उत्तर प्रदेश के झांसी स्थित महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में हुई भयानक अग्निकांड ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। अस्पताल के नवजात शिशु चिकित्सा कक्ष (NICU) में आग लगने...
झांसी अग्निकांड : जांबाजों को सरकार दे इनाम, समाजवादी पार्टी ने किया सभी को सम्मानित करने का वादा...
Nov 18, 2024 15:52
Nov 18, 2024 15:52
जानिए कब और कैसे हुई घटना
शनिवार देर रात मेडिकल कॉलेज के NICU वार्ड में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। वार्ड में उस समय लगभग 50 नवजात भर्ती थे। आग इतनी तेजी से फैली कि पूरा वार्ड धुएं से भर गया। मौके पर मौजूद अस्पताल कर्मचारी और बच्चों के परिजन तुरंत हरकत में आए और आग में फंसे बच्चों को बाहर निकालने की कोशिश की। हालांकि इस हादसे में अब तक 12 नवजातों की जान जा चुकी है।
सपा ने किया सम्मानित करने का वादा
अस्पताल के कर्मचारियों, डॉक्टरों और मासूमों के परिजनों ने घटनास्थल पर अद्भुत साहस का परिचय दिया। समाजवादी पार्टी ने इन प्रयासों को सराहते हुए इन जांबाजों को सम्मानित करने की मांग की है। समाजवादी पार्टी ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर पोस्ट करते हुए कहा, "झांसी की घटना में जिन लोगों ने नवजात बच्चों की जान बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाली, भाजपा सरकार उन्हें 11-11 लाख रुपये का पुरस्कार प्रदान करे। भविष्य में समाजवादी पार्टी इन सभी को सम्मानित करेगी।"
झांसी की घटना में जिन लोगों ने नवजात बच्चों की जान बचाई, उन सभी को भाजपा सरकार 11- 11 लाख रुपयों से पुरुस्कृत करे।
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) November 18, 2024
भविष्य में समाजवादी पार्टी इन सभी को सम्मानित करेगी ।
सरकार और प्रशासन पर सवाल
इस हादसे के बाद अस्पताल प्रशासन और सरकार की लापरवाही पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में आग से सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे। घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक प्रकट किया और उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।
एक्सपायरी डेट के सिलेंडर का उपयोग
घटनास्थल पर जब जांच की गई तो यह पता चला कि आग बुझाने वाले सिलेंडर की एक्सपायरी डेट पहले ही खत्म हो चुकी थी। यह अस्पताल के सुरक्षा प्रोटोकॉल का गंभीर उल्लंघन है, क्योंकि मेडिकल और आपातकालीन सेवाओं में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों का नियमित रूप से निरीक्षण और मरम्मत करना आवश्यक होता है। एक्सपायरी डेट के सिलेंडर से आग बुझाने की कोशिश करना एक अत्यंत खतरनाक कदम था। क्योंकि इन सिलेंडरों का दबाव और रसायन समय के साथ कमजोर हो सकते हैं, जिससे आग को सही तरीके से बुझाने में समस्या हो सकती है।
अस्पताल में सुरक्षा मानकों की चूक
महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज का NICU पिछले 10 महीने में स्थापित किया गया था और इसे एक आधुनिक, विश्वस्तरीय सुविधा के रूप में प्रस्तुत किया गया था। इस तरह के अस्पतालों में आमतौर पर उच्चतम स्तर की सुरक्षा व्यवस्था होती है लेकिन इस हादसे ने उन सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़ा किया है। सुरक्षा के लिए निर्धारित उपकरणों का सही ढंग से उपयोग न केवल मरीजों की सुरक्षा, बल्कि अस्पताल कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। एक्सपायरी डेट के उपकरणों का उपयोग न केवल लापरवाही का प्रतीक है, बल्कि यह यह भी दर्शाता है कि अस्पताल प्रशासन ने अपनी जिम्मेदारी से समझौता किया है। ऐसे मामलों में सख्त नियमों का पालन और नियमित निरीक्षण अनिवार्य होता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
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