बुंदेलखंड को सौर ऊर्जा का हब बनाने की तैयारी : झांसी, ललितपुर और चित्रकूट में स्थापित होंगे विशाल सोलर पॉवर पार्क

झांसी, ललितपुर और चित्रकूट में स्थापित होंगे विशाल सोलर पॉवर पार्क
UPT | बुंदेलखंड को सौर ऊर्जा का हब बनाने की तैयारी

Aug 06, 2024 00:29

उत्तर प्रदेश सरकार बुंदेलखंड क्षेत्र को सौर ऊर्जा का प्रमुख केंद्र बनाने के लिए बड़े पैमाने पर सोलर पॉवर पार्क स्थापित कर रही है।

Aug 06, 2024 00:29

Lucknow News : उत्तर प्रदेश सरकार बुंदेलखंड क्षेत्र को सौर ऊर्जा का प्रमुख केंद्र बनाने के लिए बड़े पैमाने पर सोलर पॉवर पार्क स्थापित कर रही है। झांसी, ललितपुर और चित्रकूट में नौ हजार एकड़ में फैले तीन अल्ट्रा मेगा सोलर पॉवर पार्क का विकास किया जाएगा, जिसमें कुल मिलाकर दो हजार मेगावाट की सौर ऊर्जा क्षमता स्थापित की जाएगी। इस परियोजना का उद्देश्य क्षेत्र में ऊर्जा उत्पादन को बढ़ाना और स्थानीय रोजगार के अवसर सृजित करना है।

झांसी का सोलर पार्क
झांसी जिले में 2700 एकड़ भूमि पर सोलर पार्क स्थापित किया जाएगा। इस परियोजना के लिए तहसील गरौठा के आठ गांवों—खदौरा, जलालपुरा, पुरा, जसवंतपुरा, सुजानपुरा, नदौरा, बरारू, और मोतीकटरा—की भूमि को चिह्नित किया गया है। अब तक 263.77 एकड़ सरकारी भूमि और 2328.67 एकड़ निजी भूमि को लीज पर अधिग्रहीत किया जा चुका है, जिससे कुल भूमि अधिग्रहण का लगभग 96 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। इस 600 मेगावाट क्षमता के सोलर पार्क से प्रतिवर्ष 1400 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन होगा। परियोजना के निर्माण से 210 कुशल और 4850 अकुशल श्रमिकों को रोजगार मिलेगा, और इसके संचालन एवं रखरखाव के दौरान 25 वर्षों में 200 कुशल और 360 अकुशल श्रमिकों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।

ललितपुर का सोलर पार्क
ललितपुर जिले में 2700 एकड़ भूमि पर सोलर पार्क स्थापित किया जाएगा। इसके लिए 1317.80 एकड़ सरकारी और 1022.73 एकड़ निजी भूमि को चिह्नित किया गया है, जिसमें से लगभग 86 प्रतिशत भूमि लीज पर अधिग्रहीत की जा चुकी है। तहसील तालबेहट के नौ गांव—पवा, सरखड़ी, बर्माबिहार, शाहपुर, तालबेहट अंदर (खांडी), पिपरई, गेवरागुंडेरा, झरार, और कडेसराकलां—की भूमि को सौर ऊर्जा परियोजना के लिए चुना गया है। इस 600 मेगावाट क्षमता के सोलर पार्क से प्रतिवर्ष 1400 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन होगा और 210 कुशल एवं 4850 अकुशल श्रमिकों को रोजगार मिलेगा। परियोजना के संचालन और रखरखाव की अवधि में लगभग 200 कुशल और 360 अकुशल श्रमिकों को रोजगार मिलेगा।



चित्रकूट का सोलर पार्क
चित्रकूट में 3400 एकड़ भूमि पर 800 मेगावाट क्षमता का सोलर पार्क स्थापित किया जाएगा। इसके लिए तहसील मऊ के 15 गांव—छतैनीमांफी, खरगडाह, गाहुर, कटैईयाडांडी, मनकाछतैनी, चचोखर, छरेहरा, डोंडियामांफी, कोटवामांफी, उसरीमांफी, बर्गाह, अटारीमाजरा, गोईयाकलां, गोईयाखुर्द, और सेमरा—की भूमि को लीज पर लिया जाएगा। अब तक 1249.50 एकड़ सरकारी और 1821.51 एकड़ निजी भूमि लीज पर अधिग्रहीत की जा चुकी है, जिससे कुल भूमि अधिग्रहण का लगभग 90 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। इस 800 मेगावाट क्षमता के सोलर पार्क से प्रतिवर्ष 1900 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन होगा। इस परियोजना के निर्माण से 265 कुशल और 6050 अकुशल श्रमिकों को रोजगार मिलेगा, और इसके संचालन और रखरखाव के दौरान 25 वर्षों में 300 कुशल और 450 अकुशल श्रमिकों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।

यूपी सरकार की तैयारी
सरकार ने तीनों परियोजनाओं को दिसंबर 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है। विशेषज्ञों के अनुसार, ये परियोजनाएं निर्धारित समय से पहले भी शुरू की जा सकती हैं, जिससे 18,000 से अधिक रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे। इस पहल से न केवल बुंदेलखंड क्षेत्र में ऊर्जा उत्पादन में वृद्धि होगी, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। यूपीपीसीएल द्वारा फैंसिंग कार्य और आंतरिक ग्रिड सब स्टेशनों के निर्माण की प्रक्रिया भी जारी है, जो सोलर पार्क की ऊर्जा निकासी को सुनिश्चित करेंगे। 

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