मुख्यमंत्री ने कहा उत्तर प्रदेश शिक्षा चयन आयोग का गठन हो चुका है। इसमें भी हजारों पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया प्रारंभ होने जा रही है। बेसिक, माध्यमिक, उच्च, व्यावसायिक और तकनीकी शिक्षा में भी भर्ती की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया गया है।
छह महीने में देंगे 40 हजार सरकारी नौकरी : सीएम योगी का अखिलेश यादव पर कटाक्ष, बोले- गिरोह के सरगना को हो रही परेशानी
Sep 10, 2024 15:32
Sep 10, 2024 15:32
दुनिया में पहली बार सिविल पुलिस की इतनी बड़ी भर्ती सकुशल संपन्न
सीएम योगी ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से चयनित 647 वन रक्षकों-वन्यजीव रक्षकों व 41 अवर अभियंताओं को लोकभवन में नियुक्ति पत्र वितरित करने के दौरान ये बात कही। उन्होंने कहा कि हाल ही में 60200 पदों पर पुलिस भर्ती की परीक्षा सकुशल संपन्न की गई। पहली बार दुनिया में सिविल पुलिस की इतनी बड़ी भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से सकुशल संपन्न किया गया। उन्होंने कहा कि अब अगले छह महीने के अंदर 40000 हजार भर्तियां यूपीएसएसएससी के जरिए की जाएंगी। पुलिस भर्ती प्रक्रिया संपन्न होने के बाद पुलिस की 40 हजार नई भर्ती को फिर से संपन्न करेंगे।
शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को बढ़ा रहे आगे'तुमने' गलती की है,
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 10, 2024
इसीलिए प्रदेश की जनता 'तुम्हें' बार-बार ठुकरा रही है, बार-बार ठोकर मार रही है... pic.twitter.com/QgbZ2Sfu3b
मुख्यमंत्री ने कहा उत्तर प्रदेश शिक्षा चयन आयोग का गठन हो चुका है। इसमें भी हजारों पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया प्रारंभ होने जा रही है। बेसिक, माध्यमिक, उच्च, व्यावसायिक और तकनीकी शिक्षा में भी भर्ती की प्रक्रिया को पूरी पारदर्शी तरीके से आगे बढ़ाते हुए युवाओं को सरकारी नौकरी से जोड़ने की कार्रवाई को आगे बढ़ाया गया है।
डकैत भी बिना प्रमाण खुद को दोषी नहीं मानता
सीएम योगी ने कहा कि यूपी में 1.55 लाख पुलिसकर्मियों के पद खाली पड़े थे। हम लोग आए तो समयसीमा के अंदर इसे भर दिया। इसी तरह 1.64 लाख शिक्षकों की भर्ती बेसिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा में संपन्न की। साढ़े छह लाख नौजवानों को हमारी सरकार में नौकरी मिली। उन्होंने अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि 2017 के पहले भर्ती को लेकर सरकार की नीयत अच्छी नहीं थी। भ्रष्टाचार और घूसखोरी उनकी पहचान बन चुकी थी। आज प्रदेश को उससे मुक्त किया गया। ऐसे तत्वों पर लगाम कसी गई है। गिरोह का व्यक्ति परेशान होगा तो सरगना भी परेशान होगा। परेशान होने पर कुछ न कुछ बोलेगा ही। उन्होंने कहा कि डकैत भी बिना प्रमाण खुद को दोषी नहीं मानता। फुटेज दिखाने पर ही कहता है कि गलती हो गई। यह भी गलती करते हैं, लेकिन स्वीकार नहीं करते। इन्हें फुटेज दिखाते हैं, फिर अहसास कराना पड़ता है कि तुमने गलती की है। इसलिए जनता बार-बार ठुकरा रही है।
परीक्षा पर निगरानी के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम थोड़ी भी सावधानी बरत लें तो नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की कोई चेष्टा भी नहीं कर पाएगा। इसके लिए प्रदेश सरकार ने अनुचित साधनों पर रोक लगाने का काम किया है। चाहे वह नकल माफिया हो या पेपर लीक जैसी गतिविधियों की रोकथाम के लिए कानून लाए हैं। इस एक्ट के माध्यम से पेपर लीक करने वालों को एक करोड़ रुपए का जुर्माना और आजीवन कारावास की सजा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि हम लोगों ने परीक्षा पर निगरानी के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भी इंतजाम किया है। परीक्षा के प्रदेश में जितने भी सेंटर हैं या फिर बनते हैं वहां बैठने वाले अभ्यर्थियों को हम लखनऊ में बैठ करके स्क्रीन पर सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से मॉनिटर कर सकते हैं।
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