हलाल प्रमाण पत्र मामला : सर्टिफिकेट जारी करने के मामले में चार्चशीट दाखिल, ये बनाए गए आरोपी

सर्टिफिकेट जारी करने के मामले में चार्चशीट दाखिल, ये बनाए गए आरोपी
UPT | बाएं से मौलाना मुदस्सीर, हबीब युसुफ पटेल, मोहम्मद अनवर खान, मोहम्मद ताहिर

Jun 26, 2024 11:58

एसटीएफ ने हलाल काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष समेत चार पदाधिकारियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है। इस मामले में एसटीएफ ने गहरी जांच के बाद खुदरा कार्रवाई...

Jun 26, 2024 11:58

Short Highlights
  • STF ने हलाल काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष समेत चार पदाधिकारियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है
  • नवंबर 2023 में एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद मामला चर्चा में आया
Lucknow News : अवैध रूप से हलाल प्रमाण पत्र जारी कर वसूली के मामले में एसटीएफ ने हलाल काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष समेत चार पदाधिकारियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है। इस मामले में एसटीएफ ने गहरी जांच के बाद खुदरा कार्रवाई की। बताया गया कि केस की विवेचना आगे भी जारी रहेगी। इस मामले में जिन लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है उनमें हलाल काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मौलाना हबीब यूसुफ, उपाध्यक्ष मौलाना मुदस्सिर, जनरल सेक्रेटरी मोहम्मद ताहिर जाकिर हुसैन चौहान और ट्रेजरार मोहम्मद अनवर शामिल हैं।

ये है पूरा मामला
दरअसल, यह मामला नवंबर 2023 में एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद चर्चा में आया। जब ये पाया गया कि कुछ लोग व्यापारिक लाभ के लिए नियमों का उल्लंघन कर हलाल प्रमाण पत्र जारी कर रहे थे। इसके अलावा, उनपर जन आस्था को भी ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया गया था। इस घटना में आतंकी संगठनों को फंडिंग करने का आरोप भी शामिल था, इस पहलू की भी तफ़्तीश जारी है। एसटीएफ की विवेचना में जुटे साक्ष्यों के आधार पर यहां तक की चार्जशीट भी दाखिल की गई है, जिसके आधार पर अदालत में मामले को गंभीरता से देखा जा रहा है। 

अध्यक्ष सहित चार गिरफ्तार
इस मामले में एसटीएफ ने इनको 12 फरवरी को हलाल काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मौलाना हबीब यूसुफ, उपाध्यक्ष मौलाना मुदस्सिर, जनरल सेक्रेटरी मोहम्मद ताहिर जाकिर हुसैन चौहान और ट्रेजरार मोहम्मद अनवर को गिरफ्तार किया गया था।  इनके पास से 4 आधार कार्ड, 4 पैन कार्ड, 3 मोबाइल फोन, 4 एटीएम कार्ड, 21 हजार 820 रुपये की नकदी, तीन ड्राइविंग लाइसेंस, एक आरसी और 2 वोटर कार्ड भी जब्त किए गए थे। वहीं जांच में पता चला कि हलाल काउंसिल ऑफ इंडिया प्रति सर्टिफिकेट 10 हजार रुपये वसूलती थी। काउंसिल को प्रमाण पत्र जारी करने का कोई अधिकार भी नहीं था।

क्या है हलाल सर्टिफिकेट?
 'हलाल प्रमाणीकरण' एक ऐसी मान्यता है जो यह सुनिश्चित करती है कि उत्पाद मुस्लिम नियमों के अनुरूप तैयार किया गया है। यह प्रमाणन गारंटी देता है कि उत्पाद में कोई अवांछित मिश्रण नहीं है और ऐसे किसी भी पशु या उसके उप-उत्पाद का उपयोग नहीं किया गया है, जिसे इस्लाम धर्म में 'हराम' (निषिद्ध) माना जाता है। यह प्रमाणीकरण प्रक्रिया शाकाहारी और मांसाहारी दोनों प्रकार के उत्पादों पर लागू होती है।

Also Read

राजद्रोह अब देशद्रोह, हत्या का मुकदमा धारा 302 में नहीं, दफा 420 भी बदली

1 Jul 2024 01:31 PM

लखनऊ New Criminal Laws : राजद्रोह अब देशद्रोह, हत्या का मुकदमा धारा 302 में नहीं, दफा 420 भी बदली

भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम का प्रभाव हो गया है। इसके अनुसार, आधी रात के बाद से ही नए क़ानूनी धाराओं के तहत रिपोर्ट दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू... और पढ़ें