राजेश्वर सिंह ने सपा सरकार पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 2017-18 की सीएजी रिपोर्ट के अनुसार, सपा शासन में 97,000 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ। उन्होंने खनन घोटाला, साइकिल पथ घोटाला और गोमती रिवर फ्रंट घोटाले जैसे मामलों का भी जिक्र किया, जो सपा शासन के दौरान सामने आए।
उपचुनाव से पहले सियासी जंग : राजेश्वर सिंह बोले- सपा सरकार में रोजाना होती थी हत्या-दंगे और दुष्कर्म जैसी 7650 घटनाएं
Oct 18, 2024 18:16
Oct 18, 2024 18:16
हार के डर से हिंसा का सहारा लेना पुरानी रणनीति
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तंज कसा है कि चुनाव का आना और सांपद्रायिक माहौल का बिगड़ जाना, ये इत्तफाक नहीं है। जनता सब समझ रही है कि हार के डर से हिंसा का सहारा लेना किसकी पुरानी रणनीति है। सब जानते हैं कि ये उपचुनाव की दस्तक है। उन्होंने कहा कि दिखावटी कानून-व्यवस्था की जगह अगर सरकार सच में पुख्ता इंतजाम करे तो सब सही हो जाएगा। लेकिन, ऐसा होगा तब ही जब ये सरकार चाहेगी। इसे लेकर अब लखनऊ की सरोजनीनगर सीट से भाजपा विधायक राजेश्वर सिंह ने कटाक्ष किया है।
भाजपा विधायक का पलटवार
राजेश्वर सिंह ने शुक्रवार को सपा पर तीखा हमला करते हुए कहा कि समाजवादी कुशासन को जनता कभी भूल नहीं सकती। अखिलेश यादव को अपनी पार्टी के शासनकाल की सच्चाई पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा के कार्यकाल में अपराध, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण चरम पर थे। राजेश्वर सिंह ने सपा सरकार के समय अपराध और दंगों की घटनाओं का हवाला देते हुए दावा किया कि प्रतिदिन औसतन 7,650 गंभीर घटनाएं होती थीं।
सपा सरकार के भ्रष्टाचार पर भाजपा का हमला
राजेश्वर सिंह ने सपा सरकार पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 2017-18 की सीएजी रिपोर्ट के अनुसार, सपा शासन में 97,000 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ। उन्होंने खनन घोटाला, साइकिल पथ घोटाला और गोमती रिवर फ्रंट घोटाले जैसे मामलों का भी जिक्र किया, जो सपा शासन के दौरान सामने आए।
तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप
भाजपा विधायक ने सपा पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सपा सरकार ने आतंकी हमलों से जुड़े आरोपियों के खिलाफ दर्ज 14 मुकदमों को वापस ले लिया था। उन्होंने कहा कि सपा ने एक विशेष समुदाय के लिए 500 करोड़ रुपये की सहायता दी थी, जिससे समाज में विभाजन की नींव मजबूत की गई।
युवाओं के भविष्य पर हमला
सपा सरकार में नौकरियों में गड़बड़ी के आरोप लगाते हुए राजेश्वर सिंह ने कहा कि यूपी लोक सेवा आयोग में एक ही जाति के 56 उम्मीदवारों का चयन हुआ था। उन्होंने आरोप लगाया कि भर्ती प्रक्रिया में भारी धांधली हुई और 600 से अधिक भर्तियों को रद्द करने के लिए उच्च न्यायालय और सुप्रीम कोर्ट में याचिकाएं दायर की गईं।
विकास और निवेश का अभाव
भाजपा विधायक ने सपा सरकार के कार्यकाल में राज्य में विकास और निवेश की कमी के भी आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सपा के समय बिजली केवल वीआईपी क्षेत्रों में दी जाती थी, जबकि ग्रामीण इलाकों में बुनियादी सुविधाओं की कमी थी। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार और अपराध के चलते निवेशक राज्य छोड़कर जा रहे थे, और सड़कों की हालत भी बेहद खराब थी।
सपा के जंगलराज की यादें ताजा
राजेश्वर सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि अनेक मुख्यमंत्री मिलकर सरकार चलाते थे जो तुष्टिकरण, परिवारवाद, भ्रष्टाचार और माफियाओं के संरक्षण के प्रतीक थे। उन्होंने कहा कि सपा शासनकाल के 'जंगलराज' की यादें आज भी जनता के मन में ताजा हैं। तुष्टिकरण, भ्रष्टाचार और माफियाओं के संरक्षण की राजनीति करने वाली सपा को जनता कभी माफ नहीं करेगी।
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