साइबर ठगी का शिकार हुए प्रिंसिपल: गूगल पे के जरिए ठगे गए 25 हजार रुपये, पुलिस ने दर्ज नहीं किया मामला

 गूगल पे के जरिए ठगे गए 25 हजार रुपये, पुलिस ने दर्ज नहीं किया मामला
UPT | साइबर ठगी।

Sep 10, 2024 19:08

लखीमपुर खीरी जिले के सिंगाही कस्बे में एक इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य साइबर ठगी का शिकार हो गए। साइबर अपराधियों ने प्रधानाचार्य को फोन कर उन्हें झांसे में लिया और उनसे गूगल पे के माध्यम से दो बार में 25,000 रुपये की ठगी कर ली।

Sep 10, 2024 19:08

lakhimpur kheri News : उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के सिंगाही कस्बे में एक इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य अजय कुमार साइबर ठगी का शिकार हो गए। साइबर अपराधियों ने प्रधानाचार्य को फोन कर उन्हें झांसे में लिया और उनसे गूगल पे के माध्यम से दो बार में कुल 25,000 रुपये की ठगी कर ली। पीड़ित प्रधानाचार्य ने तुरंत सिंगाही पुलिस को इस घटना की जानकारी दी और तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने अब तक इस मामले में कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया है।

ऐसे ठगी का शिकार हुए प्रधानाचार्य
घटना 7 सितंबर 2024 की है, जब अजय कुमार, जो श्री गांधी इंटर कॉलेज बेलरायां में प्रधानाचार्य के पद पर तैनात हैं, को एक फोन कॉल आई। फोन करने वाले ने कहा कि वह सुल्तानपुर से बोल रहा है और बताया कि अजय कुमार के एक गुरुजी बहुत बीमार हैं। ठग ने झूठी कहानी गढ़ते हुए कहा कि गलती से उनके अकाउंट में 30,000 रुपये ट्रांसफर हो गए हैं। इस बहाने उसने अजय कुमार से गूगल पे के माध्यम से पैसे वापस भेजने की मांग की। 

बिना ज्यादा सोचे-समझे, प्रधानाचार्य ने दिए गए फोन नंबर पर गूगल पे के जरिए 15,000 रुपये भेज दिए। इसके बाद उन्हें फिर से ठगों ने एक और बारकोड भेजा, जिसके माध्यम से उन्होंने दस हजार रुपये और भेज दिए। जब दूसरी बार पैसे भेजने के बाद प्रधानाचार्य ने ट्रांजैक्शन देखा, तो उन्हें "विकास कुमार" नाम दिखाई दिया। इसके बाद भी उन्हें शक नहीं हुआ और उन्होंने दो बार में कुल ₹25,000 की ठगी का शिकार हो गए।

ठगी के बाद बैंक जाकर खुला राज
ठगी की इस घटना के बाद प्रधानाचार्य के मोबाइल पर 50,000 रुपये का एक फर्जी टैक्स मैसेज भी आया, जिससे उन्हें और अधिक भ्रम हुआ। जब उन्होंने बैंक जाकर अपने खाते की जांच की, तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। उनके अकाउंट से पैसे कट चुके थे और ठग अपने मंसूबों में पूरी तरह से कामयाब हो चुके थे। ठगी का एहसास होने पर प्रधानाचार्य ने तुरंत सिंगाही पुलिस थाने में जाकर इस घटना की तहरीर दी और उचित कार्रवाई की मांग की।

पुलिस ने साइबर क्राइम में भेजा मामला
पुलिस ने इस मामले को अब तक दर्ज नहीं किया है। उन्होंने इसे साइबर क्राइम से जुड़ा मामला मानते हुए, कार्रवाई के लिए साइबर क्राइम विभाग में भेज दिया है। प्रधानाचार्य अजय कुमार अब पुलिस से न्याय की उम्मीद लगाए बैठे हैं और चाहते हैं कि उनके पैसे वापस मिलें और ठगों को सजा मिले।

यह घटना साइबर ठगी की बढ़ती घटनाओं का एक और उदाहरण है, जिसमें लोग धोखे से अपने मेहनत के पैसे गवां बैठते हैं। लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है और बिना जांच-पड़ताल किए किसी अनजान नंबर पर पैसे ट्रांसफर नहीं करने चाहिए। 

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