हरदोई जिले के किसान सब्जियों की खेती कर अपनी आर्थिक स्थिति सुधार रहे हैं। किसानों ने भिंडी के बेहतरीन बीजों से 6 महीने तक उत्पादन पाने का शानदार तरीका खोज निकाला है। एक बार लगाने के बाद भिंडी का पौधा 6 महीने तक फल देता रहता है।
भिंडी की खेती में बंपर मुनाफा : नई तकनीक अपनाकर हरदोई के किसान सुधार रहे हैं अपनी माली हालत
Nov 12, 2024 13:57
Nov 12, 2024 13:57
- एक बार भिंडी की खेती करने से 6 महीने तक बंपर उत्पादन
- सब्जियों की खेती के लिए उत्तर प्रदेश सरकार दे रही अनुदान
- किसान अधिक जानकारी के लिए उद्यान विभाग से करें संपर्क
एक बार भिंडी की खेती से 6 महीने तक बंपर उत्पादन
हरदोई में सर्दियों की शुरुआत होते ही किसानों ने अपनी धान की फसल को काटने के बाद उसमें सब्जियों की फसल उगानी शुरू कर दी है। इसी के चलती हरदोई के किसान उदय राज ने भिंडी की खेती का नया तरीका ढूंढ निकाला है। इनका कहना है कि इस नायाब तरीके के अंतर्गत एक बार बीज बोने से तैयार होने वाली भिंडी की पौध 6 महीने तक फसल देती है, जिससे बंपर मुनाफा होता है। इसकी बाजार में अच्छी कीमत मिलती है। थोड़ी सी देखरेख करने से सर्दियों में भिंडी की खेती बेहतरीन होती है। वह ऐसा कई वर्षों से कर रहे हैं। खास बात यह है कि भिंडी एटीएम जैसी है जो बाजार का अच्छा भाव मिलने पर तोड़कर बेची जा सकती है। इसे एक-दो दिन रोका जा सकता है वह ऐसा करके मुनाफा कमा रहे हैं।
भिंडी के बीज की मात्रा व बुवाई का तरीका
सहायक उद्यान अधिकारी अजय वर्मा बताते हैं कि भिंडी पौष्टिक होने के साथ-साथ किसानों के लिए भी अच्छी आमदनी देने वाली लाभकारी सब्जी है सही तरीके से बीज बुवाई करने से इसकी फसल बहुत अच्छी होती है। उन्होंने बताया कि एक हेक्टेयर में करीब 20 किलो बी की आवश्यकता पड़ती है। कतार में बीज बोने से निराई गुड़ाई में आसानी रहती है और कीटों का भी प्रकोप कम रहता है। इसके बीजों की बुवाई तीन सेंटीमीटर गहराई में करनी चाहिए। खेत को तैयार करते समय खेती को अच्छी तरीके से जोत कर भुरभुरा बना लेना चाहिए और उसके बाद में मैंकोजेब कार्बेंडाजिम से बीज को उपचारित कर लेना चाहिए। खेत को अलग-अलग पट्टियों में बांट लेने से सिंचाई करने में काफी सुविधा होती है। खरपतवार को दूर करने के लिए फ्लूकलोरोलिन 1 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर बीज बोने के पूर्व मिलने पर खरपतवार नियंत्रित रहता है। 1 हेक्टेयर में करीब 3 कुंतल गोबर की खाद और 40 किलोग्राम पोटाश डालने से खेत में उर्वरा शक्ति बनी रहती है समय-समय पर खेत की रखवाली से फसल अच्छी होती है।
भिंडी की फसल तुड़ाई उपज की जानकारी
अच्छी तरीके से खेत को तैयार करने के बाद में बीज बोने के 40 से 50 दिनों में भिंडी लगना शुरू हो जाती है। लगभग 5 दिनों के अंतराल पर भिंडी तोड़ने की प्रक्रिया प्रारंभ हो जाती है। एक हेक्टेयर में करीब 50 से 70 कुंतल तक भिंडी की फसल प्राप्त होती है। यह क्रम लगातार जारी रहता है। सही तरीके से देखरेख करते हुए हम एक हेक्टेयर में भिंडी की फसल लेकर मालामाल हो सकते हैं। उधर अजय वर्मा का कहना है कि समय से खेती की देखरेख करते हुए खरपतवार नियंत्रित करते हुए और साथ ही कीटों पर ध्यान रखने के साथ ही हम साफ सुथरी हरि भिंडी की सब्जी प्राप्त कर सकते हैं। जिसकी बाजार में अच्छी कीमत मिलती है अच्छे किसान भिंडी बेचकर करीब 6 से 7 लख रुपए तक कमा रहे हैं।
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सब्जियों की खेती के लिए सरकार दे रही अनुदान
हरदोई के जिला अधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार किसानों को सब्जियों की खेती करने के लिए अनुदान योजना के अंतर्गत लाभान्वित कर रही है। कृषि को पुनः जीवित करने के लिए सरकार द्वारा किसानों को चौपाल लगाकर उनकी समस्याओं को सुनकर लाभान्वित किया जा रहा है। इस संबंध में ज्यादा जानकारी के लिए वह निकटतम जिला उद्यान विभाग और कृषि विभाग से संपर्क कर सकते हैं।
भिंडी के पोषक तत्व और उनसे मानव शरीर को लाभ
हरदोई के एमबीबीएस डॉक्टर शेर सिंह बताते हैं कि हरी भिंडी मानव शरीर के लिए कॉफी पौष्टिक है। इसके साथ पोषक तत्व कैंसर से लड़ने के लिए कारगर है। इसमें मौजूद विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट, फोलेट,फाइबर, मैग्नीशियम और के1 और ए हृदय को स्वस्थ रखता है। स्वस्थ गर्भावस्था में भिंडी लाभकारी है। यह रक्त में शर्करा को बनाए रखने में काफी मदद करता है। यह सब्जी पोषक तत्वों से भरी हुई है। हड्डियों के लिए भी यह काफी फायदेमंद होती है। इसके विटामिन इंसानी शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
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