लखीमपुर में कवयित्री मधुमिता शुक्ला की बहन निधि शुक्ला के मिश्राना मोहल्ले स्थित घर में मंगलवार सुबह फायरिग की गई। निधि शुक्ला ने अमरमणि त्रिपाठी पर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि पूर्व मंत्री के इशारे पर उनके गुर्गों ने फायरिंग की है।
Lakhimpur Kheri News : कवयित्री मधुमिता शुक्ला की बहन के घर फायरिंग, अमरमणि त्रिपाठी पर लगाया आरोप
Mar 12, 2024 18:34
Mar 12, 2024 18:34
- दिवंगत कवयित्री मधुमिता शुक्ला की छोटी बहन ने पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी पर लगाया आरोप
- लखीमपुर खीरी पुलिस ने निधि शुक्ला द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत की जांच शुरू कर दी है
तेज आवाज सुनकर खुद को कमरे में बंद कर लिया
निधि शुक्ला ने कहा, अमरमणि त्रिपाठी ही मुझे मारना चाहते थे क्योंकि मैं उनके खिलाफ केस चला रही हूं। पिछले साल अगस्त में जेल से छूटने के बाद अमरमणि मुझे मारना चाहता था। सुबह करीब 3 बजे मुझे घर के बाहर तेज आवाज सुनाई दी। मैंने तुरंत घर के बाहर मौजूद अपने सुरक्षा कर्मियों, पुलिस नियंत्रण कक्ष और स्थानीय पुलिस चौकी प्रभारी को सूचित किया। निधि शुक्ला ने आरोप लगाया कि तेज आवाज सुनकर उन्होंने खुद को एक कमरे में बंद कर लिया और पुलिस बल के आने के बाद ही बाहर निकले। सूचना मिलने पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची।
पुलिस को छानबीन करने पर कारतूस मिला
वहीं इस मामले में एसपी गणेश शाहा ने बताया कि पुलिस को निधि शुक्ला के आवास के पास छानबीन करने पर एक कारतूस मिला है। निधि शुक्ला के घर के टाइल्स भी टूटे हुए मिले। मौके पर बुलाई गई फॉरेंसिक टीम ने भी जांच की है। एसपी गणेश ने कहा कि मामले की पूरी गंभीरता से जांच की जा रही है।
पुलिसकर्मी मौजूद थे इसलिए हमलावर अंदर नहीं घुस सके
उधर, निधि शुक्ला का आरोप है कि पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी के इशारे पर उन पर जानलेवा हमला किया गया है। उन्होंने कहा कि मेरे घर के बाहर सुरक्षा गारद लगी हुई है और हमने एक गनर भी रखा है। जिस वक्त फायरिंग हुई तब घर के बाहर पुलिसकर्मी मौजूद थे, इसलिए हमलावर अंदर नहीं घुस सके।
आजीवन कारावास की सजा काट चुके हैं पूर्व मंत्री
आपको बता दें कि यूपी के पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी कुछ दिन पहले ही आजीवन कारावास की सजा काटकर अपनी पत्नी के साथ जेल से बाहर आए हैं। उन्हें मधुमिता शुक्ला हत्याकांड में सजा सुनाई गई थी। इस केस की पैरवी निधि शुक्ला ने की थी। निधि शुक्ला ने आरोप लगाया था कि जब से अमरमणि त्रिपाठी जेल से छूटे हैं, तब से उन्हें धमकी दी जा रही है।
2003 में की गई थी मधुमिता शुक्ला की हत्या
मधुमिता शुक्ला की 9 मई 2003 में लखनऊ में उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में त्रिपाठी और उनकी पत्नी मधुमणि समेत अन्य को दोषी ठहराया गया और आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। यह घटना तब की है जब अमरमणि तत्कालीन बसपा सरकार में कैबिनेट मंत्री हुआ करते थे।
Also Read
5 Oct 2024 10:34 PM
यूपी में आगामी त्योहारों के मद्देनजर पुलिस कर्मियों के अवकाश पर एक महीने तक रोक लगा दी गई है। यह आदेश उत्तर प्रदेश की डीजीपी प्रशांत कुमार ने जारी किया है। और पढ़ें