विधायक राजेश्वर सिंह ने कहा कि सपा शासनकाल में देश भर की एक तिहाई घटनाएं यूपी में घटती थी। हर दिन, 13 मर्डर, 24 रेप, 21 अटेम्प्ट टू रेप, 33 किडनैपिंग, 19 दंगे और 136 चोरी, एक दिन में औसतन 7650 क्राइम की घटनाएं घटती थी।
ऋतिक पांडेय की मौत मामले सपा का बड़ा आरोप : राजेश्वर सिंह बोले- सुशासन का पाठ पढ़ाने वालों की इस सब्जेक्ट में फीस थी माफ
Jul 29, 2024 00:56
Jul 29, 2024 00:56
- सपा शासन में हर दिन, 13 मर्डर, 24 रेप, 33 किडनैपिंग और 19 दंगे की हुई घटनाएं
- एक दिन में औसतन 7650 आपराधिक वारदातों का लगाया आरोप
सपा प्रतिनिधि मंडल ने की पीड़ित परिवार को एक करोड़ का मुआवजा देने की मांग
उधर समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधि मंडल ने रविवार को पीड़ित परिवार से मुलाकात की। मोहलालगंज से सांसद आरके चौधरी, बलिया से सांसद सनातन पांडेय, विधायक रविदास मेहरोत्रा सहित अन्य नेताओं ने पीड़ित परिवार से कहा कि समाजवादी पार्टी उनके साथ हैं। उन्होंने पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपए का मुआवजा देने की मांग की। पार्टी ने स्थानीय विधायक राजेश्वर सिंह पर हत्यारों को बचाने का आरोप लगाते हुए उनके निष्कासन की मांग की। पार्टी ने कहा है कि हत्यारों को बचा रहे भाजपा विधायक जब तक पार्टी से निष्कासित नहीं होते पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिलेगा। उधर इन आरोपों के बाद राजेश्वर सिंह ने भाजपा पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि काठ की हांडी कितनी बार चढ़ेगी। आज वो सुशासन का पाठ पढ़ा रहे हैं जिनकी सुशासन के सब्जेक्ट में फीस माफ थी, इस पर आश्चर्य होता है।
राजेश्वर सिंह बोले- रामभक्तों पर सपा सरकार में चलाई गई गोली
राजेश्वर सिंह ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए सोशल साइट एक्स प्रतिक्रिया में कहा कि आप भूल गए होंगे पर उत्तर प्रदेश की जनता नहीं भूली। जातिवाद, तुष्टिकरण की राजनीति की प्रश्रय दाता समाजवादी पार्टी की निकृष्ट मानसिकता की राजनीति और राम-परशुराम में भेद करने की दूषित मानसिकता का सरोजनीनगर में कोई स्थान नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता इस बात को भी नहीं भूली जब समाजवादी पार्टी के शासनकाल में सरकार की गोलियों ने 40 राम भक्तों का सीना छलनी कर दिया था। कितनी माताओं की गोद सूनी हुई थी, कितनों का सुहाग उजड़ गया था। उनकी सिसकियां आज भी थमी नहीं हैं।
एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी की निर्मम हत्या से लेकर 19 आतंकियों के मुकदमे वापस लेने की कोशिश
विधायक राजेश्वर सिंह ने कहा कि सपा शासनकाल में पुलिस भी सुरक्षित नहीं थी, कर्तव्यनिष्ठ सीओ राजेश साहनी को सपा संरक्षित पांच गुंडों ने जीप की बोनट पर लटकाकर कैसरबाग से हजरतगंज तक खींचा। वहीं कुंडा में सीओ जियाउल हक की नृशंस हत्या की गई। मथुरा के जवाहर बाग में एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी की निर्मम हत्या कर यूपी पुलिस को लज्जित किया था। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा सरकार ने तुष्टिकरण की राजनीति की सारी हदें पार कर दी थी, जब 2013 में संकट मोचन मंदिर वाराणसी में हमले के दोषियों सहित 19 कुख्यात आतंकियों के मुकदमे वापस लेने का प्रयास किया गया।
बदायूं कांड की दिलाई याद
विधायक राजेश्वर सिंह ने कहा कि वर्ष 2014 में बदायूं में दो नाबालिग बेटियों के साथ गैंगरेप कर उनकी निर्मम हत्या की गई। पेड़ पर लटका दिया गया, पुलिस ने ऑनर किलिंग के नाम पर परिवार को दोषी बनाया। तब सपा सरकार किसको बचा रही थी। विधायक ने आरोप लगाया कि 2004 में कन्नौज से लोकसभा चुनाव लड़ रहे वर्तमान सपा प्रमुख को भाजपा बूथ अध्यक्ष नीरज मिश्रा ने बूथ कैप्चरिंग से रोका तो उनकी गला काटकर निर्मम हत्या हो गई। ये किस हद तक राजनीतिक द्वेष था? उन्होंने कहा कि इसके साथ ही सपा शासनकाल में देश भर की एक तिहाई घटनाएं यूपी में घटती थी। हर दिन, 13 मर्डर, 24 रेप, 21 अटेम्प्ट टू रेप, 33 किडनैपिंग, 19 दंगे और 136 चोरी, एक दिन में औसतन 7650 क्राइम की घटनाएं घटती थी।
ऋतिक पांडेय प्रकरण में घटना के सभी आरोपी किए गए गिरफ्तार
राजेश्वर सिंह ने कहा कि इसके विपरीत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सुशासन में अपराध और अपराधियों की कोई जगह नहीं है। आज जो आपके हारे हुए सिपहसलार ढाई साल बाद राजनीति की रोटियां सेंकने आये हैं, पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करने के स्थान पर जातिवाद की राजनीति को हवा देने आए हैं, वो अब तक कहां थे? उन्होंने कहा कि किसी गरीब, किसान मजदूर के दरवाजे पे कंधा देने नहीं पहुंचे पर आज अखबारों की सुर्खियां बटोरने चले आए। उन्होंने कहा कि बंथरा में घटी दुखद घटना से पूरा सरोजनीनगर परिवार आहत है, हम एक साथ खड़े हैं। इस प्रकरण में लापरवाही के दोषी चार पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया, घटना के सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शासन में कोई अपराधी न बचा है और न ही बचेगा।
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