लोनीकटरा थाना क्षेत्र के शारदा सहायक नहर पटरी किनारे खैराबीरू के समीप कार ने सामने से आ रही दो बाइकों को जोरदार टक्कर मार दी और खड्डे में जाकर पलट गई। टक्कर इतनी तेज थी कि बाइक सवार पति-पत्नी पवन वर्मा (39 वर्ष) और सीमा वर्मा (35 ववर्ष) निवासी हरदोईया जनपद लखनऊ सूखी नहर में जा गिरे।
बाराबंकी में भीषण सड़क हादसा : बाइकों को टक्कर मारकर पलटी तेज रफ्तार कार, पति-पत्नी समेत तीन लोगों की मौत
Nov 26, 2024 23:49
Nov 26, 2024 23:49
कैसे हुआ हादसा
लोनीकटरा थाना क्षेत्र के शारदा सहायक नहर पटरी किनारे खैराबीरू के समीप कार ने सामने से आ रही दो बाइकों को जोरदार टक्कर मार दी और खड्डे में जाकर पलट गई। टक्कर इतनी तेज थी कि बाइक सवार पति-पत्नी पवन वर्मा (39 वर्ष) और सीमा वर्मा (35 ववर्ष) निवासी हरदोईया जनपद लखनऊ सूखी नहर में जा गिरे। वहीं दूसरा बाइक सवार सुरेश कुमार (48 वर्ष) निवासी सदरुद्दीनपुर मजरा सराय पांडेय थाना लोनीकटरा खड्डे में जाकर गिरा। हादसे के बाद मौके पर स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई। काफी मशक्कत के बाद पति-पत्नी को नहर से बाहर निकाला गया।
हादसे में पवन वर्मा और सुरेश कुमार की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। इस बीच कार सवार लोग वाहन से निकलकर मौके से फरार हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला को गंभीर अवस्था में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र त्रिवेदीगंज पहुंचाया, यहां डॉक्टरों महिला को भी मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि पवन वर्मा अपनी पत्नी के साथ लोनीकटरा थाना क्षेत्र के गुरुदत्तखेड़ा में चल रही भागवत कथा के समापन अवसर पर आयोजित भंडारे में शामिल होने आए थे, यहां से वापस जाते समय हादसे का शिकार हो गए। सुरेश कुमार भी उनके साथ अपनी बाइक से भंडारे से आ रहे थे, जो मृतक पवन के साढ़ू थे।
पुलिस ने क्या कहा
एसओ दोमित्र सेन रावत ने बताया कि शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए हैं। महिला को सीएचसी भेजा गया था, जहां उसकी मौत हो गई। कार सवार लोगों का पता लगाया जा रहा है।
बच्चे हुए अनाथ
हादसा होने के बाद मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों व पुलिस ने मृतकों के पास से मिले दस्तावेजों के आधार पर उनकी शिनाख्त कराई और परिवार को सूचना दी। सूचना लगते ही परिवारों में हड़कंप मच गया। पवन व सीमा वर्मा की पुत्री अंशिका वर्मा (17 वर्ष) अपने कुछ रिश्तेदारों के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची तो वहां अपनी मां को स्ट्रेचर पर बेसुध अवस्था में लेटा देखकर जोर-जोर से चिल्लाने लगी। अंशिका का बड़ा भाई शशांक देहरादून में रहकर नौकरी कर रहा है। पवन वर्मा खेती बाड़ी के साथ दवा का व्यापार करते थे। सीमा वर्मा गृहणी थीं। वहीं सुरेश के परिजनों का भी रो-रोकर बुरा हाल है। इनका पुत्र लवकुश शिक्षक हैं।