हरदोई के किसान कमा रहे लाखों : बैंगन की जैविक खेती से बदल रहे अपनी किस्मत, अपना रहे हैं ये खास तरीका

बैंगन की जैविक खेती से बदल रहे अपनी किस्मत, अपना रहे हैं ये खास तरीका
UPT | उन्नत बैंगन की खेती

Oct 22, 2024 15:53

हरदोई जिले में किसान अब बैंगन की जैविक खेती के क्षेत्र में नए मानक स्थापित कर रहे हैं। किसानों की मेहनत और उद्यान विभाग की सहायता के चलते, बैंगन की फसल न केवल आकर्षक बल्कि विटामिनों से भी भरपूर हो रही है। इस क्षेत्र में उत्तर प्रदेश कृषि विविधीकरण परियोजना ने किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण सहारा साबित किया है।

Oct 22, 2024 15:53

Short Highlights
  • उत्तर प्रदेश कृषि विविधीकरण परियोजना से किसानों की हो रही मदद
  • उद्यान विभाग किसानों को दे रहा वैज्ञानिक जानकारी
Hardoi News : हरदोई के किसान बैंगन की जैविक खेती कर कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। जैविक खेती में बैंगन की फसल आकर्षक, स्वच्छ और विटामिनों से भरपूर हो रही है, वहीं दूसरी ओर उद्यान विभाग भी शासन-प्रशासन द्वारा दी जाने वाली सुविधाएं उपलब्ध कराकर किसानों की मदद कर रहा है। उत्तर प्रदेश कृषि विविधीकरण परियोजना किसानों के लिए मील का पत्थर साबित हो रही है।

हरदोई में बैंगन की जैविक खेती से लाखों कमा रहे किसान
हरदोई के गर्रा की तलहटी में बाढ़ की आपदा झेल चुके ननकई ने बताया कि बाढ़ के कारण उनकी धान की फसल बर्बाद हो गई थी। पानी सूखने लगा तो नुकसान से निपटने की सोची। उद्यान विभाग की मदद से उन्होंने अपने एक हेक्टेयर खेत में बैगन की जैविक खेती की है। थोड़ी मेहनत के बाद बैगन की अच्छी पैदावार हो रही है। बैगन विटामिन और मिनरल का अच्छा स्रोत है। इसकी खेती साल भर की जा सकती है। यह स्वादिष्ट सब्जी होने के साथ ही भरपूर विटामिन भी देती है। इसे बैगन का भर्ता, भरवां बैगन, बैगन की सब्जी, तला हुआ बैगन समेत कई तरह से पकाया जाता है। बैगन के फल बाजार में हाथों-हाथ बिक जाते हैं और अच्छी कमाई करा देते हैं।


वैज्ञानिक विधि से बैंगन की जैविक खेती करने के तरीके
हरदोई के जिला उद्यान अधिकारी सुभाष चंद्र ने बताया कि बलुई दोमट मिट्टी में बैंगन की खेती अच्छी होती है। इस मिट्टी का पीएच 5 से 6 के बीच उपयुक्त माना जाता है। तीन से चार बार हैरो से जुताई करने के बाद पाटा चलाकर खेत को भुरभुरा बना लिया जाता है। दूसरी जुताई के दौरान खेत में गोबर की खाद फैला दी जाती है और उसे अच्छी तरह से जोतकर मिट्टी में समान रूप से मिला दिया जाता है। इसी क्रम में खेत को घास और कीड़ों से भी उपचारित किया जाता है।

गोल बैंगन की अत्यधिक मांग से किसान मालामाल
उद्यान अधिकारी ने बताया कि सरकार द्वारा चलाई जा रही उत्तर प्रदेश कृषि विविधीकरण परियोजना के तहत किसानों को उत्तम बीज उपलब्ध कराए जा रहे हैं। किसान इस बीज को बाजार से भी खरीद रहे हैं। इन बीजों में पूसा हाइब्रिड, पूसा परवल राउंड, पूसा अनमोल, पत ऋतुराज जैसे उत्तम बीज भी शामिल हैं। इसमें संकर किस्में और रोग रोधी किस्में शामिल हैं। एक हेक्टेयर में करीब 300 ग्राम बीज लगता है। नर्सरी बनाकर खेत में पौधे लगाना सबसे अच्छी विधि है। 1 हेक्टेयर में करीब तीन कुंतल सड़ी हुई खाद का प्रयोग होता है। सर्दी के दिनों में नमी को देखते हुए 20 दिन के अंतराल पर सिंचाई करना उचित माना जाता है। इन दोनों कीटों की रोकथाम के लिए निमास्त्र का प्रयोग किया जा रहा है। 1 हेक्टेयर में 500 कुंतल गोल बैगन प्रति हेक्टेयर पैदावार होती है।

उप्र.कृषि विविधीकरण परियोजना किसानों के लिए बनी सहारा
हरदोई के जिला अधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही उत्तर प्रदेश कृषि विविधीकरण योजना के अंतर्गत गड्ढा मुक्त सड़कें बनाकर दूरदराज के गांवों को सड़क से जोड़ा जा रहा है। किसान पंचायत के माध्यम से किसानों को खेती के लिए वैज्ञानिक जानकारी दी जा रही है। किसानों को सब्जियों की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्हें आर्थिक सहायता और सब्सिडी जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं। छोटे ग्रामीण किसानों को अनुदान प्रक्रिया प्रदान की जा रही है, जिससे जिले में बड़ी संख्या में सब्जी की खेती की जा रही है, जिससे किसानों को आर्थिक लाभ मिल रहा है और उनके चेहरे पर आर्थिक मजबूती की मुस्कान दिखाई दे रही है। हम ऐसे किसानों को सम्मानित भी कर रहे हैं।

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