हसनगंज में रहने वाले फर्नीचर कारीगर शेरखान की हत्या का पुलिस ने शनिवार को राजफाश कर दिया। दोस्तों ने ही इस हत्याकांड को अंजाम दिया था।
शेरखान हत्याकांड में सनसनीखेज खुलासा : दोस्त ही निकले कातिल, इस वजह से ली थी जान
Sep 28, 2024 21:04
Sep 28, 2024 21:04
कमीशन बढ़ाने का बना रहा था दबाव
अपर पुलिस उपायुक्त (एडीसीपी) मध्य मनीषा सिंह के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने बताया कि वह फर्जी दस्तावेजों के आधार पर इंश्योरेंस और लोन का काम करते थे। शेरखान दस्तावेज तैयार कराता था। जिसके लिए वह लोगों के आधार कार्ड लेकर आता था। उसे उसका कमीशन दिया जाता था। शेरखान कमीशन बढ़ाने का दबाव बना रहा था। इसी के चलते उससे विवाद हो गया था। कमीशन नहीं बढ़ाने पर शेरखान पुलिस में शिकायत करने की धमकी देने लगा था। इसलिए उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे और सर्विलांस की मदद से हत्या में शामिल सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
ये हुए गिरफ्तार
गिरफ्तार आरोपितों में पिकनिक स्पॉट फरीदीनगर का बृजेश शर्मा, मुंशीगंज तिकया का कपिल, महानगर वाल्मीकि कालोनी का रहने वाला रवि, बुद्धेश्वर का अमित कुमार, कानपुर ढकनापुरवा बाबूपुरवा का बबलू, कल्याणपुर का विक्की रस्तोगी और चरही डालीगंज का मोनू गौड़ है
ऐसे की हत्या
पूछताछ में सारे आरोपितों से घटनाक्रम की जानकारी दी। बताया कि दिन भर सभी ने शराब पी। इसके बाद शेरखान को कुकरैल के जंगल में पार्टी करने के बहाने बुलाया। शेरखान के पहुंचने पर उसे लाठी डंडों से जमकर पीटा। इसके बाद शराब की बोतल तोड़कर उसके गले में धंसाकर हत्या कर दी।
जंगल में मिला था शेरखान का कंकाल
हसनगंज थाना क्षेत्र निवासी शेरखान 14 सितम्बर को अपने घर से किसी काम से निकला था। देर रात तक वह घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने उनकी तलाश शुरू की। काफी खोजबीन करने के बावजूद उनका कोई पता नहीं चल सका। दो दिन बीत जाने के बाद 16 तारीख को शेरखान के भाई एजाज की तहरीर पर हसनगंज थाने में गुमशुदगी दर्ज की गई। सोमवार देर रात फर्नीचर कारीगर का शव कुकरैल के जंगल में क्षत विक्षत हालत में मिला। आसपास के लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।
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