जिलेभर में सरकारी और निजी अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा और विद्युत सुरक्षा के इंतजामों की जांच के लिए रविवार को प्रशासनिक टीम ने निरीक्षण किया।
Lakhimpur Kheri News : सरकारी और निजी अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा की समीक्षा, अफसरों ने दिए सख्त निर्देश
Nov 17, 2024 17:44
Nov 17, 2024 17:44
अग्नि सुरक्षा उपकरणों की जांच की गई
रविवार को सीडीओ अभिषेक कुमार ने अचानक जिला चिकित्सालय का दौरा किया, जहां उन्होंने अस्पताल में आग बुझाने के उपकरणों की जांच की। सीडीओ ने अस्पताल में लगाए गए सेंट्रल फायर सिस्टम को चेक किया और सुरक्षा मानकों को लेकर दिशा-निर्देश दिए। साथ ही, अस्पताल के वार्डों में लगे अग्निशमन यंत्रों की जांच भी की गई, जिसमें उनके एक्सपायरी डेट की भी समीक्षा की गई। सीडीओ ने अस्पताल प्रशासन को निर्देशित किया कि अस्पताल में सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित किया जाए और इमरजेंसी हालात से निपटने के लिए पुख्ता व्यवस्था बनाई जाए। इसके अलावा, उन्होंने पैरामेडिकल स्टाफ को समय-समय पर अग्निशमन यंत्र से आग बुझाने का प्रशिक्षण देने की आवश्यकता पर जोर दिया।
सीडीओ ने फायर सेफ्टी ड्रिल के आदेश दिए
सीडीओ अभिषेक कुमार ने अस्पताल प्रशासन से 02 दिन के भीतर फायर सेफ्टी ड्रिल आयोजित करने को कहा। उन्होंने अस्पताल के एनआरसी, चिल्ड्रन वार्ड और पीकू वार्ड में अग्नि और विद्युत सुरक्षा व्यवस्थाओं की जांच की और कर्मचारियों से सुरक्षा इंतजामों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने फायर पंप का भी जायजा लिया और पंप से संबंधित किसी भी लीकेज समस्या को तत्काल ठीक करने के निर्देश दिए।
टीमों का गठन, फायर और विद्युत ऑडिट होगा
इसके साथ ही, जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और निजी चिकित्सालयों में भी एसडीएम की अगुवाई में निरीक्षण किया गया। एसडीएम की अध्यक्षता में प्रत्येक तहसील में टीमें गठित की गई हैं, जो अस्पतालों के फायर और विद्युत सुरक्षा के इंतजामों का ऑडिट करेंगी। इन टीमों में अधिशासी अभियंता, विद्युत वितरण खंड और अग्निशमन विभाग के अधिकारी शामिल होंगे।
इस पूरी कार्रवाई के तहत, प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने की कोशिश की है कि सभी अस्पतालों में अग्नि और विद्युत सुरक्षा के मानक पूरी तरह से लागू हों और किसी भी आपातकालीन स्थिति में मरीजों और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
Also Read
10 Dec 2024 09:44 AM
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने भी यूपीपीसीएल में निजीकरण के इस प्रस्ताव का पुरजोर विरोध किया है। संगठन ने इसे आम जनता और सरकारी विभागों के लिए महंगा सौदा बताया है। परिषद का कहना है कि निजीकरण से बिजली की दरों में भारी वृद्धि होगी, जिससे यातायात और अन्य सार्वजनिक सेवाएं भी महं... और पढ़ें