Health News : बलरामपुर के चिकित्सकों ने जटिल ऑपरेशन कर ढाई साल बच्ची को दिया नया जीवन

बलरामपुर के चिकित्सकों ने जटिल ऑपरेशन कर ढाई साल बच्ची को दिया नया जीवन
UPT | गुंजन को मिला नया जीवन।

Jun 20, 2024 00:02

बलरामपुर अस्पताल के चिकित्सकों ने एक ​जटिल ऑपरेशन करके ढाई साल की बच्ची को नया जीवन दिया। यह बच्ची दुर्लभ बीमारी कोलेडोकल सिस्ट से पीड़ित थी।

Jun 20, 2024 00:02

Short Highlights
  • डेढ़ लाख बच्चों में से किसी एक को होती है ये बीमारी
  • छोटी आंत को जोड़कर बनाई नई नली
Lucknow News: बलरामपुर अस्पताल के चिकित्सकों ने एक ​जटिल ऑपरेशन करके ढाई साल की बच्ची को नया जीवन दिया। यह बच्ची दुर्लभ बीमारी कोलेडोकल सिस्ट (पित्त की नली की जन्मजात विकृति) से पीड़ित थी। ऐसे मामले करीब डेढ़ लाख बच्चों में से एक में पाया जाता है। चार डॉक्टरों की टीम ने मासूम के पित्त की ख़राब हो चुकी नली को हटाकर लिवर से छोटी आंत को जोड़कर नई नली बनाई। पीकू वार्ड में भर्ती बच्ची की सेहत में सुधार है। ऑपरेशन में करीब चार घंटे का समय लगा। डॉक्टरों ने बताया कि निजी अस्पताल में दो लाख खर्च बताया था। यहां पर नि:शुल्क ऑपरेशन हुआ है।

इलाज में देर होने पर लिवर खराब होने की आंशका
बलरामपुर अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अखिलेश कुमार ने बताया कि लखनऊ के माल निवासी तुलसीराम और रेनू एक हफ्ते पहले अपनी ढाई की साल की बेटी गुंजन को लेकर आए।जांच में पाया कि गुंजन के लिवर में बना हुआ पित्त आंतों तक नहीं पहुंच पा रहा था। इससे मासूम के पेट में दर्द, बार बार पीलिया हो जा रहा था। इलाज में देर होने पर लिवर खराब होने की आंशका बढ़ जाती है। परिजनों की सहमति पर ऑपरेशन किया। 

निदेशक की चिकित्सकों की सराहना की
बलरामपुर अस्पताल के निदेशक एवं प्रमुख अधीक्षक डॉ. पवन कुमार ने बताया कि इस तरह की बीमारी करीब डेढ़ लाख बच्चों में एक को होती है। सही समय पर इलाज न होने से बहुत गंभीर परिणाम होते हैं और लिवर खराब होने की गुंजाइश बनी रहती है। उन्होंने जटिल ऑपरेशन करने वाली टीम की सराहना की है। ऑपरेशन टीम में डॉ. अखिलेश कुमार के अलावा डॉ. एमपी सिंह, डॉ. एएस चंदेल, डॉ. बीबी भट्ट व नर्स सीमा शुक्ला, निर्मला शामिल रहीं।

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