सरेनी क्षेत्र में भोजपुर के दशा रानी मंदिर में हजारों श्रद्धालु देवोत्थान एकादशी में इकट्ठा हुए व प्रसाद ग्रहण किया। गौरतलब है कि यहां बाजार के दक्षिण पश्चिम में मां दशारानी का मंदिर है जहां हर वर्ष देवोत्थान एकादशी को श्रद्धालु जमा होते हैं।
अनूठी प्रथा : देवोत्थान एकादशी पर श्रद्धालुओं ने दशा रानी मंदिर में किए दर्शन, लूटकर खाया प्रसाद
Nov 12, 2024 15:41
Nov 12, 2024 15:41
मनोकामना पूरी होने पर चढ़ती है खोये की मिठाई
इस वर्ष भी मंगलवार प्रातः चार बजे से ही मंदिर परिसर में मेले जैसा माहौल दिखाई दिया। विशेष बात यह है कि यहां मनोकामना पूर्ण होने पर श्रद्धालु खोये की मिठाई प्रसाद स्वरूप चढ़ाते हैं। एक अनूठी परंपरा के तहत, प्रसाद को छीन कर खाने की प्रथा यहां सदियों से चली आ रही है, जिसे कोई बुरा नहीं मानता।
मंडियों में मिठाई की दुकानें हो गईं खाली
सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए भोजपुर पुलिस चौकी और सरेनी थाने की पुलिस को तैनात किया गया। श्रद्धालुओं की संख्या इतनी अधिक थी कि सरेनी, भोजपुर और आसपास की मंडियों में मिठाई की दुकानें खाली हो गईं, लेकिन भक्तों का उत्साह कम नहीं हुआ।
श्रद्धाओं की अटूट आस्था का प्रतीक
यह आयोजन श्रद्धालुओं की अटूट आस्था का प्रतीक बन गया है, जहां भक्तिभाव सभी सीमाओं को पार कर जाता है। प्राचीन परंपराओं और आधुनिक समय के बीच एक अनूठा संगम देखने को मिला, जो भारतीय संस्कृति की जीवंतता का प्रमाण है। यह मेला न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक एकता और सांस्कृतिक विरासत को भी दर्शाता है। हर वर्ष की तरह इस बार भी यह आयोजन श्रद्धालुओं की आस्था और परंपरा के निर्वहन का साक्षी बना।
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