घटती हरियाली को संतुलित करने और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बड़ी पहल की है। राज्य सरकार न केवल वृक्षारोपण अभियानों में सक्रिय रूप से जुटी है, बल्कि शहरी क्षेत्रों में हरियाली और स्वच्छ पर्यावरण की दिशा में ठोस कदम उठा रही है।
शहरी क्षेत्रों को किया जाएगा हरा-भरा : सीएम योगी प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर उपवन योजना का करेंगे आगाज
Sep 16, 2024 19:26
Sep 16, 2024 19:26
एक दिन में रिकॉर्ड पौधरोपण
सरकार ने 20 जुलाई को एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाते हुए एक दिन में 36.51 करोड़ से अधिक पौधे लगाए। यह प्रयास न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक बड़ा कदम था, बल्कि इससे प्रदेश में हरियाली बढ़ाने का एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य भी सामने आया। इस अभियान के तहत, सरकार प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण कर रही है।
उपवन योजना का शुभारंभ
सरकार शहरी क्षेत्रों में भी हरियाली बढ़ाने के उद्देश्य से "उपवन योजना" का शुभारंभ करने जा रही है। इस योजना के अंतर्गत वाराणसी नगर निगम के क्षेत्रों में विशेष रूप से पौधरोपण किया जाएगा। सबसे पहले, कंचनपुर और सारंग तालाब के पास 148 पौधे लगाकर इस योजना की शुरुआत की जाएगी। इन पौधों में दीर्घायु और बड़े वृक्ष जैसे नीम, बरगद, पाकड़, और पीपल शामिल होंगे, जो न केवल पर्यावरण को स्वच्छ बनाएंगे बल्कि लंबे समय तक ऑक्सीजन का प्राकृतिक स्रोत भी रहेंगे। इस योजना के तहत मियावाकी तकनीक का प्रयोग किया जाएगा। यह एक विशेष जापानी तकनीक है, जिसके माध्यम से कम स्थान में तेजी से घने जंगल तैयार किए जाते हैं। इस तकनीक के जरिए, 1 एकड़ भूमि पर पौधरोपण किया जाएगा, जिससे पर्यावरण को अधिकतम लाभ मिल सके। इसके अतिरिक्त, शेष क्षेत्र में ओपन जिम, वॉकिंग ट्रैक और व्यायाम स्थल का भी निर्माण किया जाएगा, ताकि स्थानीय लोग शारीरिक फिटनेस के साथ-साथ प्राकृतिक वातावरण का आनंद ले सकें।
पीएम मोदी के जन्मदिन पर खास आयोजन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस योजना का औपचारिक शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 74वें जन्मदिन पर कर सकते हैं। प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र वाराणसी होने के कारण यह आयोजन एक विशेष अवसर बन सकता है, जहां मुख्यमंत्री स्वयं पौधरोपण करके 'उपवन योजना' की शुरुआत करेंगे।
उपवन योजना के प्रमुख पहलू
नगर आयुक्त श्री अक्षत वर्मा के अनुसार इस योजना के अंतर्गत कंचनपुर पार्क और सारंग तालाब के पास 74-74 बड़े पौधे लगाए जाएंगे। इस योजना का उद्देश्य शहरी क्षेत्रों में हरियाली को बढ़ाना और प्रदूषण के स्तर को कम करना है। पौधों की सुरक्षा के लिए ट्री-गार्ड लगाए जाएंगे और उनकी देखभाल के लिए माली भी तैनात किए जाएंगे। इन पौधों की देखभाल और सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाएगा ताकि वे स्वस्थ रूप से विकसित हो सकें और लंबे समय तक पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखें।
ग्लोबल वार्मिंग से निपटने की योजना
ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन के बढ़ते खतरों को देखते हुए, योगी सरकार ने पूरे प्रदेश में पौधरोपण अभियान शुरू किया है। इसके तहत, शहरी क्षेत्रों में भी विशेष रूप से पौधरोपण किया जा रहा है ताकि हरित आवरण को बढ़ाया जा सके। वाराणसी में मियावाकी तकनीक के माध्यम से शहर के बीचोंबीच एक प्राकृतिक ऑक्सीजन बैंक तैयार किया जा रहा है, जिससे न केवल पर्यावरण को संरक्षित किया जा सकेगा, बल्कि स्थानीय लोगों को भी शुद्ध हवा मिल सकेगी।
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सकारात्मक पहल
शहरीकरण के साथ बढ़ती गाड़ियों की संख्या और औद्योगिकीकरण के कारण प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में, योगी सरकार "उपवन योजना" जैसे कदम उठाकर प्रदूषण को नियंत्रित करने और शहरी क्षेत्रों में पर्यावरणीय संतुलन को बनाए रखने की कोशिश कर रही है। यह योजना न केवल शहरों को हरा-भरा बनाएगी बल्कि आम जनता को भी स्वस्थ और स्वच्छ पर्यावरण का लाभ प्रदान करेगी। सरकार का यह कदम न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक सकारात्मक पहल है, बल्कि राज्य के नागरिकों के स्वास्थ्य और जीवन स्तर में सुधार लाने की एक महत्वपूर्ण योजना है। "उपवन योजना" शहरी विकास के साथ-साथ पर्यावरण के संतुलन को बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण योगदान साबित हो सकती है।
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