इस बार हो रहे लोकसभा चुनाव में सभी राजनीतिक पार्टियों ने सोशल मीडिया को ही मुख्य चुनाव प्रचार का जरिया बनाया है। शहर, गांव, गली, मोहल्ले में अब नहीं होता पहले जैसा चुनाव प्रचार...
Lucknow News : शहर हो या गांव नहीं पहुंच रहे नेता के पांव, सोशल मीडिया ही बना प्रचार का माध्यम
Apr 21, 2024 17:32
Apr 21, 2024 17:32
युवाओं तक पहुंचने का बेहतर विकल्प- देश में सबसे ज्यादा संख्या युवाओं की है जो सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं इसके साथ ही सोशल मीडिया का प्रचलन बढ़ने पर युवा और अन्य वर्ग के लोग भी अब सोशल मीडिया पर अपनी सक्रियता दिखा रहे हैं। ऐसे में राजनीतिक पार्टियों के पास युवाओं तक पहुंचाने का सबसे बेहतर साधन सोशल मीडिया को ही माना गया है। देश की छोटी व बड़ी सभी राजनीतिक पार्टियों सोशल मीडिया पर अपना प्रचार प्रसार खूब तेजी से करती हैं।
सड़क पर चहल-पहल हुई कम- जब से राजनीतिक पार्टियों ने सोशल मीडिया को प्रचार के लिए बेहतर साधन के तौर पर इस्तेमाल करना शुरू किया है चुनाव के समय अब पहले जैसी सड़कों पर गहमागहमी नहीं रहती। डिटेल संसदीय चावन में देखा जाता था कि सड़क गली मोहल्ले नुक्कड़ सभी राजनीतिक पार्टियों के पोस्टर बैनर और झंडों से पटे रहते थे लेकिन इस बार चुनाव में जमीनी स्तर से ज्यादा सोशल मीडिया का पार्टियां कर रही चुनाव प्रचार में इस्तेमाल।
शहर हो या गांव नहीं पहुंच रहे नेता के पांव- बीते चुनाव में देखा जाता था कि चुनाव आने से पहले ही नेता और कार्यकर्ता शहर हो या गांव हर जगह पहुंच कर अपनी पार्टी का प्रचार करते थे लेकिन इस बार शहर हो या गांव नेताओं का आना जाना काफी कम हो गया है। उत्तर प्रदेश टाइम्स की टीम ने शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों से बात किया जिनका कहना है कि इस बार पार्टी के प्रचार के लिए उसे तरह का माहौल देखने को नहीं मिल रहा जैसे बीते वर्षों में गहमागहमी देखने को मिलती थी।
Also Read
27 Nov 2024 12:05 AM
कांग्रेस के दिग्गज और सांसद राहुल गांधी की नागरिकता मामले में गृह मंत्रालय ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ बेंच में स्टेटस रिपोर्ट दी। मंत्रालय की ओर... और पढ़ें