फूलों की खेती में कम लागत और अधिक मुनाफा है। यह खेती हर तरीके की मिट्टी में की जा सकती है, सही समय पर की जाने वाली इस खेती में बंपर पैदावार होती है। floriculture विधि ने हरदोई जिले के किसानों की जिंदगी ही बदल दी है।
Hardoi News : floriculture विधि से गेंदा की खेती दे रही लाखों का मुनाफा, जानें कैसे मिलेगा कम लागत में अधिक मुनाफा
Mar 01, 2024 12:17
Mar 01, 2024 12:17
- 15 जनवरी से फरवरी के मध्य गेंदे की खेती की जा सकती है, 30 दिन में गेंदा की नर्सरी तैयार हो जाती है
- खेत में पौधों के ट्रांसप्लांट के बाद में 60 दिन में गेंदा के फूल की हार्वेस्टिंग शुरू हो जाती है
- अधिक मुनाफा लेने के लिए पत्ता गोभी और फूलगोभी की इंटरक्रॉपिंग इस खेती के बीच में की जा सकती है
कछौना के राहुल मौर्य ने floriculture विधि से पाया लाखों का मुनाफा
हरदोई में काफी समय से फूलों की खेती में हाथ आजमा रहे राहुल मौर्य बताते हैं कि वह काफी समय से फूलों की खेती करते चले आ रहे हैं। उनका कहना है कि इसकी खेती में कम लागत और अधिक मुनाफा है। यह खेती हर तरीके की मिट्टी में की जा सकती है, सही समय पर की जाने वाली इस खेती में बंपर पैदावार होती है। वह इस समय floriculture विधि से गेंदा की खेती कर रहे हैं। उनका कहना है कि पूरे भारतवर्ष की जलवायु गेंदा की खेती के लिए काफी मुफीद है। 1 एकड़ गेंदा की खेती के लिए प्रयोग होने वाले गेंदा के बीज की कीमत 2100 रुपये है। टेनिस बॉल मेरीगोल्ड बीज काफी वजन पुष्प देता है, इससे अच्छा दाम मिलता है। बेड से बेड की दूरी 3 फीट रखी जाती है और पौधे से पौधे की दूरी करीब डेढ़ फीट रखी जाती है।
1 एकड़ गेंदे की खेती से 2 लाख से अधिक का मुनाफा लिया जा सकता है
1 एकड़ में लगभग 8 से 10 हजार पौधे लगाते हैं। अगर हम नर्सरी तैयार करते हैं तो करीब 1500 रुपये का खर्च उसमें जुड़ जाता है और खेत की तैयारी करने में करीब 2500 रुपये का खर्चा आ जाता है। 1600 रुपये वर्मी कंपोस्ट खाद का खर्च आता है। 1 एकड़ गेंदे की खेती के लिए दो कुंतल तक वर्मी कंपोस्ट खाद लग जाती है। खाद बीज हार्वेस्टिंग और अन्य खर्च मिला कर लगभग 55 हजार खर्च आता है। 1 एकड़ में गेंदे का उत्पादन लगभग 50 कुंटल होता है। 1 एकड़ में अच्छा उत्पादन करीब 10 टन तक पहुंच जाता है। यह खेती करने के तरीके और एरिया के मुताबिक बदलता रहता है। 15 जनवरी से फरवरी के मध्य गेंदे की खेती की जा सकती है। लगभग 30 दिन में गेंदा की नर्सरी अच्छी तरीके से तैयार हो जाती है। खेत में पौधों के ट्रांसप्लांट के बाद में 60 दिन में गेंदा के फूल की हार्वेस्टिंग शुरू हो जाती है। यह लगभग एक से डेढ़ महीने तक चलती है। इसका मंडी थोक भाव समय-समय पर बदलता रहता है। जिसमें 40 रुपये से लेकर 100 रुपये तक भाव शामिल है। यह शादी और फेस्टिवल के दिनों में और ऊंचाई तक पहुंच जाता है। 1 एकड़ गेंदे की खेती से लगभग 2 लाख से अधिक का मुनाफा लिया जा सकता है। अधिक मुनाफा लेने के लिए पत्ता गोभी और फूलगोभी की इंटरक्रॉपिंग इस खेती के बीच में की जा सकती है। पपीता संतरा नींबू के बीच में भी गेंदा की फसल ली जा सकती है।
उद्यान विभाग की तरफ से क्षेत्र के किसानों को किया जा रहा जागरूक
हरदोई के जिला उद्यान अधिकारी सुभाष चंद्र ने बताया कि जनपद में एक बड़े भूभाग पर गेंदा की खेती की जा रही है। हम लगातार प्रदर्शनी और चौपाल के माध्यम से किसानों को जागरूक कर रहे हैं। मेहनतकश किसानों को गेंदा की खेती के लिए अनुदान भी दिया जा रहा है। साथ ही ड्रिप इरीगेशन विधि के जरिए पानी की बचत के तरीके भी सुझाए जा रहे हैं। इन चौपाल और प्रदर्शनी में जनप्रतिनिधि भी किसानों का हौसला बढ़ाते हैं। वहीं विधायक आशीष सिंह आशु ने बताया कि विधानसभा मल्लावां बिलग्राम क्षेत्र में बड़ी संख्या में फूलों की खेती हो रही है। सहायक उद्यान अधिकारी अजय वर्मा ने बताया कि हम लगातार किसानों को वैज्ञानिक विधि के जरिए फूलों की खेती से जोड़ रहे हैं इस समय बड़ी संख्या में किस गेंदा की खेती कर रहे हैं।
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