चाहे वह हवा की हो, पानी की हो, छाया की हो या फिर उसके फल व लकड़ी की बात हो। देखा जाए तो अगर आप एक आम का पौधा लगाते हैं तो उसका फल आपके साथ आपके परिवार के लोग खाते हैं लेकिन उससे छाया कई इंसान और पशु लेते हैं। कई पक्षियों का आशियाना भी उसी पेड़ पर होता है। आज जो प्रदूषण बढ़ रहा है अगर पर्याप्त संख्या में पौधे लगें तो इसके दुष्प्रभाव को कम किया जा सकता है....
Jun 05, 2024 22:20
https://uttarpradeshtimes.com/lucknow/hardoi/hardoi-news-environment-day-celebrated-in-beniganj-tree-plantation-work-done-21599.html
Hardoi News : उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के बेनीगंज क्षेत्र में बुधवार को विश्व पर्यावरण दिवस पर खुशी एजूकेशनल एंड वेलफेयर सोसायटी संस्था की ओर से संस्था अध्यक्ष पुनीत मिश्रा के नेतृत्व में पौधरोपण का कार्य किया गया।
सूखे हुए पौधों की जगह दूसरे पौधे किए गए रोपित
पर्यावरण दिवस पर पुनीत मिश्रा ने बताया कि बेनीगंज से प्रताप नगर सड़क मार्ग पर विद्युत पावर हाउस के आसपास बीते वर्ष वन विभाग द्वारा पौधरोपण के तहत पौधे लगाए गए थे जो देखरेख के अभाव में सूख गए थे। जिनकी जगह पर दो अंजी एक जामुन दो गोल्ड मोहर आदि के पांच नए पौधों को रोपित किया गया है।
जनमानस से एक पौधा लगाने की अपील
उन्होंने लोगों से अधिक पौधे लगाने की अपील की। उन्होंने कहा पेड़-पौधों का महत्व हर किसी को समझना होगा। जब तक हम और आप इसे नहीं समझेंगे तक पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बढ़ाया हुआ कदम सार्थक नहीं होगा। एक व्यक्ति चौबीस घंटे में औसतन 500 लीटर आक्सीजन का उपयोग करता है। जबकि एक पेड़ इतने ही समय में 55 से 60 लीटर आक्सीजन उत्सर्जित करता है। इस तरह से प्रत्येक व्यक्ति को इस धरा पर जीवित रहने के लिए उसके हिस्से की आक्सीजन आपूर्ति के लिए दस पेड़ चाहिए इसलिए पर्यावरण संरक्षण को समझ कर ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाएं। कहा इंसान हो या पशु-पक्षी हर किसी को आक्सीजन की जरूरत होती है। बिना आक्सीजन के व्यक्ति एक क्षण भी नहीं जीवित रह सकता है। इसलिए आक्सीजन बनाने के लिए पौधों का होना अत्यंत आवश्यक है। इसकी महत्ता को हर किसी को समझना होगा। जब तक हर व्यक्ति के अंदर पेड़-पौधों का आदर नहीं होगा तब तक पर्यावरण प्रदूषित होता जाएगा और इंसान के लिए खतरे की घंटी तेज होती जाएगी। जिंदगी के हर मोड़ पर पौधों की जरूरत पड़ती है।
मानव जीवन में हवा-पानी-छाया-ऑक्सीजन की अति आवश्यकता
उन्होंने कहा कि चाहे वह हवा की हो, पानी की हो, छाया की हो या फिर उसके फल व लकड़ी की बात हो। देखा जाए तो अगर आप एक आम का पौधा लगाते हैं तो उसका फल आपके साथ आपके परिवार के लोग खाते हैं लेकिन उससे छाया कई इंसान और पशु लेते हैं। कई पक्षियों का आशियाना भी उसी पेड़ पर होता है। आज जो प्रदूषण बढ़ रहा है अगर पर्याप्त संख्या में पौधे लगें तो इसके दुष्प्रभाव को कम किया जा सकता है।
यह लोग रहे मौजूद
इस मौके पर संस्था सहयोगी मोहम्मद जावेद उर्फ हनी, अर्पित गुप्ता, मोहम्मद वाहिद, पंकज अवस्थी, नंद कुमार, विकाश तिवारी उपस्थित रहे।