यूपी में 15 से 20 नवंबर तक जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर अंतरराष्ट्रीय जनजातीय सांस्कृतिक उत्सव का आयोजन किया जाएगा। सांस्कृतिक कार्यक्रम शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। इस उत्सव में उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी में विभिन्न राज्यों और देशों की लोकसंस्कृतियों का प्रदर्शन किया जाएगा।
यूपी में बिरसा मुंडा की जयंती पर अंतरराष्ट्रीय जनजाति भागीदारी उत्सव : देश-विदेश की संस्कृतियों से रूबरू होंगे प्रदेशवासी
Nov 12, 2024 15:15
Nov 12, 2024 15:15
कलाकारों को अपनी संस्कृति प्रदर्शित करने के लिए मंच
छह दिवसीय इस आयोजन में योगी सरकार 20 से अधिक राज्यों के कलाकारों को अपनी संस्कृति प्रदर्शित करने का मंच देगी। इसमें उत्तर प्रदेश के अलावा जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, सिक्किम, कर्नाटक, ओडिशा, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गुजरात, बिहार, मिजोरम, हिमाचल प्रदेश, केरल, पश्चिम बंगाल, असम, झारखंड, और अरुणाचल प्रदेश शामिल होंगे। साथ ही स्लोवाकिया और वियतनाम के कलाकार विशेष प्रदर्शन करेंगे।
निकाली जाएगी सांस्कृतिक शोभायात्रा
15 नवंबर को उद्घाटन के बाद एक विशेष सांस्कृतिक शोभायात्रा का आयोजन होगा। जिसमें विभिन्न राज्यों जैसे जम्मू-कश्मीर के मोंगो नृत्य, राजस्थान के तेरहताली नृत्य, कर्नाटक के सिद्धि नृत्य, और ओडिशा के घुड़का नृत्य के कलाकार भाग लेंगे। उत्तर प्रदेश के कलाकार भी अपने चंगेली नृत्य और कठपुतली कला का प्रदर्शन करेंगे।
पोथी घर में जनजातीय साहित्य का प्रदर्शन
उत्सव के दौरान पोथी घर में जनजातीय साहित्य और पुस्तकों का प्रदर्शन किया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विमर्श सत्र भी होंगे, जैसे 16 नवंबर को क्रांतिकारी बिरसा मुंडा का स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, 17 को जनजातीय शिक्षा और स्वास्थ्य पर चर्चा, 18 को जनजातीय उद्यमिता और 20 को जनजातीय विकास में गैर सरकारी संगठनों की भूमिका पर विमर्श होगा।
बिरसा मुंडा के जीवन पर नाटक कार्यक्रम
19-20 नवंबर को मध्य प्रदेश की टीम द्वारा बिरसा मुंडा के जीवन पर आधारित नाटक प्रस्तुत किया जाएगा, और कई जनजातीय नृत्य, जैसे त्रिपुरा के हौजागिरी और छत्तीसगढ़ के भुंजिया आदिवासी नृत्य, दर्शकों का मनोरंजन करेंगे। 20 नवंबर को जनजातीय कवि सम्मेलन और देसी व्यंजनों के स्वाद का आयोजन भी मुख्य आकर्षण रहेगा
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