UP News : भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में विपक्ष के दुष्प्रचार का जवाब देने का प्रस्ताव, पार्टी करेगी पर्दाफाश

भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में विपक्ष के दुष्प्रचार का जवाब देने का प्रस्ताव, पार्टी करेगी पर्दाफाश
UPT | भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक हुई।

Jul 14, 2024 23:30

प्रस्ताव में कहा गया कि विपक्ष में होने पर पिछड़े, दलितों और वंचितों के हितैषी होने का ढोंग करने वाले समाजवादी पार्टी के लोग जब सत्ता में होते हैं, तब अपना असली रंग दिखाते हैं। सत्ता में रहते हुए प्रमोशन में आरक्षण खत्म करने का कार्य करते हैं।

Jul 14, 2024 23:30

Short Highlights
  • कांग्रेस ने लोकहित त्यागकर संविधान में अपनी सुविधानुसार किया परिवर्तन 
  • सत्ता में आने पर सपा का पिछड़े, दलितों और वंचितों को लेकर असली चेहरा होता है बेनकाब
Lucknow News : भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में कई अहम राजनीतिक प्रस्ताव पारित किए गए। इसमें संविधान परिवर्तन को लेकर विपक्ष के फैलाए भ्रम का जवाब देने सहित आगे की तैयारियों को लेकर निर्णय किया गया। राजनीतिक प्रस्ताव में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा गया। प्रस्ताव में पार्टी ने ये माना कि लोकसभा चुनाव में यूपी में उम्मीद के मुताबिक नतीजे नहीं मिले। विपक्ष ने दुष्प्रचार करके जीत हासिल की। इसके साथ ही केंद्र और प्रदेश सरकार की विभिन्न कार्यों को लेकर प्रशंसा की गई। प्रस्ताव में कहा गया कि भाजपा की डबल इंजन की सरकारों के नेतृत्व में अपराधी भयक्रान्त है, सेवा व सुशासन का मेल है। भारत के इतिहास में छह दशक बाद नरेंद्र मोदी को देश में तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाये जाने का ऐतिहासिक कार्य हुआ है। 

संविधान में बदलाव और आरक्षण खतरे का भय दिखाकर विपक्ष ने फैलायी अफवाह
प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में नरेन्द्र मोदी को तीसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनने पर बधाई दी गई। इस दौरान कहा गया कि उत्तर प्रदेश में आये चुनाव नतीजे हमारी अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहे हैं। इसके लिए विपक्ष के संविधान को लेकर दुष्प्रचार को जिम्मेदार ठहराया गया और कहा गया कि 'संविधान परिवर्तन हो जाएगा', 'आरक्षण खतरे में है' का भय दिखाकर और प्रत्येक महिला को हर महीने खाते में 8500 रुपए का झूठा प्रलोभन देने जैसी कई अफवाहें इसके लिए जिम्मेदार हैं। इनकी वजह से पार्टी को उम्मीद के मुताबिक सफलता नहीं मिल सकी। 

कांग्रेस ने निजी स्वाार्थ में संविधान में किया बदलाव
राजनीतिक प्रस्ताव में कहा गया कि निजी स्वार्थ में कांग्रेस ने कई बार लोकहित को त्यागकर संविधान में अपनी सुविधानुसार परिवर्तन करने का काम किया है। 25 जून, 1975 को देश में तानाशाह सरकार ने आपातकाल थोपा, जो संविधान पर सीधा हमला था। वर्तमान केंद्र सरकार ने 25 जून को संविधान हत्या दिवस के रूप में घोषित किया है। हम भारत के संविधान को सिर्फ राजकाज का माध्यम नहीं मानते, बल्कि हमारा संविधान जन-चेतना का हिस्सा हो, इसी उद्देश्य के साथ हमारी सरकार ने 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाना शुरू किया है। 

सपा पिछड़े, दलितों और वंचितों के हितैषी होने का करती है ढोंग
प्रस्ताव में कहा गया कि हम ओबीसी और एससी के आरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है। भाजपा सरकार ने केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, सैनिक स्कूल, नीट की सीटों में पिछड़े वर्ग के छात्र-छात्राओं को महत्व दिया गया है। इसके साथ ही पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा भी दिया है। विपक्ष में होने पर पिछड़े, दलितों और वंचितों के हितैषी होने का ढोंग करने वाले समाजवादी पार्टी के लोग जब सत्ता में होते हैं, तब अपना असली रंग दिखाते हैं। सत्ता में रहते हुए प्रमोशन में आरक्षण खत्म करने का कार्य करते हैं। सपा सरकार के दौरान कन्नौज मेडिकल कॉलेज के नाम से भारत रत्न बाबा साहेब अंबेडकर का नाम हटाया गया था। उनके पदाधिकारियों ने गुस्सा दिखाते हुए बाबा साहब के नाम के बोर्ड को भी तोड़ दिया था। इतना ही नही सपा के एक नेता ने गाजियाबाद में हज हाउस के उद्घाटन समारोह में बाबा साहेब को जमीन पर कब्जा करने वाला भू माफिया तक बोल दिया था। बड़बोलेपन में उस नेता ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सैकड़ों जगह पर एक साहब की प्रतिमा लगी है, उसमें उनकी उंगली कुछ खास इशारा करती है, प्रतिमा कह रही है कि यह जमीन मेरी है, लेकिन सामने वाला प्लाट भी तो मेरा ही है और ऐसे समय पर सपा मुखिया बैठे मुस्कुरा रहे थे। 

