विकास नगर के सेक्टर आठ में दस अक्टूबर की रात पुलिस हिरासत में दलित युवक की मौत के बाद सियासत तेज हो गई है। चंद्रशेखर आजाद ने रविवार को मृतक अमन के घर पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की।
अमन गौतम के परिवार से मिले चंद्रशेखर रावण : बोले- परिजनों को 50 लाख रुपये मुआवजा व सरकारी नौकरी दे सरकार, दोषियों पर करें कार्रवाई
Oct 14, 2024 01:14
Oct 14, 2024 01:14
50 लाख मुआवजा और सरकारी नौकरी दे सरकार
चंद्र शेखर आजाद ने शनिवार की शाम इंटरनेट मीडिया एक्स पर इस मामले को लेकर पोस्ट कर घटना की निंदा करते हुए डीजीपी से कार्रवाई की मांग की थी। रविवार दोपहर उन्होंने घटना को लेकर परिजनों से मुलाकात की। साथ ही मृतक के परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। परिवार से मुलाकात के बाद कहा कि मुख्यमंत्री पीड़ित परिवार को पचास लाख मुआवजा दें। साथ ही दोषी पुलिस कर्मियों पर सख्त कार्रवाई करें। जिस तरह विवेक तिवारी हत्याकांड में मुआवजा और नौकरी दी गई। ठीक उसी तरह अमन के परिवार को भी यूपी सरकार सहायता दे। हम पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं।
दलितों और कमजोर वर्ग पर अन्याय बर्दाश्त नहीं
चंद्र शेखर ने कहा कि कानून के रखवाले ही कानून तोड़ रहे हैं। दलितों और कमजोर वर्ग के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सभी दलित संगठनों को आगे आना चाहिए। लखनऊ में बैठकर पीडीए का नारा देने वाले यहां पर नहीं आए। उनका इशारा सपा मुखिया अखिलेश यादस की तरफ था। हालांकि, चंद्र शेखर के बाद सपा नेता अनुराग भदौरिया भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। अमन की पत्नी और बहन पुलिस की मारपीट से मौत होने का आरोप लगा रहीं हैं। तो वहीं दूसरी ओर मामले में बसपा सुप्रिमो मायावती के पोस्ट के बाद राजनीति और भी गरमाई हुई है।
सीसीटीवी फुटेज आया सामने
विकासनगर में 10 अक्टूबर की रात अमन गौतम (26) की पुलिस हिरासत में मौत से पहले का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। पुलिस का दावा है कि तबीयत खराब होने के कारण अमन की जान गई, लेकिन सीसीटीवी फुटेज इस दावे को चुनौती देता है। फुटेज में तीन पुलिस कर्मी दो युवकों को पकड़कर अपने साथ ले जाते दिख रहे हैं। इनमें अमन को पुलिस के साथ आराम से चलते हुए देखा जा सकता है। वहीं परिजनों का आरोप है कि अमन की मौत पुलिस की पिटाई से हुई है। जबकि पुलिस का कहना है कि अमन की जान हार्ट अटैक के कारण गई है, जिसकी पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुई है।
खुर्रमनगर चौराहे पर हुआ था प्रदर्शन
मृतक के परिजन और सैकड़ों इलाकाई लोग न्याय की मांग को लेकर शनिवार दोपहर खुर्रमनगर चौराहे पर जुटे थे। सड़क जाम कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की थी। जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया और कई लोग घायल हुए थे। परिजनों का आक्रोश इतना अधिक था कि वे शव का अंतिम संस्कार करने को तैयार नहीं थे। इस पर पुलिस ने आनन-फानन एक नामजद समेत चार पुलिस कर्मियों पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया और सख्त कार्रवाई का आशवासन दिया। तब जाकर परिजन आज शव का अंतिम संस्कार करने के लिए राजी हुए थे। परिवार ने सरकार से एक करोड़ की आर्थिक मदद और पत्नी को सरकारी नौकरी की मांग की है।
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