मंडल रेल प्रबंधक राजकुमार सिंह कई बार हरदोई का निरीक्षण कर चुके हैं। हालांकि डीआरएम को सभी निर्माण कार्य ठीकठाक मिले, लेकिन हकीकत इससे कोसों दूर है। डीआरएम छह जून को हरदोई पहुंचे थे। जहां नार्दर्न रेलवे मेंस यूनियन की ओर से ज्ञापन सौंपा गया था।
हरदोई स्टेशन में मानकों की अनदेखी : निर्माण कार्य में पीली ईंटों का हो रहा इस्तेमाल, बड़े अधिकारी आंख मूंदे
Sep 16, 2024 11:39
Sep 16, 2024 11:39
- स्टेशन परिसर में सुरक्षा के सारे मानकों को स्टेशन के उच्च अधिकारियों ने रखा ताक पर
- स्टेशन पर बनी पानी की टंकी से बहने वाले पानी को लेकर डीआरएम से शिकायत
टंकी से झरने की तरह बहता रहता है पानी
कुछ वर्ष पूर्व एक युवक की ओएचीई लाइन की चपेट में आने से मौत हो गई थी जिसके बाद अधिकारियों ने माल गोदाम की ओर जाने वाले मार्ग पर दीवार खड़ी करने के निर्देश उच्च अधिकारियों को दिए थे लेकिन समय के साथ अधिकारियों के निर्देश भी ढीले पड़े। नॉर्दर्न रेलवे मेंस यूनियन द्वारा हरदोई रेलवे स्टेशन पर बनी पानी की टंकी से बहने वाले पानी को लेकर डीआरएम से शिकायत की थी लेकिन शिकायत के बाद भी अधिकारियों के कान पर जू नहीं रेंगी। आए दिन स्टेशन के मुख्य मार्ग पर टंकी से झरने की तरह पानी बहता है। जबकि डीआरएम सोशल मीडिया पर जल बचाओ अभियान चलाते रहते हैं।
नॉर्दर्न रेलवे मेंस यूनियन द्वारा पीआरएस काउंटर बुकिंग कार्यालय, पूछताछ कार्यालय और मालगोदाम कार्यालय में एसी लगवाने की मांग एसीएम मुरादाबाद से की थी। इसके साथ ही डीआरएम को भी मांग पत्र में इस बाबत अवगत कराया गया था लेकिन अधिकारियों ने एसीएम से लेकर डीआरएम को सौंपे गए ज्ञापन में की गई मांग को हवा में उड़ा दिया। रेल यूनियन की मांग पर अधिकारियों ने कोई ध्यान नहीं दिया।
निर्माण में घटिया व पीली ईंटों का प्रयोग
नॉर्दर्न रेलवे मेंस यूनियन की ओर से रेलवे स्टेशन पर कराए जा रहे अमृत भारत स्टेशन योजना के कार्य में पारदर्शिता लाने की मांग डीआरएम से की थी। रेलवे यूनियन ने मांग की थी कि फ्लेक्सी में प्रिंट कराकर स्टेशन परिसर में लगाया जाए जिससे कर्मचारियों को भी होने वाले परिवर्तनों के बारे में जानकारी हो सके। फ्लेक्सी में निर्माण की लागत, कार्य करने वाली संस्था, निर्माण अवधि सहित अन्य सभी जानकारी रेल यात्रियों और कर्मचारियों को मिल सके। रेल यूनियन की मांग थी कि स्टेशन पर होने वाले निर्माण में गुणवत्ता का विशेष ख्याल रखा जाए लेकिन स्टेशन के अधिकारियों ने यह मांग भी ताक पर रख दिया।
अमृत भारत स्टेशन योजना में हो रहें निर्माण में घटिया और पीली ईंटों का प्रयोग किया जा रहा है। आरपीएफ के पीछे बने रेल क्वार्टर में जिम्मेदारों की नाक के नीचे घटिया और पीले ईंटों का प्रयोग किया गया है। इसके साथ ही मोरंग के स्थान पर ज़्यादातर डस्ट का प्रयोग हो रहा है जो कि गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर रहा है।
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