लखीमपुर खीरी में बाघ का आतंक : 26 दिनों में चार लोगों की मौत, ड्रोन-पिंजरे से भी पकड़ न सके

26 दिनों में चार लोगों की मौत, ड्रोन-पिंजरे से भी पकड़ न सके
UPT | Tiger Attack

Aug 31, 2024 17:00

वन विभाग की टीम ने गांव से लगभग साढ़े तीन किलोमीटर दूर बंजरिया गांव के पास सराय नहीं किनारे एक पिंजरा रखा था, जिसमें लगे कैमरे में बाघ की तस्वीर दिखाई दी...

Aug 31, 2024 17:00

Short Highlights
  • लखीमपुर खीरी में बाघ का आतंक
  • कैमरे में कैद हुई बाघ की तस्वीर
  • 26 दिनों में चार की मौत
Lakhimpur Kheri News : उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में बाघ के हमलों से दहशत का माहौल बना हुआ है। हाल ही में, बाघ की तस्वीर भी कैमरे में कैद हुई। बताया जा रहा है कि वन विभाग की टीम ने गांव से लगभग साढ़े तीन किलोमीटर दूर बंजरिया गांव के पास सराय नहीं किनारे एक पिंजरा रखा था, जिसमें लगे कैमरे में बाघ की तस्वीर दिखाई दी। इसके बाद, वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि टाइगर मूवमेंट मैप के जरिए बाघ पर नजर रखी जा रही है। साथ ही बाघ को पकड़ने के लिए चार पिंजरे भी लगाए गए हैं। हाल ही में बाघ ने गांव के एक किसान को अपना निवाला बनाया था।

खेत में काम कर रहे किसान को बनाया शिकार
दरअसल, हाल ही में लखीमपुर खीरी के हैदराबाद थाना क्षेत्र के इमलिया गांव में एक किसान अमरीश कुमार (4 वर्ष) अपने खेत में काम करते समय बाघ का शिकार बन गया। बाघ ने अमरीश पर हमला कर उसे लगभग 200 मीटर तक घसीटा, जिससे उसकी मौके पर ही दर्दनाक मृत्यु हो गई। जिसके बाद, किसान नेताओं और परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर जाम लगाया और 25 लाख मुआवजे की मांग की। वहीं मौके पर पहुंचे रेंजर नरेश पाल सिंह ने राहत के तौर पर दस हजार रुपये की सहायता राशि का चेक दिया, जिसके बाद मामला शांत हुआ और मृतक का अंतिम संस्कार किया गया।



26 दिनों में चार लोगों की मौत
बता दें कि यह घटना पिछले कुछ सप्ताहों में हुई कई ऐसी घटनाओं में से एक है। लखीमपुर खीरी जिले में पिछले 26 दिनों में बाघ के हमलों से चार लोगों की जान जा चुकी है, जबकि दस से अधिक हमले दर्ज किए गए हैं। इन घटनाओं में बच्चे और वयस्क दोनों शामिल हैं, जो अपने दैनिक कामों जैसे पशुओं के लिए चारा इकट्ठा करना या खेती करना, में व्यस्त थे।

बाघ को पकड़ने के लिए ड्रोन-पिंजड़े
वहीं स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, वन विभाग ने कई उपाय किए हैं। डीएफओ संजय कुमार बिश्वाला के अनुसार, गोला गोकर्णनाथ मोहम्मदी रेंज एक टाइगर संवेदनशील क्षेत्र है। इन घटनाओं को रोकने के लिए, विभाग ने सीसीटीवी और ड्रोन कैमरे लगाए हैं, और निरंतर निगरानी की जा रही है। इसके अलावा, बाघ को पकड़ने के लिए कई स्थानों पर पिंजरे भी लगाए गए हैं।

वन विभाग ने लोगों से की अपील
इसके अलावा, वन विभाग ने स्थानीय निवासियों से अपील की है कि वे अपने क्षेत्र में निकलते समय सतर्कता बरतें। उन्होंने सुझाव दिया है कि लोग अकेले न जाएं, बल्कि समूह में रहें और खेतों में जाते समय विशेष सावधानी बरतें। यह सलाह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि अधिकांश हमले तब हुए हैं जब लोग अकेले थे या असुरक्षित स्थानों पर काम कर रहे थे। हालांकि इन उपायों के बावजूद, स्थानीय समुदाय में भय और चिंता का माहौल बना हुआ है। 

चार लोगों की हो चुकी है मौत
गौरतलब है कि बाघ के हमले से अबतक चार लोगों की मौत हो चुकी है। जिसमें 1 अगस्त को थाना खीरी क्षेत्र में घर के बाहर बैठी बच्ची को बाघ खींच ले गया था जिसका शव खेत में मिला। इसके बाद, 2 अगस्त को शारदा नगर रेंज के अंतर्गत में मैनहा गांव में पशुओं के लिए चारा लेने गई नववर्षीय लड़की को बाघ ने अपना निवाला बना लिया था।

ये भी पढ़ें - परिषदीय विद्यालय में छात्रा से लगवाई गई झाड़ू : वायरल वीडियो पर बीएसए सख्त, स्कूल प्रशासन से मांगा स्पष्टीकरण

वहीं 4 अगस्त को गोला रेंज के क्षेत्र के अंतर्गत पशुओं के लिए घास छील रही 12 वर्षीय लड़की पर बाघ ने हमला कर दिया जिसका शव अधखाया हुआ गन्ने  के खेत से बरामद हुआ। इसके बाद चौथी घटना, 27 अगस्त को थाना हैदराबाद क्षेत्र के इमलियापुर गांव में किसान के साथ हुई, जो पशुओं के लिए चारा लेने के लिए गया था। इस दौरान, बाघ ने उसपर हमला कर दिया जिससे उसकी मौत हो गई। 

Also Read

मास्टर सलीम ने बिखेरा सुरों का जादू, जुगनी, दमा दम मस्त कलंदर पर झूमे दर्शक 

22 Nov 2024 10:00 PM

लखनऊ पंजाबी रंग में रंगी अवध की शाम : मास्टर सलीम ने बिखेरा सुरों का जादू, जुगनी, दमा दम मस्त कलंदर पर झूमे दर्शक 

अवध की शाम शुक्रवार को पजाबी रंग में तब रंगी जब लोकगायक मास्टर सलीम ने अपने सुरों का जलवा बिखेरा। मौका था सोनचिरैया फाउंडेशन की ओर से आयोजित चौथे देशज कार्यक्रम का। और पढ़ें