जिले के किसानों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कृषि विभाग ने उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए व्यापक कदम उठाए हैं।
Lakhimpur Kheri News : किसानों की सुविधा के लिए उर्वरक की पर्याप्त उपलब्धता, नोडल अधिकारी नियुक्त
Nov 16, 2024 16:35
Nov 16, 2024 16:35
फास्फेटिक उर्वरक की मांग को पूरा करने के प्रयास
रबी अभियान के मौजूदा पीक सीजन में, फास्फेटिक उर्वरक की उच्च मांग को ध्यान में रखते हुए, सीतापुर उर्वरक रैक प्वाइंट से 6 नवंबर को 614 मीट्रिक टन एनपीके 12:32:16 उर्वरक लखीमपुर जनपद को प्राप्त हुई है। इस उर्वरक को 24 बी-पैक्स समितियों को वितरित किया गया है, जिनमें प्रमुख हैं बड़ागाँव, कंचनपुर, भदूरीगोपालपुर, पैला, दाउदपुर, रमुआपुर आदि। अन्य समितियों को भी मांग के आधार पर उर्वरक का आवंटन किया जा रहा है। इसके अलावा, पहले से ही 11 समितियों को प्रीपोजिशनिंग के तहत फास्फेटिक उर्वरक का आवंटन किया गया था, जिससे किसानों की जरूरतें समय पर पूरी हो सकें।
सहकारी समितियों में नैनो यूरिया की भी उपलब्धता
जिले की सभी सहकारी समितियों पर नैनो यूरिया और नैनो डीएपी भी उपलब्ध है। किसान अपनी जरूरत के हिसाब से इन उर्वरकों का उपयोग कर सकते हैं। उर्वरक का वितरण प्रतिदिन सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक किया जा रहा है। यदि किसी भी सहकारी समिति में कोई अनियमितता पाई जाती है, तो विभाग द्वारा तुरंत कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, 11 गन्ना सहकारी समितियों पर भी उर्वरक वितरण की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इन समितियों के माध्यम से गन्ना उत्पादक किसानों को भी फास्फेटिक उर्वरक आसानी से उपलब्ध हो रहा है।
फास्फेटिक उर्वरक से संबंधित समस्याओं का समाधान
फास्फेटिक उर्वरक से संबंधित किसी भी समस्या के समाधान के लिए जिला स्तर पर एक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। इसके प्रभारी प्रतीक कुमार शुक्ला हैं, जिनसे किसान मोबाइल नंबर 7007918909 पर संपर्क कर सकते हैं। एआर कॉपरेटिव का कहना है कि किसानों की समस्याओं को तुरंत सुलझाने के लिए यह नियंत्रण कक्ष निरंतर सक्रिय रहेगा, ताकि किसी भी प्रकार की कमी का सामना न करना पड़े।
डीएपी उर्वरक की पर्याप्त आपूर्ति
हाल ही में सीतापुर में आए रैक के माध्यम से जिले को 1135 मीट्रिक टन डीएपी उर्वरक प्राप्त हुआ है। इस उर्वरक को जिले की 59 बी-पैक्स और अन्य सहकारी समितियों को आवंटित किया गया है, जिससे ब्लॉक और तहसील स्तर पर उर्वरक की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित हो सके।
किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त
कृषकों की सहायता के लिए तहसील और ब्लॉक स्तर पर नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। तहसील स्तर पर अपर जिला सहकारी अधिकारी (एडीसीओ) और ब्लॉक स्तर पर सहायक विकास अधिकारी (एडीओ) को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। किसानों को किसी भी समस्या के समाधान के लिए इन अधिकारियों से संपर्क करने की सलाह दी गई है। हर तहसील और ब्लॉक के लिए संबंधित अधिकारियों के मोबाइल नंबर भी जारी किए गए हैं, जो बी-पैक्स समितियों के सूचना पट पर उपलब्ध हैं।
कृषि विभाग का निरंतर प्रयास
कृषि विभाग का मुख्य उद्देश्य जिले के किसानों को समय पर उर्वरक की आपूर्ति करना और कृषि संबंधी समस्याओं का समाधान करना है। इस दिशा में निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि किसानों को उर्वरक की किसी भी प्रकार की कमी का सामना न करना पड़े और वे अपनी फसलों की देखभाल सुचारु रूप से कर सकें।
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