मौलाना कल्बे जवाद ने अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों, खासकर संयुक्त राष्ट्र से अपील की है कि पाकिस्तान में शिया समुदाय के खिलाफ हो रहे नरसंहार की जांच हो और इसके लिए पाकिस्तानी सरकार को जवाबदेह ठहराया जाए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार को इस अपराध के लिए कानूनी कार्रवाई का सामना करना चाहिए और उसे अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए।
पाकिस्तान में शियाओं के नरसंहार पर चुप्पी निंदनीय : मौलाना कल्बे जवाद ने की संभल में हिंसा भड़काने वालों पर कार्रवाई की मांग
Nov 24, 2024 20:06
Nov 24, 2024 20:06
पाराचिनार में शिया समुदाय का नरसंहार
मौलाना कल्बे जवाद ने पाराचिनार में हो रहे शियाओं के नरसंहार पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि वहां जिस तरह से महिलाओं और बच्चों को मार डाला गया, वह पाकिस्तान में चरमपंथी ताकतों की बढ़ती हुई ताकत और उसके समर्थकों की पहचान को सामने लाता है। उन्होंने कहा कि इस अत्याचार पर पूरी दुनिया में चुप्पी साधी गई है, खासकर मुस्लिम संगठनों और उलेमा की चुप्पी निंदनीय है। मौलाना ने पाराचिनार में आतंकवाद के इस कृत्य की तुलना यजीदी फिरके के चेहरे से की, जिसे इस घटना ने पूरी तरह से बेनकाब कर दिया है।
संयुक्त राष्ट्र से जवाबदेही की मांग
मौलाना ने अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों, खासकर संयुक्त राष्ट्र से अपील की है कि पाकिस्तान में शिया समुदाय के खिलाफ हो रहे नरसंहार की जांच हो और इसके लिए पाकिस्तानी सरकार को जवाबदेह ठहराया जाए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार को इस अपराध के लिए कानूनी कार्रवाई का सामना करना चाहिए और उसे अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। मौलाना के मुताबिक जब तक अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं उठाएगा, पाकिस्तान में शियाओं के खिलाफ हिंसा रुकने का नाम नहीं लेगी।
संभल में हिंसा की कड़ी निंदा
इसके साथ ही मौलाना कल्बे जवाद ने प्रदेश के संभल जनपद में रविवार को हुई हिंसा की भी निंदा की। उन्होंने कहा कि हिंसा का कोई भी रूप अस्वीकार्य है और इसे तुरंत समाप्त किया जाना चाहिए। मौलाना ने शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की और कहा कि सर्वेक्षण कार्यों को न्यायिक निगरानी में शांतिपूर्वक किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि हिंसा में हुई जनहानि अत्यंत दु:खद है और प्रदेश सरकार को तुरंत शांति बहाल करने के लिए कदम उठाने चाहिए।
हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
मौलाना कल्बे जवाद ने कहा कि हिंसा को भड़काने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए और निर्दोषों को न्याय मिलना चाहिए। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि वे इस हिंसा की जड़ तक पहुंचे और जो भी दोषी हैं, उन्हें कड़ी सजा दी जाए। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन को लोगों के बीच विश्वास बहाल करने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।
भाजपा और नफरत की राजनीति पर सवाल उठाए
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने भी संभल की जामा मस्जिद में सर्वे टीम भेजे जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने आरोप लगाया कि यह कदम भाजपा द्वारा नफरत की राजनीति को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया था। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का दावा कानून-व्यवस्था को बनाए रखने का झूठा है और इस तरह की हिंसा की घटनाएं इसके प्रमाण हैं। अजय राय ने प्रदेश सरकार और पुलिस के रवैये पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इस तरह के रवैये से प्रदेश में शांति कैसे रह सकती है?
पुलिस के रवैये पर सवाल
अजय राय ने पुलिस की कार्रवाई को बेहद शर्मनाक करार दिया। उन्होंने कहा कि गोली चलाने का कोई औचित्य नहीं था और यह पूरी तरह से असंवैधानिक था। उन्होंने कहा कि क्या उत्तर प्रदेश को बंदूक की नोक पर चलाया जाएगा? राय ने आरोप लगाया कि उपचुनाव के दौरान भी पुलिस ने सरकार के इशारे पर काम किया था और इस हिंसा की जांच होनी चाहिए, ताकि दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके।
Also Read
24 Nov 2024 08:47 PM
रूमी गेट के पास दोपहर करीब दो बजे कपड़े में लिपटे हुए नवजात का शव मिलने की सूचना मिली। पुलिस ने तुरंत उसे ट्रामा सेंटर पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। प्रारंभिक जांच के अनुसार, यह शव एक दिन पुराना प्रतीत होता है। और पढ़ें