हरदोई में वरिष्ठ अधिवक्ता की घर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस वारदात के बाद जनपद भर में हड़कंप मच गया था। पुलिस ने घटना को अंजाम देने वाले एक शूटर को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया था। साथ ही मामले की सुपारी देने वाले 4 पार्टनर को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इसके बाद एक मुख्य शूटर को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया था।
Hardoi News : अधिवक्ता हत्याकांड में शामिल एक और शूटर गिरफ्तार, 6 आरोपी पहले ही भेजे जा चुके हैं जेल
Aug 17, 2024 00:15
Aug 17, 2024 00:15
- सिनेमा चौराहा स्थित आवास में अधिवक्ता की गोली मारकर हुई थी हत्या
- सपा नेता समेत 4 लोगों पर सुपारी देकर हत्या करवाने का लगा था आरोप
तत्योरा बेहटी मार्ग से मुख्य शूटर को किया गिरफ्तार
हरदोई के अपर पुलिस अधीक्षक नृपेंद्र कुमार ने बताया कि मुखबिर ने सूचना दी थी कि अधिवक्ता हत्याकांड का वांछित आरोपी राजवीर ग्राम तत्यौरा-बेहटी मार्ग पर पहुंचने वाला है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए घेराबंदी की गयी। इस दौरान भागने का प्रयास करने के दौरान अभियुक्त गिरने से घायल हो गया। जिस पर पुलिस टीम तत्परता देखते हुए घेराबंदी कर अभियुक्त राजवीर निवासी ग्राम जोगीपुर कोतवाली शहर जनपद हरदोई को गिरफ्तार कर लिया गया।
शूटर अरेंज करने वाला आरोपी है राजवीर
पुलिस के मुताबिक राजवीर महावत वही शख्स है जिसने इस पूरी वारदात के मास्टरमाइंड आदित्यभान से वकील कनिष्क महरोत्रा की हत्या की सुपारी 4 लाख रुपये में ली थी। राजवीर महावत ने शूटरों का इंतजाम किया था और फिर राजवीर ने 140000 रुपये एडवांस भी ले लिए थे।
28 अगस्त तक हड़ताल पर हैं अधिवक्ता
अधिवक्ता हत्याकांड को लेकर प्रशासन और यूपी बार काउंसिल की शिथिलता और लापरवाही के चलते अधिवक्ता 13 अगस्त से 15 दिन की हड़ताल पर चले गए थे जिसमें उन्होंने मुआवजे सहित आरोपियों को पकड़े जाने की मांग रखी थी। जिसके बाद हरदोई पुलिस ने एक और आरोपी को पकड़ा है। अभी एक आरोपी फरार है।
यह थी घटना की मुख्य वजह
कनिष्क मेहरोत्रा लखनऊ रोड पर सिनेमा चौराहे के पास स्थित एक मकान में पिछले 40 साल से किराए पर रहे थे। इस मकान को लगभग एक दशक पहले 6 लोगों ने खरीदा था। बाद में 2 हिस्सेदारों ने अपने हिस्से को अपने दो पार्टनर को बेच दिया था। तो अब इसमें 4 पार्टनर थे जिनमें सपा के निवर्तमान जिलाध्यक्ष बीरेंद्र यादव बीरे, आदित्यभान सिंह, नृपेंद्र त्रिपाठी, शिखर गुप्ता आदि शामिल हैं। मकान में रहने वाले ज्यादातर किरायेदारों ने आपसी समझौता कर मकान छोड़ दिया था, लेकिन कनिष्क मेहरोत्रा ने मकान नहीं छोड़ा। मकान खरीदने वाले लोग यहां पर एक बड़ा वाणिज्यिक उपक्रम शुरू करना चाहते थे और इसलिए अधिवक्ता से कई बार बातचीत के जरिए मकान खाली कराने की बात की। इसके बावजूद बात नहीं बनी। जिसके बाद इन पार्टनर ने मिलकर 4 लाख रुपये में वरिष्ठ अधिवक्ता कनिष्क मेरहोत्रा की सुपारी दी थी, जिसमें मुख्य भूमिका आदित्य भान सिंह की थी।
अधिवक्ता हत्याकांड की पूरी अपडेट
शहर के पॉश इलाके कोतवाली में कनिष्क मेहरोत्रा रहते थे। उनका घर पुलिस बूथ से 20 मीटर की दूरी पर है। उन्होंने घर के बाहरी हिस्से में दफ्तर बना रखा था। मंगलवार सुबह 11 बजे वह कोर्ट गए। दिनभर काम करने के बाद 4.30 बजे वापस घर पहुंचे। शाम 7.15 बजे 2 युवक उनके घर पहुंचे। उन्होंने दरवाजे पर नॉक किया। वारदात के वक्त घर में मुंशी गिरीश चंद्र वर्मा और काम करने वाली महिला थी। मुंशी इस पूरी वारदात का प्रत्यक्षदर्शी है। मुंशी ने बताया कि घर का दरवाजा लॉक नहीं था। बाहर से आवाज आई तो मैंने उनको अंदर बुला लिया। पूछा क्या काम है? उन्होंने जवाब दिया कि कोर्ट मैरिज करानी है। बाबूजी यानी वकील साहब को बुला दीजिए।
सीसीटीवी में कैद हुई थी आरोपियों की तस्वीरें
वारदात के बाद फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। वकील के घर के बाहर लगे CCTV में आरोपियों की तस्वीरें कैद हुई है। शूटर्स बाइक से आए थे। एक आरोपी बाइक लेकर बाहर खड़ा था। दो आरोपी अंदर गए थे।पुलिस का कहना है कि गोली चलाने वालों ने जिस अंदाज में वारदात की। एक ही गोली में सटीक निशाना लगाया। उससे शक है कि हमला करने वाले पेशेवर अपराधी थे जिनको कांट्रेक्ट देकर हत्या करवाई है।
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