प्रदेश में नवरात्रि पर्व के दौरान प्रदेशभर के देवी मंदिरों और शक्तिपीठों में धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य न केवल धार्मिक भावना को प्रोत्साहित करना है, बल्कि "मिशन शक्ति" अभियान के तहत महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को बढ़ावा देना भी है।
यूपी में नवरात्रि पर चलाया जाएगा मिशन शक्ति अभियान : महिला सुरक्षा कानूनों पर जागरूक करने की कवायद
Sep 23, 2024 19:42
Sep 23, 2024 19:42
"मिशन शक्ति" के साथ सांस्कृतिक आयोजन
प्रदेश सरकार के चलाए जा रहे "मिशन शक्ति" अभियान के अंतर्गत महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण को प्रमुखता दी जा रही है। इसी उद्देश्य के तहत इस नवरात्रि पर्व पर आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में महिलाओं और बालिकाओं की भागीदारी को अनिवार्य रूप से शामिल किया जाएगा। इन आयोजनों के माध्यम से प्रदेशभर में महिला सुरक्षा और सम्मान से जुड़े कानूनों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा, ताकि समाज में इन मुद्दों के प्रति जागरूकता बढ़ाई जा सके।
जिला, तहसील और ब्लॉक स्तर पर समितियों का गठन
संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने बताया कि नवरात्रि पर्व (3 अक्टूबर से 12 अक्टूबर तक) के दौरान प्रत्येक जिले में जिला, तहसील और विकास खंड स्तर पर समितियों का गठन किया जाएगा। इन समितियों का गठन पिछले वर्ष की तरह ही किया जाएगा, जो आयोजन को सफलतापूर्वक संचालित करने का कार्य करेंगी। समितियों का मुख्य उद्देश्य स्थानीय स्तर पर देवी मंदिरों और शक्तिपीठों में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की देखरेख करना। इसके साथ महिलाओं और बालिकाओं की सहभागिता को सुनिश्चित करना और महिला सुरक्षा कानूनों का प्रचार-प्रसार करना।
रामायण पाठ और सांस्कृतिक कार्यक्रम
प्रमुख सचिव मेश्राम ने बताया कि अष्टमी और नवमी के विशेष अवसर पर प्रदेश के प्रमुख शक्तिपीठों और देवी मंदिरों में रामायण पाठ का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन सामाजिक और राष्ट्रीय मूल्यों के प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से किया जाएगा, ताकि जनसामान्य को इन मूल्यों से जोड़ते हुए उनमें एकता, भाईचारा और देशभक्ति की भावना को प्रोत्साहित किया जा सके।
स्थानीय कलाकारों की भागीदारी
संस्कृति विभाग ने इस बार के आयोजनों में स्थानीय कलाकारों, भजन मंडलियों और कीर्तन मंडलियों को भी शामिल करने की योजना बनाई है। इसके लिए जिलाधिकारियों को अपने जनपद के चयनित देवी मंदिरों और शक्तिपीठों में इन कलाकारों का चयन करने का निर्देश दिया गया है। इस चयन प्रक्रिया का संचालन जिलाधिकारियों की अध्यक्षता में गठित समिति करेंगी। यह समितियां "मिशन शक्ति" के अनुरूप जनसहभागिता सुनिश्चित करते हुए कलाकारों का चयन करेंगी। इसके लिए संस्कृति विभाग एक ई-डायरेक्टरी भी उपलब्ध कराई जाएगी, जिसमें कलाकारों की जानकारी होगी। सभी जिलाधिकारियों को यह भी निर्देश दिया गया है कि आयोजन स्थल से संबंधित सभी जानकारी जैसे- स्थल का पता, फोटो, जीपीएस लोकेशन, प्रबंधक का संपर्क नंबर, और कलाकारों की जानकारी (नाम, पता, और मोबाइल नंबर) को समय पर संस्कृति विभाग को भेजा जाए।
आयोजन स्थल पर होंगी ये व्यवस्था
- साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था।
- पेय जल की उपलब्धता।
- सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम।
- ध्वनि और प्रकाश की उचित व्यवस्था।
- बैठने के लिए दरी-बिछावन आदि की व्यवस्था।
आयोजन की सफलता और सुचारू संचालन के लिए सहायक निदेशक रीनू रंगभारती को नोडल अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया है। उनकी निगरानी में समस्त सांस्कृतिक कार्यक्रमों का सफलतापूर्वक संचालन सुनिश्चित किया जाएगा। यह भव्य आयोजन धार्मिक और सांस्कृतिक समृद्धि के साथ-साथ समाज में महिलाओं और बालिकाओं के सम्मान और सुरक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया जा रहा है। "मिशन शक्ति" के तहत स्थानीय जनसहभागिता और सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण को प्राथमिकता दी जा रही है। नवरात्रि के इस पावन अवसर पर आयोजित होने वाले ये कार्यक्रम न केवल धार्मिक महत्व के होंगे, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
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