राज्य सरकार ने इस बार छठ पूजा के आयोजन में स्वच्छता, सौंदर्यकरण और सुविधाओं के स्तर को ऊंचा करने के लिए विशेष कदम उठाए, जिससे श्रद्धालुओं को एक स्वच्छ, सुरक्षित और सुंदर वातावरण में पूजा करने का अवसर मिला।
जीरो वेस्ट इवेंट के रूप में मनाई गई छठ पूजा : स्वच्छता-सुरक्षा के साथ पर्व मनाने का प्रयास रहा सफल
Nov 08, 2024 21:43
Nov 08, 2024 21:43
स्वच्छता के साथ मनाई गई छठ पूजा
नगर विकास विभाग और स्वच्छ भारत मिशन नगरीय के संयुक्त प्रयासों से छठ घाटों का स्वच्छता और सौंदर्यकरण अभियान जोर-शोर से चलाया गया। प्रदेशभर के घाटों पर सफाई के साथ ही उन्हें सजाया गया। घाटों की मरम्मत की गई और उन्हें रंगोली, फूलों, अर्पण कलश, वॉल पेंटिंग्स, और झालरों से सुसज्जित किया गया, ताकि श्रद्धालु पूजा के दौरान एक स्वच्छ और सुंदर वातावरण का अनुभव कर सकें। इसके अलावा, घाटों के संपर्क मार्गों को भी साफ और सुसज्जित रखा गया, जिससे श्रद्धालुओं को आने-जाने में कोई परेशानी न हो। सभी घाटों को नो प्लास्टिक जोन में परिवर्तित कर दिया गया, ताकि प्लास्टिक कचरा न फैले और स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ सके। श्रद्धालुओं को कचरा फैलाने से बचने के लिए कागज और कपड़े के थैलों के उपयोग को बढ़ावा दिया गया।
सुरक्षा और सुविधाओं पर रहा फोकस
इस बार छठ पूजा के आयोजन में श्रद्धालुओं की सुविधा का विशेष ध्यान रखा गया था। घाटों पर पर्याप्त संख्या में मोबाइल टॉयलेट, चेंजिंग रूम, स्नान घर और स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था की गई। इसके अलावा, घाटों पर नियमित सफाई के लिए बीट बनाकर सफाई मित्रों की तैनाती की गई थी, ताकि स्वच्छता बनी रहे और श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो। जलाशयों में जलकुंभी को हटाकर जल को स्वच्छ और स्नान योग्य बनाया गया था। घाटों पर पीए सिस्टम और कण्ट्रोल रूम लगाए गए थे, जिससे श्रद्धालुओं को समय-समय पर विभिन्न जानकारी और स्वच्छता से संबंधित जागरूकता दी जा सके। घाटों और जलाशयों की स्वच्छता को बनाए रखने के लिए विभागीय अधिकारी, कर्मचारी, स्वयंसेवी संस्थाएं और स्वच्छता प्रोत्साहन समितियां भी सक्रिय रूप से काम कर रही थीं।
एसडीआरएफ की टीमें रही मौजूद
छठ पूजा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और स्वास्थ्य का भी विशेष ध्यान रखा गया था। गहरे पानी में जाने से श्रद्धालुओं, विशेष रूप से बच्चों को रोकने के लिए घाटों पर बैरिकेटिंग की गई थी। पूजा घाटों और मार्गों पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया था, साथ ही गोताखोरों और एसडीआरएफ की टीमों की भी मदद ली गई थी। घाटों पर सुरक्षा के अलावा, स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्थाएं भी की गई थीं। मच्छरों के नियंत्रण के लिए एंटी लार्वा का छिड़काव और फॉगिंग कराई गई थी, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। साथ ही, जलाशयों के आसपास सफाई और चूने का छिड़काव किया गया था, जिससे जलाशयों की स्वच्छता बनी रहे और श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के स्नान कर सकें।
श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुविधाएं
इस बार छठ पूजा के दौरान श्रद्धालुओं के अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए कई नई सुविधाएं जोड़ी गई थीं। घाटों पर सेल्फी पॉइंट्स बनाए गए थे, जहां श्रद्धालुओं ने पूजा के दौरान अपनी तस्वीरें खींची और सोशल मीडिया पर साझा कीं। इसके साथ ही, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और लोकगीतों का आयोजन भी किया गया था, जो श्रद्धालुओं को एक विशेष भक्तिमय अनुभव प्रदान कर रहे थे।
स्वच्छता के प्रति जागरूकता और संकल्प
इस बार छठ पूजा के आयोजन में स्वच्छता और सौंदर्यकरण के प्रयासों ने श्रद्धालुओं को एक नया अनुभव दिया। सभी व्यवस्थाएं श्रद्धालुओं की पूजा विधि के अनुरूप थीं, और यह देखा गया कि विभिन्न सांस्कृतिक आयोजनों और सुविधाओं ने आस्था और श्रद्धा को और भी उत्साहित कर दिया। श्रद्धालुओं ने नगर विकास विभाग और स्वच्छ भारत मिशन नगरीय द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की और त्योहारों पर स्वच्छता के संदेश को हर किसी के जीवन में उतारने का संकल्प लिया।
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