भाजपा के संगठन चुनावों में पदों के लिए बड़ी संख्या में नामांकन ने पार्टी के चुनाव संचालन को जटिल बना दिया है। मंडल अध्यक्षों के चुनाव में पदाधिकारियों को दावेदारों की भारी संख्या के कारण निर्णय लेने में मुश्किलें हो रही हैं।
भाजपा संगठन चुनाव : मंडल अध्यक्ष के लिए नामांकन की अधिकता ने बढ़ाई परेशानी, 25 दिसंबर तक होगा नामों का ऐलान
Dec 22, 2024 12:58
Dec 22, 2024 12:58
संगठन चुनाव की शुरुआत
भाजपा ने अक्टूबर में संगठन चुनावों की प्रक्रिया शुरू की थी। 1,62,204 बूथों पर अध्यक्ष चुने जाने के बाद, 95 जिलों के 1,918 मंडलों में अध्यक्ष पद के लिए 15 दिसंबर तक चुनाव पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था। पार्टी के दिशानिर्देशों के अनुसार 35 से 45 वर्ष के युवा, जो कम से कम दो बार के सक्रिय सदस्य हों और जिनकी छवि साफ-सुथरी हो, नामांकन के पात्र थे। साथ ही जिला स्तर पर तीन नामों का पैनल तैयार कर प्रदेश नेतृत्व को भेजने के निर्देश दिए गए थे।
बढ़ी हुई प्रतिस्पर्धा
पार्टी सूत्रों के अनुसार मंडल स्तर पर नामांकन की संख्या उम्मीद से अधिक रही है। कई मंडलों में 15 से 20 तक नामांकन हुए हैं, जिससे जिला स्तर के पदाधिकारियों को तीन नामों का चयन करना मुश्किल हो गया है। सत्ता में होने के कारण कार्यकर्ताओं में पदाधिकारी बनने की होड़ साफ दिखाई दे रही है।
स्थिति संभालने की कोशिश
पार्टी ने चुनाव प्रक्रिया को सुचारू बनाने के लिए पहले से पर्याप्त संख्या में चुनाव अधिकारी और पर्यवेक्षक तैनात किए थे। गाइडलाइंस जारी करने के साथ ही प्रशिक्षण कार्यशालाओं का भी आयोजन किया गया। इसके बावजूद बड़ी संख्या में दावेदारों के कारण जिला स्तर के पदाधिकारी असमंजस में हैं और निर्णय लेने की जिम्मेदारी प्रदेश नेतृत्व पर डाल दी गई है।
प्रदेश नेतृत्व की भूमिका अहम
भाजपा नेतृत्व ने चुनाव प्रक्रिया को विवाद-मुक्त रखने के लिए सतर्कता बढ़ा दी है। पार्टी के वरिष्ठ नेता पूरी प्रक्रिया पर नजर रखे हुए हैं ताकि सभी फैसले पारदर्शी और निष्पक्ष रहें। अब देखना होगा कि प्रदेश स्तर पर मंडल अध्यक्षों के चयन की प्रक्रिया कब तक पूरी होती है और यह बड़ी चुनौती कैसे हल होती है।
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