पौष पूर्णिमा 2025 : 144 साल बाद महाकुंभ और पौष पूर्णिमा का अद्भुत संयोग, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

144 साल बाद महाकुंभ और पौष पूर्णिमा का अद्भुत संयोग, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
UPT | पौष पूर्णिमा पर अद्भुत संयोग।

Jan 09, 2025 11:12

पौष पूर्णिमा 2025 इस बार एक ऐतिहासिक दिन बनने जा रही है, क्योंकि यह 144 वर्षों बाद महाकुंभ मेला के शुभारंभ के साथ मिल रही है। 13 जनवरी को मनाए जाने वाले इस दिन का महत्व सनातन धर्म के अनुयायियों के लिए विशेष है।

Jan 09, 2025 11:12

Paush Purnima 2025 : पौष पूर्णिमा 2025 इस बार एक बेहद खास दिन बनने जा रही है। यह दिन न सिर्फ सनातन धर्म के अनुयायियों के लिए बेहद पुण्यकारी है, बल्कि इस साल एक अद्भुत संयोग भी बन रहा है। क्या आप जानते हैं कि इस दिन महाकुंभ मेला भी शुरू हो रहा है?
जी हां, 144 वर्षों के बाद पौष पूर्णिमा और महाकुंभ का यह मिलाजुला अवसर भक्तों के लिए दोगुनी पुण्य की सौगात लेकर आ रहा है। तो आइए जानते हैं कि इस खास दिन का महत्व क्या है और किस तरह से इसे मनाना चाहिए, ताकि हम इस दिन के सारे लाभ उठा सकें!

पौष पूर्णिमा 2025 कब है? और क्या है सही समय? 
लखनऊ के श्री पितामह ज्योतिष केंद्र के आचार्य शुभम त्रिवेदी ने उत्तर प्रदेश टाइम्स को बताया कि पौष पूर्णिमा 13 जनवरी को है। अब आपके मन में सवाल उठ सकता है कि क्या यह 13 जनवरी को मनाई जाएगी या 14 जनवरी को? तो आपको बता दें, हिन्दू पंचांग के अनुसार पौष पूर्णिमा 13 जनवरी को ही मनाई जाएगी, क्योंकि यह दिन चंद्रमा के उदय तिथि के साथ मेल खाता है। इस दिन का महत्व और भी बढ़ जाता है क्योंकि इस दिन महाकुंभ मेला का आयोजन प्रयागराज में शुरू हो रहा है!

पवित्र स्नान का शुभ मुहूर्त  
पौष पूर्णिमा के दिन पवित्र स्नान का शुभ मुहूर्त  सुबह 5:27 बजे से लेकर 6:21 बजे तक है, इसलिए इस समय को चूकें नहीं। इसी दिन चंद्रायन (चंद्रमा का उदय) शाम 5:04 बजे होगा, जो व्रति की पूजा के लिए आदर्श समय होता है।

पौष पूर्णिमा पर क्या करें और क्यों?
पौष पूर्णिमा को लेकर कई विशेष धार्मिक मान्यताएं हैं और इस दिन कुछ खास कार्यों को करना बेहद लाभकारी माना जाता है। आइए जानते हैं इस दिन की पूजा विधि और क्यों इसे इतना महत्वपूर्ण माना जाता है।

1. वित्र नदी में स्नान : पौष पूर्णिमा के दिन विशेष रूप से पवित्र नदियों में स्नान करने से सारे पाप धुल जाते हैं और जीवन में सकारात्मक बदलाव आता है। यदि नदी में स्नान करना मुश्किल हो तो घर में गंगाजल डालकर स्नान भी किया जा सकता है।

2. सूर्य देव और चंद्रमा की पूजा: इस दिन सूर्य देव और चंद्रमा दोनों की पूजा करना बहुत शुभ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इन दोनों की पूजा से आपके मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।

3.दान करना: इस दिन दान का विशेष महत्व है। जो व्यक्ति पौष पूर्णिमा के दिन दान करता है, उसे कई गुना फल मिलता है। विशेष रूप से गुड़, तिल, गेहूं और  कंबल का दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।

4. भगवान विष्णु और लक्ष्मी माता की पूजा : इस दिन भगवान विष्णु और लक्ष्मी माता की पूजा करके घर में सुख-समृद्धि लाने के उपाय किए जाते हैं। विशेष रूप से, लक्ष्मी पूजा से घर की दरिद्रता समाप्त होती है।

2025 में पौष पूर्णिमा का अद्भुत संयोग
पंडित त्रिवेदी ने बताया कि पौष पूर्णिमा 2025 के दिन महाकुंभ मेला का भी शुभारंभ हो रहा है, जो  प्रयागराज में आयोजित हो रहा है। महाकुंभ मेला दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक मेलों में से एक है, जिसमें लाखों लोग पवित्र स्नान के लिए एकत्र होते हैं। यह मेल पूरे 12 साल में केवल एक बार होता है और इस बार इसे पौष पूर्णिमा के दिन आरंभ किया जा रहा है। अब सोचिए, जब एक तरफ आपको पौष पूर्णिमा के पुण्य लाभ मिल रहे हैं, तो दूसरी तरफ महाकुंभ के द्वारा मिलने वाला आशीर्वाद और पुण्य की प्राप्ति का अवसर दोहरी खुशी लेकर आएगा!

पूर्णिमा पर इन चीजों का करें दान
आचार्य शुभम त्रिवेदी ने बताया कि पौष पूर्णिमा के दिन दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और जीवन में खुशियां आ जाती हैं। इस दिन कुछ खास चीजों का दान करने से विशेष लाभ मिलता है:

गुड़ का दान: यह घर में सुख-समृद्धि लाता है और भगवान विष्णु की कृपा बरकरार रहती है।
कंबल का दान: ठंड में कंबल दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और जीवन में समृद्धि आती है।
तिल का दान: तिल का दान पितरों की आत्मा की शांति के लिए किया जाता है।
गेहूं का दान: गेहूं का दान करने से घर में धन की कमी नहीं होती और जीवन में तरक्की मिलती है।

144 सालों के बाद बन रहा अद्भुत संयोग 
पौष पूर्णिमा 2025 का दिन 144 सालों के बाद एक ऐतिहासिक संयोग लेकर आ रहा है। इस दिन के व्रत, पूजा और दान से न केवल आध्यात्मिक शांति प्राप्त होती है, बल्कि समृद्धि और सुख भी मिलते हैं। साथ ही महाकुंभ मेला के शुभारंभ से यह दिन और भी खास बन जाता है। तो तैयार हो जाइए इस अद्भुत और पुण्यकारी दिन को मनाने के लिए, ताकि आप भी इस दिन के सारे लाभ उठा सकें और भगवान की कृपा प्राप्त कर सकें।

Also Read

जमीन की रजिस्ट्री के लिए एलडीए के चक्कर लगा रहे थे दम्पत्ति, शिकायत पर बाबू निलम्बित

9 Jan 2025 09:33 PM

लखनऊ Lucknow News : जमीन की रजिस्ट्री के लिए एलडीए के चक्कर लगा रहे थे दम्पत्ति, शिकायत पर बाबू निलम्बित

लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) की अध्यक्ष व मंण्डलायुक्त डाॅ. रोशन जैकब ने गुरुवार को जन समस्याएं सुनीं। प्राधिकरण भवन में जनसुनवाई में पहुंचे डॉ. आलोक तिवारी और उनकी पत्नी मीनू तिवारी ने बताया कि उन्हें बसन्तकुंज योजना के सेक्टर-एन में भूखंड संख्या-173 आवंटित हुआ है। और पढ़ें