88 आरोपी गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं।

Also Read

भूपेंद्र चौधरी बोले- संवैधानिक व्यवस्था वाला एकमात्र सियासी दल

23 Oct 2024 07:54 PM

लखनऊ भाजपा में प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर नेता पैरवी में जुटे : भूपेंद्र चौधरी बोले- संवैधानिक व्यवस्था वाला एकमात्र सियासी दल

प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने कहा कि संगठन चुनाव की प्रारंभिक तैयारियों के लिए ये बैठक हुई है। इसके साथ ही चुनाव की प्रक्रिया भी प्रारंभ हो गई है। प्रदेश की कार्यशाला 28 अक्टूबर को लखनऊ में आयोजित की जाएगी। जिला स्तर पर 5 नवंबर को कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। और पढ़ें