विपक्ष के फैलाये भ्रमजाल के कारण सामाजिक वातावरण जहरीला 
सपा सरकार में जितने जिलों के नाम दलित चिंतकों के नाम पर थे सबको बदलने का काम भी किया था। जगह जगह ऐसे प्रतीकों की मूर्तियों को नुकसान पहुंचाने का काम करने वालों को समाज कैसे भूल सकता है। विगत चुनाव में विपक्ष के फैलाये भ्रमजाल के कारण ही प्रदेश का सामाजिक वातावरण जहरीला हुआ है, इस विषाक्त वातावरण में जाति को जाति से लड़ाने का कुत्सित काम भी किया गया है, एक दूसरे के प्रति संदेह का माहौल खड़ा किया गया है, सामाजिक ताने बाने को छिन्न-भिन्न करके राष्ट्र निर्माण की यात्रा में बाधाएं खड़ी की गयीं।

जनता के बीच जाकर विपक्ष के फैलाये भ्रमजाल का करेंगे पर्दाफाश 
राजनीतिक प्रस्ताव में अब और अधिक सामर्थ्य के साथ एक जुट होकर आगे बढ़ना की बात कही गई। अटलजी के बयान का जिक्र करते हुए कहा गया कि 1980 में हुई पहली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में उन्होंने कहा था कि, भाजपा राजनीति में, राजनीतिक दलों में, राजनेताओं में, जनता के खोये हुए विश्वास को पुनः स्थापित करने के लिए जमीन से जुड़ी राजनीति करेगी। हम एक हाथ में भारत का संविधान और दूसरे में समता का निशान लेकर मैदान में कूदेंगे। हम छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन और संघर्ष से प्रेरणा लेंगे। सामाजिक समता का बिगुल बजाने वाले महात्मा फुले हमारे पथ प्रदर्शक होंगे। हमें उनके बताये मार्ग को बार बार याद करते हुए आगे बढ़ना है। हम सभी को जनता के बीच जाकर विपक्ष के फैलाये इस भ्रमजाल का पर्दाफाश करना है। 

मोदी योगी सरकार ने सांस्कृति विरासत को संजोने-संवारने का किया काम
प्रस्ताव में कहा गया कि भाजपा सरकार ने बाबा केदारनाथ के जीर्णोद्धार-कॉरिडोर निर्माण से लेकर, नव्य भव्य काशी कॉरीडोर, महाकाल मंदिर कॉरिडोर, बाबा साहब को समर्पित पंच तीर्थों का निर्माण, करतार साहिब कॉरिडोर एवं अयोध्या में 500 वर्षों के संघर्ष के बाद भव्य नव्य अयोध्या, प्रभु श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा कराकर अपनी सांस्कृतिक विरासत को संजोने, संवारने का कार्य किया है। उत्तर प्रदेश में भी भाजपा सरकार ने अपनी संस्कृति और विरासत को सहेजते हुए अनेक अतुलनीय कार्य किए है। जिसमें मां विध्यवासिनी धाम, नैमिषारण्य धाम, कल्कि धाम, शुक्र तीर्थ, चित्रकूट, मथुरा वृंदावन, बुद्ध परिनिर्वाण स्थली कुशीनगर सहित अनेक पौराणिक आस्था के केंद्र को नव्य भव्य रूप दिया, जिससे स्थानीय लोगों की आय बढ़ी है। प्रदेश कार्य समिति ने इन कार्यों के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद भी​ दिया।

Also Read

इमारत के गिरने की जांच करेगा एलडीए, निर्माण गुणवत्ता पर उठे सवाल, 2011 में तैयार हुई थी बिल्डिंग

7 Sep 2024 11:50 PM

लखनऊ लखनऊ हादसा : इमारत के गिरने की जांच करेगा एलडीए, निर्माण गुणवत्ता पर उठे सवाल, 2011 में तैयार हुई थी बिल्डिंग

लखनऊ में शनिवार की शाम एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जब एक 13 साल पुरानी इमारत अचानक गिर गई। इस घटना ने शहर के विकास और निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। और पढ़ें