प्रदेश में पशुओं के लिए उपलब्ध गोचर भूमि को कब्जा मुक्त कराने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। यूपी की 4740 हेक्टेयर भूमि पर अवैध कब्जा हटाया गया है।
गोचर भूमि पर अवैध कब्जों के खिलाफ सरकार का अभियान : यूपी की 4740 हेक्टेयर भूमि को कराया मुक्त
Oct 27, 2024 17:12
Oct 27, 2024 17:12
प्रदेश में 61304.504 हेक्टेयर गोचर भूमि
राजस्व परिषद के 15 अक्टूबर 2024 तक के आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश में कुल 61304.504 हेक्टेयर गोचर भूमि है। वहीं, 6930.619 हेक्टेयर गोचर भूमि को अवैध कब्जे के रूप में चिह्नित किया गया है। कुल मिलाकर 4740.598 हेक्टेयर गोचर भूमि को अवैध कब्जे से मुक्त कराया जा चुका है।
देवरिया में 5.431 हेक्टेयर भूमि कब्जा मुक्त
देवरिया में कुल 256.296 हेक्टेयर भूमि चारागाह के लिए उपलब्ध है। जिसमें 16.458 हेक्टेयर भूमि को अवैध कब्जे के रूप में चिह्नित किया गया है। इसमें 5.431 हेक्टेयर भूमि को कब्जा मुक्त करा लिया गया हैं जबकि अभी 11.027 हेक्टेयर भूमि को कब्जा मुक्त कराने की प्रक्रिया जारी है। इसी तरह जौनपुर में कुल 1361.983 हेक्टेयर गोचर भूमि में से कब्जे वाली 70.945 हेक्टेयर भूमि पर 21.181 हेक्टेयर भूमि को कब्जा मुक्ता कराया गया है। 49.764 हेक्टेयर भूमि को कब्जा मुक्त कराने के लिए अभियान चलाया जाएगा।
शामली में 27.056 हेक्टेयर भूमि से हटाया अवैध कब्जा
शामली की बात करें तो कुल 293.577 हेक्टेयर भूमि में 105.752 हेक्टेयर पर अवैध कब्जे में से 27.056 हेक्टेयर को मुक्त करा लिया गया है, जबकि 78.696 हेक्टेयर भूमि के लिए अभियान चल रहा है। इसी तरह बिजनौर, मऊ, संभल और गाजियाबाद में भी उपलब्ध कुल गोचर भूमि में से चिह्नित कब्जे वाली भूमि को कब्जा मुक्त कराने की कार्यवाही जारी है।
प्रदेश में 6708 ग्रामीण गो आश्रय
पशुपालन विभाग द्वारा गोचर भूमि पर हरा चारा उत्पादन की बात करें तो प्रदेश में कुल 6708 ग्रामीण गो आश्रय उपलब्ध हैं। इनमें टैग्ड गोचर भूमि 3060 है। जो कुल गो आश्रय स्थलों का 45.62 प्रतिशत है। गो आश्रय स्थलों से टैग्ड गोचर भूमि का क्षेत्रफल 9334.17 हेक्टयर, जिसमें बोया गया हरा चारा का क्षेत्रफल 3107.11 हेक्टेयर है जो कुल टैग्ड गोचर भूमि के क्षेत्रफल का 33.29 प्रतिशत है।
Also Read
26 Dec 2024 10:31 PM
गोमती नगर थाने में तैनात सभी पुलिसकर्मियों को वेलसन मेडिसिटी अस्पताल द्वारा गुरुवार को सीपीआर(कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) देने की विशेष ट्रेनिंग दी गई। यह कार्यक्रम सन फार्मा की सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी) पहल के तहत आयोजित किया गया। और पढ़ें