कार्डियोलॉजी विभाग की वर्तमान ओपीडी बेहद सीमित स्थान पर चल रही है। जिससे मरीजों को असुविधा का सामना करना पड़ता है। मरीज सुबह चार बजे से ही कतार में लग जाते हैं और जगह की कमी के कारण...
दिल के रोगियों के लिए केजीएमयू में तैयार नया भवन : दोगनी क्षमता के साथ होगा इलाज, नीचे की मंजिलों पर मल्टीलेवल पार्किंग
Dec 14, 2024 09:51
Dec 14, 2024 09:51
मरीजों का बढ़ता दबाव और विभाग का विस्तार
केजीएमयू का कार्डियोलॉजी विभाग देशभर से आने वाले हृदय रोगियों के इलाज का प्रमुख केंद्र है। सीमित संसाधनों और बेड की संख्या की वजह से रोजाना सैकड़ों मरीजों को लौटना पड़ता था। इस चुनौती को ध्यान में रखते हुए विभाग के विस्तार की योजना बनाई गई थी। लारी कार्डियोलॉजी भवन के पीछे तैयार किया गया नया 10 मंजिला भवन इस योजना का हिस्सा है।
भवन की विशेषताएं
- नए भवन की छह मंजिलें मरीजों की भर्ती और इलाज के लिए समर्पित होंगी। इसमें अत्याधुनिक उपकरणों और तकनीक से लैस आईसीयू बेड और ऑपरेशन थिएटर की सुविधा होगी।
- भवन की निचली चार मंजिलों में मल्टीलेवल पार्किंग की सुविधा होगी, जिससे आने-जाने वाले मरीजों और उनके परिजनों को राहत मिलेगी। साथ ही, प्रशासनिक कार्यालय भी नए भवन में स्थानांतरित किए जाएंगे।
ओपीडी में मिल सकेगी राहत
कार्डियोलॉजी विभाग की वर्तमान ओपीडी बेहद सीमित स्थान पर चल रही है। जिससे मरीजों को असुविधा का सामना करना पड़ता है। मरीज सुबह चार बजे से ही कतार में लग जाते हैं और जगह की कमी के कारण झगड़े और कहासुनी की घटनाएं आम हो गई थीं। नए भवन के चालू होने के बाद ओपीडी में भी राहत मिलेगी और मरीजों को बेहतर अनुभव मिलेगा।
अंतिम चरण में चल रहा काम
विभाग के विस्तार का एक हिस्सा पहले ही शुरू कर दिया गया था और शेष काम जनवरी 2025 तक पूरा हो जाने की उम्मीद है। कार्डियोलॉजी विभाग के फैकल्टी इंचार्ज प्रो. केके सिंह ने बताया, "नए भवन के चालू होने से भर्ती और इलाज की क्षमता दोगुनी से अधिक हो जाएगी। इससे हृदय रोगियों को समय पर इलाज मिल सकेगा।"